सन्दर्भ:
हाल ही में बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप कंपनी QpiAI ने 14 अप्रैल 2025 को विश्व क्वांटम दिवस के अवसर पर भारत के सबसे शक्तिशाली क्वांटम कंप्यूटरों में से एक का अनावरण किया। यह उपलब्धि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) द्वारा संचालित राष्ट्रीय क्वांटम मिशन (NQM) के अंतर्गत भारत की उपलब्धियों का एक महत्वपूर्ण संकेत है।
QpiAI के क्वांटम कंप्यूटर के बारे में:
• QpiAI उन आठ प्रमुख स्टार्टअप्स में से एक है, जिन्हें राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के तहत चुना गया है। इस कंपनी ने QpiAI-Indus नामक भारत का पहला फुल-स्टैक क्वांटम कंप्यूटिंग सिस्टम विकसित किया है, जो 25 सुपरकंडक्टिंग क्यूबिट्स से लैस है।
• यह उन्नत प्रणाली अत्याधुनिक क्वांटम हार्डवेयर, स्केलेबल कंट्रोल सिस्टम और अनुकूलित सॉफ़्टवेयर को एकीकृत करते हुए हाइब्रिड कंप्यूटिंग की सशक्त क्षमताएँ प्रदान करती है।
• QpiAI-Indus में न केवल नवीनतम क्वांटम प्रोसेसर हैं, बल्कि यह अगली पीढ़ी के क्वांटम-HPC प्लेटफॉर्म और AI-सक्षम क्वांटम सॉफ़्टवेयर से भी सुसज्जित है। इसकी मदद से भारत को वैश्विक क्वांटम प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अच्छी पहचान मिली है।
• यह प्रणाली कई उभरते हुए क्षेत्रों में गहन तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने में सक्षम होगी, जैसे:
o जीवन विज्ञान और औषधि अनुसंधान
o उन्नत सामग्री और स्मार्ट गतिशीलता
o लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला का अनुकूलन
o पर्यावरणीय स्थिरता और जलवायु परिवर्तन से निपटना
क्वांटम कंप्यूटर के बारे में:
• पारंपरिक कंप्यूटर जहाँ 0 और 1 जैसे बाइनरी बिट्स पर काम करते हैं, वहीं क्वांटम कंप्यूटर में क्यूबिट्स (Quantum Bits) का उपयोग किया जाता है। क्यूबिट्स, क्वांटम भौतिकी के सिद्धांतों “जैसे सुपरपोजिशन (एक साथ कई अवस्थाओं में रहना) और एंटैंगलमेंट (कई क्यूबिट्स का आपस में गहराई से जुड़ना)” पर आधारित होते हैं।
• इन विशेष गुणों के कारण क्यूबिट्स पारंपरिक बिट्स की तुलना में बहुत अधिक जानकारी को एक साथ संसाधित कर सकते हैं।
• इस संभाव्य और जटिल व्यवहार के चलते, क्वांटम कंप्यूटर न केवल विशाल डेटा को अत्यधिक गति से प्रोसेस कर सकते हैं, बल्कि वे उन जटिल समस्याओं को भी हल कर सकते हैं जो सामान्य सुपरकंप्यूटरों के लिए लगभग असंभव हैं।
• ये कंप्यूटर पदार्थ के परमाणु और उप-परमाणु स्तर पर व्यवहार का यथार्थ अनुकरण करने में सक्षम होते हैं, जिससे नई वैज्ञानिक खोजों और तकनीकी विकास के द्वार खुलते हैं।
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के बारे में:
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन (2023–2031) भारत सरकार की एक दूरदर्शी योजना है, जिसका उद्देश्य भारत को क्वांटम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक अग्रणी बनाना है। इस मिशन के लिए ₹6,000 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है। इसका उद्देश्य आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना है।
मुख्य उद्देश्य:
• क्वांटम कंप्यूटिंग: अगले 8 वर्षों में 50 से 1000 भौतिक क्यूबिट्स वाले मध्यम स्तर के क्वांटम कंप्यूटर विकसित करना।
• क्वांटम संचार: 2000 किलोमीटर तक फैले सुरक्षित क्वांटम संचार नेटवर्क की स्थापना करना।
• क्वांटम सेंसिंग एवं मेट्रोलॉजी: सटीक समय निर्धारण और नेविगेशन के लिए मैग्नेटोमीटर और परमाणु घड़ियों का विकास।
• क्वांटम सामग्री और उपकरण: क्वांटम उपकरणों के निर्माण हेतु उन्नत क्वांटम सामग्री का डिज़ाइन और संश्लेषण करना।
निष्कर्ष:
QpiAI-Indus का शुभारंभ भारत की क्वांटम तकनीक यात्रा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह स्पष्ट संकेत है कि भारत अब विश्व की अग्रणी तकनीकी शक्तियों की श्रेणी में शामिल हो रहा है। QpiAI अब वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, नीति-निर्माताओं और नवप्रवर्तकों के साथ मिलकर एक ऐसे भविष्य की ओर अग्रसर है, जहाँ क्वांटम तकनीक न केवल उद्योगों को रूपांतरित करेगी, बल्कि वैज्ञानिक अनुसंधान को गति देकर नई पीढ़ी को सशक्त बनाएगी।