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Blog / 19 Jan 2021

(India This Week) Weekly Current Affair (8th January - 14th January 2021)

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इण्डिया दिस वीक कार्यक्रम का मक़सद आपको हफ्ते भर की उन अहम ख़बरों से रूबरू करना हैं जो आपकी परीक्षा के लिहाज़ से बेहद ही ज़रूरी है। तो आइये इस सप्ताह की कुछ महत्वपूर्ण ख़बरों के साथ शुरू करते हैं इस हफ़्ते का इण्डिया दिस वीक कार्यक्रम...

न्यूज़ हाईलाइट (News Highlight):

  • 14 जनवरी को पुरे देश में मनाया गया मकर संक्रांति का त्यौहार.... देश के विभिन्न हिस्सों में किस तरह मनाया जाता है मकरसंक्रांति का यह पर्व
  • सुप्रीम कोर्ट का किसान आंदोलन पर बड़ा फैसला, तीनों कृषि कानूनों पर लगाई रोक...
  • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग पर भारत और यूएई के बीच समझौते को दी मंजूरी... समझौते के तहत वैज्ञानिक और तकनीकी जानकारी को साझा किया जायेगा...
  • अरब-भारत सहयोग मंच की तीसरी वरिष्ठ अधिकारियों की वर्चुअल बैठक हुई आयोजित....यह फोरम अरब-भारत संबंधों को बढ़ाने में निभा सकती है महत्वपूर्ण भूमिका....
  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया “खादी प्राकृतिक पेंट” लॉन्च किया....पेंट को खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा विकसित किया गया...
  • निमोनिया के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी टीका हुआ लांच....टीके का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ मिलकर किया...
  • केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने बेनामी संपत्ति, कर चोरी, विदेशी अघोषित संपत्ति से संबंधित शिकायतों के लिए....ई-फाइलिंग वेबसाइट पर एक समर्पित और ऑटोमेटेड ई-पोर्टल किया लॉन्च....
  • इसरो छात्रों के बीच वैज्ञानिक स्वभाव को बढ़ावा देने और उन्हें अंतरिक्ष से संबंधित प्रौद्योगिकियों के लिए प्रोत्साहित करने के लिए....इसरो करेगा देश भर में 100 अटल टिंकरिंग लैब्स को अडॉप्ट...

खबरें विस्तार से:

1.

पंजाब ही नहीं, बिहार व तमिलनाडु में यह समय फसल काटने का होता है...इसलिए किसानों के लिए यह पर्व एक खास महत्व रखता है...पंजाब में मकर संक्रांति के पर्व को लोहड़ी कहकर पुकारा जाता है...

उत्तर प्रदेश और बिहार में मकर संक्रान्ति को खिचड़ी के नाम से पुकारा जाता है....उत्तरप्रदेश में मकर संक्रांति के दिन को दान के पर्व के रूप में देखा जाता है...

इलाहाबाद में तो मकर संक्रांति के दिन से ही माघ मेले की शुरूआत होती है और माघ मेले का पहला नहान मकर संक्रांति के दिन ही किया जाता है....

वहीं महाराष्ट्र में भी मकर−संक्रांति के दिन दान को महत्व दिया जाता...खासतौर से, विवाहित महिलाएं अपनी पहली मकर संक्रांति पर कपास, तेल, नमक, गुड़, तिल, रोली आदि चीजें अन्य सुहागिन महिलाओं को दान करती हैं...

राजस्थान में मकर संक्रांति का पर्व सुहागन महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है... इस दिन सभी सुहागन महिलाएं अपनी सास को वायना देकर उनका आशीर्वाद लेती हैं....साथ ही इस दिन महिलाओं द्वारा किसी भी सौभाग्यसूचक वस्तु का चौदह की संख्या में पूजन व संकल्प कर चौदह ब्राह्मणों को दान देने की भी प्रथा है...

चूंकि गंगा अपने अंतिम छोर में बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है... इसलिए पश्चिम बंगाल में इस दिन गंगासागर मेले के नाम से धार्मिक मेला लगता है और सभी लोग इस संगम में स्नान अवश्य करते हैं....

गुजरात में मकर संक्रांति को उत्तरायण कहकर पुकारा जाता है...गुजरात में इस दिन पतंग उड़ाने की प्रथा है...इतना ही नहीं, गुजरात में मकर संक्रांति के पर्व पर पंतगोत्सव का भी आयेाजन किया जाता है...

कर्नाटक में इसे एक फसल के त्योहार के रूप में देखा जाता है...वहां पर लोग मकर संक्रांति के दिन बैलों और गायों को सजा−धजाकर शोभा यात्रा निकालते है...साथ ही खुद भी नए कपड़े पहनकर एक−दूसरे को ईख, सूखा नारियल और भुने चने का आदान−प्रदान करते हैं....

मकर संक्रांति की मान्यताओं के बीच उत्तराखंड की उत्तरैणी-मकरैणी की भी बड़ी मान्यता है...14 -15 जनवरी की तारीख में जब मकर संक्रांति का संयोग होता है उसी समय उत्तराखंड में यह पर्व मनाया जाता है...

तमिलनाडु में इस त्योहार को बेहद अलग तरीके से मनाया जाता है। यहां पर लोग इसे पोंगल के रूप में मनाते हैं....यह एक चार दिवसीय अवसर है...जिसमें पहले दिन भोगी−पोंगल, दूसरे दिन सूर्य−पोंगल, तीसरे दिन मट्टू−पोंगल अथवा केनू−पोंगल, चौथे व अंतिम दिन कन्या−पोंगल मनाया जाता है...

2.

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के अमल पर रोक लगा दी है...सुप्रीम कोर्ट ने आंदोलन और कृषि कानूनों को लेकर 12 जनवरी 2021 को बड़ा फैसला सुनाया है. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने तीनों कृषि कानूनों पर रोक लगाते हुए किसानों के मुद्दे के समाधान के लिए कमिटी गठित करने का आदेश दिया है....

चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली बेंच ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कानूनों पर रोक लगाई, साथ ही एक कमेटी का गठन कर दिया है. जो कि सरकार और किसानों के बीच कानूनों पर जारी विवाद को समझेगी और सर्वोच्च अदालत को रिपोर्ट सौंपेगी.

केंद्र सरकार ने जिन तीन कृषि कानूनों को पास किया, उसका लंबे समय से विरोध हो रहा था. दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान आंदोलन कर रहे हैं, इसी के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट के पास जा पहुंचा...ये तीन कृषि कानून हैं....

पहला ''कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, 2020''... किसान इस कानून के जरिये अब apmc मंडियों के बाहर भी अपनी उपज को ऊंचे दामों पर बेच पाएंगे. निजी खरीदारों से बेहतर दाम प्राप्त कर पाएंगे...लेकिन, सरकार ने इस कानून के जरिये एपीएमसी मंडियों को एक सीमा में बांध दिया है. इसके जरिये बड़े कॉरपोरेट खरीदारों को खुली छूट दी गई है.

दूसरा कानून है- ''कृषि (सशक्तिकरण और संरक्षण) कीमत अश्वासन और कृषि सेवा करार विधेयक, 2020''. इस कानून के संदर्भ में सरकार का कहना है कि वह किसानों और निजी कंपनियों के बीच में समझौते वाली खेती का रास्ता खोल रही है. इसे सामान्य भाषा में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग कहते है.

तीसरा कानून है ''आवश्यक वस्तु संशोधन विधेयक, 2020''. अब कृषि उपज जुटाने की कोई सीमा नहीं होगी. उपज जमा करने के लिए निजी निवेश को छूट होगी. सरकार कानून में साफ लिखती है कि वह सिर्फ युद्ध या भुखमरी या किसी बहुत विषम परिस्थिति में रेगुलेट करेगी.

बतादें सुप्रीम कोर्ट द्वारा जिस कमेटी का गठन किया गया है, उसमें कुल चार लोग शामिल होंगे. इनमें भारतीय किसान यूनियन के भूपेंद्र सिंह मान, डॉ. प्रमोद कुमार जोशी (अंतरराष्ट्रीय नीति प्रमुख), अशोक गुलाटी (कृषि विशेषज्ञ) और अनिल घनवंत (शिवकेरी संगठन, महाराष्ट्र) शामिल हैं. ये कमेटी अपनी रिपोर्ट सीधे सुप्रीम कोर्ट को ही सौंपेगी, जबतक कमेटी की रिपोर्ट नहीं आती है तबतक कृषि कानूनों के अमल पर रोक जारी रहेगी..

3.

भारत और यूएई के बीच इस समझौते के तहत साझा महत्व की वैज्ञानिक और तकनीकी जानकारी को साझा किया जायेगा...इसमें प्रशिक्षण के लिए अनुसंधान विद्वानों, वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों आदि के अनुभव, उपग्रह डेटा के उपयोग पर शोध और उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के पूर्वानुमान सम्बन्धी सूचना को साझा करना शामिल है...

दोनों देशों के विज्ञान और प्रौद्योगिकी के मुद्दों पर वैज्ञानिक और तकनीकी कार्यशालाओं / संगोष्ठियों / सम्मेलनों और प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा.....महासागरीय क्षेत्र पर मौसम संबंधी अवलोकन नेटवर्क स्थापित किया जायेगा...फोरकास्ट मॉडलिंग सॉफ्टवेयर के माध्यम से सुनामी प्रारंभिक चेतावनी केंद्र (TEWC) का समर्थन किया जायेगा....

भारत के दक्षिण और पश्चिम में और संयुक्त अरब अमीरात के उत्तर में स्थित स्थित भूकंपीय स्टेशनों से रियल-टाइम भूकंपीय आंकड़ों का आदान-प्रदान किया जायेगा...

एक नज़र भारत-संयुक्त अरब अमीरात संबंध

भारत और यूएई के बीच काफी मैत्रीपूर्ण संबंध हैं....दोनों देशों के बीच रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के लिए एक समझौता किया गया है... दोनों देश आतंकवाद का मुकाबला करने में मदद करते रहे हैं और हाल ही में, दोनों ने मिलकर दिल्ली में आईएसआई समर्थित आतंकवादी हमले को नाकाम कर दिया था...

4.

अरब-भारत सहयोग मंच की वर्चुअल बैठक के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों ने अरब जगत और भारत के बीच संबंधों की सराहना की। उन्होंने इस बात को भी हाईलाइट किया कि यह फोरम अरब-भारत संबंधों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है...इन अधिकारियों ने संबंधित अंतरराष्ट्रीय प्रस्तावों, समझौतों और संदर्भों के अनुसार मध्य पूर्व में क्षेत्रीय मुद्दों के लिए राजनीतिक समाधान की आवश्यकता पर बल दिया...

इन अधिकारियों ने ऊर्जा और पर्यावरण अर्थव्यवस्था, व्यापार और निवेश; पर्यटन और संस्कृति; कृषि और खाद्य सुरक्षा; शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल; मानव संसाधन विकास; विज्ञान और प्रौद्योगिकी, और मीडिया के क्षेत्र में अरब-भारत सहयोग को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की...

क्या है अरब-भारत सहयोग मंच (Arab-India Cooperation Forum)

इस फोरम की पहली मंत्रिस्तरीय बैठक जनवरी 2016 में बहरीन के मनामा में आयोजित की गई थी...इस बैठक के दौरान, दोनों पक्षों द्वारा मनामा घोषणा को अपनाया गया था...मनामा घोषणा का उद्देश्य मानव तस्करी को समाप्त करना है.

5.

हाल ही में खादी प्राकृतिक पेंट” लॉन्च किया गया....इस पेंट एक गैर-विषैला पर्यावरण के अनुकूल पेंट है, इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं...यह अपनी तरह का पहला उत्पाद है... खादी प्राकृतिक पेंट का मुख्य घटक गोबर है....यह अन्य पेंट के मुकाबले काफी सस्ता है....

आपको बतादें इस पेंट को भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा प्रमाणित किया गया है...यह खादी प्राकृतिक पेंट दो रूपों में उपलब्ध है : प्लास्टिक इमल्शन पेंट और डिस्टेंपर पेंट....

एक नज़र खादी प्राकृतिक पेंट के मुख्य लाभ पर

इस पेंट में भारी धातुओं जैसे पारा, सीसा, आर्सेनिक, क्रोमियम, कैडमियम का उपयोग नहीं किया गया है...इस पेंट से किसानों की आय दोगुना करने में मदद मिलेगी... ऐसा इसलिए है, क्योंकि खादी प्राकृतिक पेंट बनाने में कच्चे माल के रूप में गोबर की खपत बढ़ जाएगी... इससे गौशालाओं और किसानों को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा। खादी प्राकृतिक पेंट से किसानों को प्रति पशु 30,000 रुपये की अतिरिक्त आय प्राप्त होने की उम्मीद है.... दूसरी ओर, गोबर के उपयोग से नालियों का जमाव रोका जा सकेगा और पर्यावरण की सफाई होगी....

बतादें नेशनल टेस्ट हाउस मुंबई, नेशनल टेस्ट हाउस गाजियाबाद और श्री राम इंस्टीट्यूट फॉर इंडस्ट्रियल रिसर्च, नई दिल्ली ने इस पेंट का परीक्षण किया है...

सामान्य पेंट के पर्यावरणीय प्रभाव

आम पेंट में क्रोमियम और लीड में काफी अधिक होता है....पारंपरिक पेंट्स सूखने की प्रक्रिया के दौरान वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों को छोड़ते हैं..

6.

भारत के पास निमोनिया के टीकों की पहुंच है। लेकिन नया स्थानीय रूप से विकसित नया वैक्सीन अन्य निमोनिया टीके जैसे Pfizer के NYSE: PFE, GlaxoSmithKline के LSE: GSK टीकों से काफी सस्ता है...इन दो टीकों का उपयोग वर्तमान में भारत में निमोनिया के खिलाफ टीकाकरण के लिए किया जाता है...

इस नए टीके का उपयोग “स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया” (Streptococcus Pneumonia) के कारण होने वाले निमोनिया के खिलाफ टीकाकरण के लिए किया जायेगा। इस वैक्सीन के नैदानिक परीक्षण, सभी तीन चरणों, भारत और गाम्बिया (एक अफ्रीकी राष्ट्र) में आयोजित किए गए थे...

बतादें यूनिसेफ के अनुसार, हर साल पांच साल से कम उम्र के एक लाख से अधिक बच्चे न्यूमोकोकल बीमारी के कारण मर जाते हैं...

क्या है न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (Pneumococcal Conjugate Vaccine)

न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन वर्तमान में भारत के सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत है..यह वैक्सीन काफी महंगा है... सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के लिए आवंटित बजट का 50% केवल इस टीके पर ही खर्च होता है....इस कार्यक्रम में बारह अन्य बीमारियों के लिए टीकाकरण शामिल है...वे तपेदिक, टेटनस, रूबेला, जापानी एन्सेफलाइटिस, खसरा, हेपेटाइटिस आदि हैं...

भारत में निमोनिया की स्थिति

भारत में निमोनिया के शीर्ष पांच योगदानकर्ता उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश हैं....निमोनिया एक संक्रमण है जो फेफड़ों की वायु थैली को फुला देता है....फेफड़ों का वायु प्रवाह द्रव या मवाद से भर सकता है...इससे सांस लेने में कठिनाई होती है...निमोनिया वायरस, बैक्टीरिया और कवक जैसे सूक्ष्म के कारण होता है...

7.

यह समर्पित ई-पोर्टल लोगों को कर चोरी को खत्म करने में हितधारकों के रूप में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए लांच किया गया है। इस पोर्टल के लॉन्च के बाद, लोग अब विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर कर चोरी की शिकायत दर्ज कर सकते हैं। शिकायत दर्ज करने के लिए, लोगों को https://www.incometaxindiaefiling.gov.in पर जाना होगा, इसके द्वारा लोग अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते है। लोग ओटीपी आधारित सत्यापन प्रक्रिया के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे।

काला धन (अघोषित विदेशी संपत्ति और आय) का उल्लंघन कर अधिनियम, 1961 और आयकर अधिनियम, 1961 और बेनामी लेनदेन की रोकथाम अधिनियम के तहत शिकायतें दर्ज की जा सकती हैं।

एक नज़र केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड पर

केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड आयकर विभाग की नीति निर्माण के लिए नोडल एजेंसी है, आयकर विभाग केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। यह एक संवैधानिक संस्था है, इसकी स्थापना केन्द्रीय राजस्व बोर्ड अधिनियम, 1963 तरेसठ के अंतर्गत की गयी है....प्रत्यक्ष कर नीति निर्माण के सन्दर्भ में यह देश की सर्वोच्च संस्था है, यह बोर्ड देश में प्रत्यक्ष कर कानून प्रवर्तन के लिए भी उत्तरदायी है...

8.

अटल टिंकरिंग लैब्स को अडॉप्ट करना इस पहल के द्वारा इसरो छात्रों के बीच वैज्ञानिक स्वभाव को बढ़ावा देगा और उन्हें अंतरिक्ष से संबंधित प्रौद्योगिकियों के लिए प्रोत्साहित करेगा....छात्रों को कार्यक्रम के माध्यम से STEM का व्यावहारिक और अनुप्रयोग-आधारित ज्ञान प्राप्त होगा...

भारत में अटल टिंकरिंग लैब्स

भारत में सात हजार से अधिक अटल टिंकरिंग लैब्स हैं। यह तीन मिलियन से अधिक छात्रों को समस्या हल करने और नवाचार करने में मदद करता है…अटल टिंकरिंग लैब्स की स्थापना नीति आयोग द्वारा की जाती है….अटल टिंकरिंग लैब्स की स्थापना ‘अटल इनोवेशन मिशन’ कार्यक्रम के तहत की गयी है…

क्या है अटल इनोवेशन मिशन

देश में उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अटल इनोवेशन मिशन को लांच किया गया था....स्वरोजगार को बढ़ावा देना और नवाचार के माध्यम से उद्यमशीलता को बढ़ावा देना इसका मुख्य कार्य है....

क्या है अटल इनोवेशन मिशन की प्रमुख पहलें

अटल न्यू इंडिया से उत्पाद नवोन्मेष को बढ़ावा मिलेगा।यह उन्हें विभिन्न मंत्रालयों की जरूरतों के लिए संरेखित करता है…अटल इन्क्यूबेशन सेंटर विश्व स्तर के स्टार्टअप को बढ़ावा देते हैं और यह इनक्यूबेटर मॉडल में एक नया आयाम जोड़ेंगे….मेंटर इंडिया अभियान एक राष्ट्रीय मेंटर नेटवर्क है जो अटल इनोवेशन मिशन की सभी पहलों का समर्थन करने के लिए कॉर्पोरेट और सार्वजनिक क्षेत्रों के सहयोग से शुरू किया गया है…बता दें ARISE का अर्थ Atal Research and Innovation for Small Enterprises है.....जो MSME उद्योग में अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करता है….

तो ये थी पिछली सप्ताह की कुछ महत्वपूर्ण ख़बरें...आइये अब आपको लिए चलते हैं इस कार्यक्रम के बेहद ही ख़ास सेगमेंट यानी इंडिया राउंडअप में.... जहां आपको मिलेंगी हफ्ते भर की कुछ और ज़रूरी ख़बरें, वो भी फटाफट अंदाज़ में...

फटाफट न्यूज़ (India Roundup):

1. भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन की आपूर्ति के लिए ब्राज़ील की कंपनी के साथ किया समझौता

भारत बायोटेक ने ब्राजील के लिए कोवैक्सीन की आपूर्ति के लिए प्रीसीसा मेडिकामेंटोस के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इस वैक्सीन की संभावित निर्यात संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए भारत बायोटेक में पिछले सप्ताह प्रीसिसा मेडिकामेंटोस से एक टीम की यात्रा के बाद यह समझौता किया गया....प्रीसीसा मेडिकामेंटोस के दवा निदेशक, इमानुएला मेडरेडस ने यह कहा कि, उन्होंने अत्यधिक तकनीकी, वैज्ञानिक और स्वच्छता नियंत्रण स्तरों की पहचान की है. उन्होंने यह भी कहा कि, भारत बायोटेक दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन आपूर्तिकर्ताओं के स्तर पर गुणवत्ता और सुरक्षा का प्रदर्शन करते हुए उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरा है.

2. भारत के नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज द्वारा स्थानीय भारतीय भाषाओँ में फ्री डोमेन की पेशकश की गई

नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया (NIXI) ने कुल 22 आधिकारिक भारतीय भाषाओं में से किसी में भी पंजीकृत अंतर्राष्ट्रीय डोमेन नाम (IDN) को रजिस्ट्रार द्वारा बुक किए गए प्रत्येक IN डोमेन के साथ फ्री/ निशुल्क देने का निर्णय लिया है. NIXI का यह प्रस्ताव ऐसे नए in. यूजर्स के लिए मान्य होगा जो 31 जनवरी, 2021 तक पंजीकरण करेंगे. रजिस्ट्री कराने वाले लोगों को स्थानीय भाषा में एक निशुल्क ईमेल भी मिलेगा. ऐसे सभी उपयोगकर्ताओं को भी यह लाभ मिलेगा जो जनवरी, 2021 में अपने डोमेन को नवीनीकृत करेंगे.

3. ओडिशा ने मौजूदा शैक्षणिक सत्र में मैट्रिक के छात्रों के लिए परीक्षा शुल्क माफ किया

भारत के राज्य ओडिशा ने मौजूदा शैक्षणिक सत्र के लिए मैट्रिक के छात्रों के लिए परीक्षा शुल्क माफ कर दिया है. ओडिशा राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने छात्रों को इस साल यह लाभ देने का आदेश दिया. ओडिशा सरकार के इस निर्णय से राज्य के 06 लाख से अधिक छात्रों को लाभ मिलेगा. ओडिशा राज्य में मैट्रिक के छात्रों के लिए 420 रुपये प्रति छात्र परीक्षा शुल्क लिया जाता है जिसे अब माफ़ कर दिया गया है. ओडिशा सरकार पर इससे लगभग 27 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ेगा.

4.. वन प्लैनेट समिट 11 जनवरी, 2021 को किया गया आयोजित

वन प्लेनेट समिट इस वर्ष 11 जनवरी, 2021 को आयोजित की गई थी. यह शिखर सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाता है जिसका उद्देश्य प्रकृति और पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा को आगे बढ़ाना है. इसलिए, इस वन प्लेनेट समिट में पारिस्थितिकी प्रणालियों की रक्षा के लिए जैव विविधता पर ध्यान केंद्रित किया गया है. यह शिखर सम्मेलन नवाचार और अर्थव्यवस्था के साथ संयुक्त पर्यावरण और जलवायु संरक्षण को भी मापेगा. ऐतिहासिक पेरिस समझौते के दो साल बाद पहला वन प्लैनेट शिखर सम्मेलन 2017 में आयोजित किया गया था जिसमें 12 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को अपनाया गया था

5. 15 जनवरी को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का 146वां स्थापना दिवस

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की शुरुआत 1875 पचत्तर में हुई थी....इस दिवस को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा मनाया जाता है, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन कार्य करता है..भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की पांच वेधशालाओं को विश्व मौसम विज्ञान संगठन से मान्यता प्राप्त हुई है, यह वेधशालाएं चेन्नई, मुंबई, पुणे, तिरुवनंतपुरम और पंजिम में स्थित हैं....अगस्त, 2019 में CDES यानी Centralised Data Entry System ने DATEN9 सॉफ्टवेयर का स्थान लिया...91 इक्यानवे वेधशालाएं व 40 एअरपोर्ट इस सिस्टम का उपयोग कर रहे हैं...पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत भारत सरकार के मौसम विज्ञान प्रक्षेण, मौसम पूर्वानुमान और भूकम्प विज्ञान का कार्यभार सँभालने वाली भारतीय मौसम विज्ञान विभाग एक सरकारी एजेंसी है....इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है...भारत से लेकर अंटार्कटिका भर में सैकड़ों प्रक्षेण स्टेशन भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के द्वारा वर्त्तमान में चलाये जाते हैं...

6. 51 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में बंगलादेश को ‘कंट्री इन फोकस’ के तौर पर चुना

भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) एशिया के सबसे महत्वपूर्ण फिल्म समारोहों में से एक है. इसकी शुरूआत 1952 बावन में की गई थी....इक्यावन 51वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ने इस बार के 'कंट्री इन फोकस' खंड बांग्लादेश को चुना है. 'कंट्री इन फोकस' संबंधित देश की सिनेमाई उत्कृष्टता और योगदान को मान्यता देता है. इस महोत्सव का 51वां संस्करण 16 से 24 जनवरी 2021 तक गोवा में आयोजित किया जा रहा है.

7. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का तीसरा चरण हुआ लांच

भारत सरकार प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तीसरे चरण को लांच करने जा रही है, यह चरण केन्द्रीय कौशल विकास व उद्यमिता मंत्रालय द्वारा 15 जनवरी, 2021 को लांच किया जायेगा....यह तीसरा चरण देश के सभी राज्यों में 600 जिलों में लांच किया जाएगा....प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तीसरे चरण (PMKVY 3.0) का लक्ष्य वर्ष 2020-2021 के दौरान 8 लाख उम्मीदवारों को प्रशिक्षण प्रदान करना है....इस प्रशिक्षण के लिए 948 अड़तालीस .90 करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे.... इस तीसरे चरण में COVID-19 संबंधित कौशल और नए युग के कौशल पर फोकस किया जायेगा... कौशल भारत मिशन पीएमकेवीवाई 3.0 के तहत 729 उनतीस प्रधानमंत्री कौशल केंद्रों (PMKK), गैर-पीएमकेके प्रशिक्षण केंद्रों और 200 से अधिक आईटीआई द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा....यह प्रशिक्षण कुशल पेशेवरों का एक मजबूत पूल तैयार करेगा...जिससे आने वाले समय में देश में योग्य व कुशल श्रमिकों की कमी नहीं होगी और लोग आसानी से रोज़गार प्राप्त कर सकेंगे...दूसरी और उद्योगों को भी कुशल श्रमिक प्राप्त हो सकेंगे।

8. भारतीय वायु सेना के लिए 83 एलसीए तेजस लड़ाकू विमानों की खरीद को मिली मंजूरी

मंत्रिमंडल ने भारतीय वायु सेना के लिए 10 लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस एमके -1 ट्रेनर विमान और 73 तिहत्तर LCA तेजस MK-1 A लड़ाकू विमान की खरीद के लिए मंजूरी दे दी है...लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट Mk-1A को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा डिजाइन, विकसित और निर्मित किया गया है....इसकी कुल लागत 45पैंतालिस हज़ार,696छियानवे करोड़ रुपये आएगी....साथ ही, इन्फ्रास्ट्रक्चर के डिजाइन और विकास के लिए 1,202 करोड़ रुपये मंज़ूर किये गये हैं....LCA MK-1 A में इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट, बियॉन्ड विजुअल रेंज (बीवीआर) मिसाइल, एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे (AESA) रडार, और एयर टू एयर रिफ्यूलिंग (एएआर) की क्षमता है....मंत्रिमंडल ने अपने बेस डिपो में सर्विसिंग और मरम्मत के लिए वायुसेना को बुनियादी ढांचे के विकास के लिए मंजूरी दी है......HAL द्वारा एलसीए के इस निर्माण से आत्मनिर्भर भारत पहल मजबूत होगी और भारत में रक्षा उत्पादन और रक्षा उद्योग के स्वदेशीकरण को बल मिलेगा। इस विमान डिजाइन और विनिर्माण के लिए MSME सेक्टर से लगभग 500 भारतीय कंपनियां HAL के साथ काम करेंगी ।

9. गुजरात के चार बार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता नेता माधव सिंह सोलंकी का हुआ निधन

पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता माधव सिंह सोलंकी का 10 जनवरी 2021 को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. माधव सिंह सोलंकी पहली बार 30 साल की उम्र में ही विधायक चुने गए थे. उन्होंने ही गुजरात में लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा तथा प्राथमिक विद्यालयों में मिड-डे मील की शुरुआत की थी. वह गुजरात में नरेंद्र मोदी के बाद सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे.

10. भारतीय रिजर्व बैंक ने वसंतदादा नगरी सहकारी बैंक का लाइसेंस किया रद्द

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने महाराष्ट्र के वसंतदादा नगरी सहकारी बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है. इसके बाद बैंक अपनी कारोबारी गतिविधियां संचालित नहीं कर सकेगा. हालांकि इससे बैंक के 99 प्रतिशत ग्राहकों पर ज्यादा असर नहीं होगा और उन्हें पूरी रकम वापस मिलेगी. आरबीआई ने महाराष्ट्र के उस्मानाबाद स्थित बैंक का लाइसेंस रद्द करने की वजह उसका बैकिंग रेग्यूलेशल एक्ट की अनिवार्य शर्तों का पूरा करने में विफल रहना बताया है.

11. शहरी स्थानीय निकायों में सुधारों को लागू करने के मामले में तेलंगाना बन तीसरा राज्य

केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा निर्धारित शहरी स्थानीय निकायों में सुधारों को लागू करने के मामले में आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश के बाद तेलंगाना तीसरा राज्य बन गया है. इस सुधार को लागू करने के बाद मंत्रालय ने राज्य को 2,508 करोड़ रुपये के अतिरिक्त कर्ज लेने की अनुमति दे दी है. मंत्रालय के बयान के अनुसार शहरी स्थानीय निकाय सुधारों के पूरा होने से तीन राज्यों को कुल 7,406 करोड़ रुपये अतिरिक्त उधारी की मंजूरी दी गयी.

तो इस सप्ताह के इण्डिया दिस वीक कर्यक्रम में इतना ही। परीक्षा के लिहाज़ से ज़रूरी और भी तमाम महत्वपूर्ण ख़बरों के लिए सब्सक्राइब कीजिए हमारे यूट्यूब चैनल ध्येय IAS को। नमस्कार।