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Blog / 23 Aug 2020

(Video) Daily Current Affairs for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, BPSC, MPSC, RPSC & All State PSC/PCS Exams - 23 August 2020

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(Video) Daily Current Affairs for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, BPSC, MPSC, RPSC & All State PSC/PCS Exams - 23 August 2020



काला सागर चर्चा में क्यों है?

  • कृष्ण सागर या काला सागर ((Black Sea) एक महाद्वीपीय समुद्र है जो दक्षिण-पूर्वी यूरोप, कॉकेशस पर्वतीय क्षेत्र और अनातोलिया प्रायद्वीपीय एवं पठारी क्षेत्र से घिरा हुआ है।
  • यह Bosporus जलसंधि के माध्यम से मरमारा सागर (Sea of Marmara) से जुड़ा हुआ है। यह कर्च जलसंधि द्वारा आजोव (Azov Sea ) सागर से जुड़ा है। पश्चिम की ओर Dardonelles जलसंधि है जो एजियन सागर एवं मरमरा सागर को जोड़ती है।
  • इसका क्षेत्रफल 436,400 किमी. है, अधिकतम गहराई 2,212 मीटर है लेकिन काला सागर के तटवर्ती क्षेत्र उथले हैं। इसकी सबसे लंबी-पूर्व-पश्चिम सीमा 1,175 किमी. है।
  • इससे लगे हुए प्रमुख देश बुल्गारिया, रोमानिया, यूक्रेन, रुस, जार्जिया एवं तुर्की है।
  • इस सागर के साथ सबसे लंबी सीमा तुर्की ही साझा करता है।
  • इसमें डेन्युब, नीपर, निस्तर, डॉन, रियोनी एवं दक्षिणी वग आदि नदियों द्वारा इसमें जल की आपूर्ति की जाती है।
  • काला सागर न सिर्फ जल आपूर्ति, मौसम निर्धारण, नदियों के निकास के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि यह एक निम्न भूमि मैदान है जिसकी चट्टानें अवसादी प्रकार की है जिसमें पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस पाया जाता है।
  • हाल ही में तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने घोषण किया है कि काला सागर में अब तक के सबसे बड़े प्राकृतिक गैस के भंडार को तुर्की ने खोजा है। खोजा गया यह भंडार तुर्की के तट से लगभग 100 नॉटिकल मील उत्तर में काला सागर में स्थित है।
  • उन्होंने कहा है कि फतेह नामक ड्रिलिंग जहाज ने 320 अरब क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस भंडार टूना 1 नामक कुएं में खोजा है।
  • चूंकि काला सागर क्षेत्र में और भी तेल एवं प्राकृतिक गैस के भंडार मिलने की संभावना है इसलिए तुर्की ने कहा है कि वह नये गैस भंडार की खोज जारी रखेगा।
  • अभी खोजे गये प्राकृतिक गैस के संदर्भ में तुर्की का लक्ष्य 2023 तक दोहन करने का है।
  • तुर्की ने यह सफलता काला सागर में फतेह और याकुज जहाज के जरिये नौ बार गहरी खुदाई कर के प्राप्त किया है।
  • यह गैस के भंडार समुद्र के भीतर 2100 मीटर की गहराई में मिले हैं।
  • तुर्की ने कहा है कि वह 1400 मीटर और गहराई तक खुदाई करेगा जहां उसे और गैस मिलने की संभावना है।
  • माना जा रहा है इस खोज के बाद तुर्की को प्राकृतिक गैस के लिए रुस, ईरान और अजरबैज़न पर निर्भरता कम होगी। साथ ही तुर्की की खराब हो रही अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार आयेगा।
  • इस खोज का पता लगाने वाले जहाज का नाम ‘फतेह’ उस्मानिया सल्तनत के सुल्तान रहे फतेह सुल्तान मेहमत के नाम पर रखा गया है। जिन्होंने 1453 में कुस्तुंतुनिया पर कब्जा किया था।
  • वर्ष 2023 तक यदि तुर्की यहां से गैस निकालकर इसका प्रयोग प्रारंभ कर देता है तो यह एक बड़ा ऐतिहासिक कदम होगा क्योंकि 2023 में तुर्की एक गणतांत्रिक देश के रूप में अपने 100 साल पूरे कर रहा है।
  • तुर्की का लक्ष्य तेल और गैस के निर्यातक अर्थव्यवस्था के रूप में खुद को स्थापित करने का है।
  • तुर्की अभी तक ऊर्जा आयात पर बड़ी रकम खर्च करता था जैसे कि वर्ष 2019 में तुर्की ने 41 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऊर्जा आयात किया था।
  • इसी माह बढ़ती मंहगाई और चालू खाता घाटा अधिक होने के कारण तुर्की की मुद्रा लीरा (Lira) में गिरावट आई थी लेकिन तुर्की द्वारा गैस खोजने की घोषण के बाद मुद्रा के मूल्य में सुधार हुआ है।
  • तुर्की ने भले ही अगले 3 वर्षों में उत्पादन प्रारंभ करने की बात कहा है लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसमें लगभग एक दशक का समय लगेगा।
  • तुर्की को इस भंडार के दोहन के लिए दूसरे देशों से तकनीकी सहयोग की आवश्यकता होगी क्योंकि तुर्की के पास अपतटीय गैस भंडार (Offshore Gas Field) विकसित करने का अनुभव नहीं है।
  • समीक्षकों का मानना है कि 320 अरब क्यूबिक मीटर का गैस भंडार बड़ा है लेकिन इतना भी बड़ा नहीं है कि तुर्की को ऊर्जा का केंद्र बना दें। इसके लिए तुर्की को और अधिक खोज करना होगा।
  • यह गैस भंडार मिस्र द्वारा भूमध्य सागर में खोजे गये जोहर गैस भंडार (Zohr Gas Field) का एक तिहाई ही है। जिसमें 850 अरब क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस होने की संभावना है।
  • तुर्की काला सागर के साथ-साथ भूमध्य सागर में तेल और प्राकृतिक गैस की खोज कर रहा है। इसी माह तुर्की ने पूर्वी भूमध्य सागर में ग्रीस के द्वीप के तट के समीप गैस खोजने के आदेश दिये थे जिसके कारण दोनों के बीच तनाव बढ़ा है।
  • तुर्की द्वारा खोज के लिए भेजे गये जहाज के बाद युद्धपोतों की संख्या काफी बढ़ गई है। यह दोनों ही देश नाटो (NATO- North Atlantic Organisations Treated) के सदस्य हैं।
  • इस बढ़ते विवाद के बीच फ्रांस ने ग्रीस के समर्थन में एक समुद्री जहाज भेज दिया था।
  • तुर्की ने इसी प्रकार की गतिविधि साइप्रस के तट के समीप भी किया है जिससे दोनों के बीच विवाद बढ़ा है।
  • तुर्की इस गतिविधि का साइप्रस ने अपने अधिकार क्षेत्र में अतिक्रमण बताया है।
  • यूरोपीय संघ ने तुर्की को पूर्वी भूमध्य सागर में तुर्की को तुरंत अपने खोजी अभियान को रोकने के लिए कहा है लेकिन तुर्की ने इस साल के अंत तक अन्य जहाजों के माध्यम से भूमध्य सागर में गतिविधि बढ़ाने की बात कहा है।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के आंकड़े

  • शहरी स्वच्छता को बढ़ावा देने, शहरों को प्रोत्साहित करने एवं उन्हें प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने वर्ष 2016 में स्वच्छ सर्वेक्षण के माध्यम से शहरों की रैंकिंग प्रारंभ किया था।
  • वर्ष 2016 में पहला सर्वेक्षण जारी किया गया था जिसमें 73 शहरों को शामिल किया गया था।
  • वर्ष 2017 में शहरेां की संख्या बढ़कर 434, 2018 में 4203 एवं 2019 में आयोजित चौथे संस्करण में शहरों की संख्या 4237 थी।
  • हाल ही में आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण के पांचवा संस्करण - स्वच्छ सवेक्षण 2020 को जारी किया। जिसमें 4242 शहरों को शामिल किया गया है।
  • इस सर्वेक्षण में इंदौर शहर लगातार चौथी बार 1 लाख से अधिक जनसंख्या की श्रेणी में प्रथम स्थान पर आया। सूरत एवं नवी मुम्बई को क्रमशः दूसरा एवं तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।
  • गंगा किनारे बसे शहरों की कैटेगरी में वाराणसी सबसे स्वच्छ शहर में आया।
  • नई दिल्ली को सबसे स्वच्छ राजधानी शहर के रूप में चुना गया।
  • जालंधर छावनी बोर्ड को देश के सबसे स्वच्छ छावनी बोर्ड के रूप में रखा गया हैं इसके बाद क्रमशः दिल्ली छावनी बोर्ड और मेरठ छावनी बोर्ड का स्थान है।
  • 100 से अधिक शहरी स्थानीय निकायों वाले राज्यों की श्रेणी में छत्तीसगढ़ को सबसे स्वच्छ राज्य का स्टेटस प्रदान किया गया हैं इसके बाद क्रमशः महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश का स्थान है।
  • 100 से कम स्थानीय निकाय वाले राज्यों की श्रेणी में झारखण्ड को सबसे स्वच्छ राज्य का दर्जा दिया गया है।
  • पहले सर्वेक्षण में सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा मैसूर को मिलता था, उसके बाद से इस स्थान पर इंदौर का कब्जा है।
  • सबसे स्वच्छ शहरों (बड़े शहरों) की सूची में पटना सबसे नीचे है।
  • राजधानी भोपाल 7वें स्थान पर, चंडीगढ़ 8वें स्थान पर, लखनऊ 12वें स्थान पर, जयपुर 28वें स्थान पर है।
  • सर्वेक्षण का आधार- अपशिष्ट प्रबंधन, परिवहन, स्वच्छ जल, शौचालय सुलभता संवहनीय स्वच्छता, नागरिकों की सहभागिता, नवाचार आदि को शामिल किया जाता है।
  • इस सर्वेक्षण की जिम्मेदारी क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया को सौंपी गई है।
  • 100 से ज्यादा शहरी स्थानीय निकाय वाले सबसे स्वच्छ राज्य
  1. छत्तीसगढ़,
  2. महाराष्ट्र,
  3. मध्य प्रदेश,
  4. गुजरात,
  5. पंजाब,
  6. आंध्र प्रदेश,
  7. उत्तर प्रदेश,
  8. ओडिशा,
  9. राजस्थान,
  10. तमिलनाडु
  • 100 से कम शहरी स्थानीय निकाय वाले सबसे स्वच्छ राज्य
  1. झारखंड,
  2. हरियाणा,
  3. उत्तराखंड,
  4. सिक्किम,
  5. असम,
  6. हिमाचल प्रदेश,
  7. गोवा,
  8. तेलंगाना,
  9. नागालैंड,
  10. मणिपुर
  • 10 लाख से अधिक आबादी वाले स्वच्छ शहरों की लिस्ट
  1. इंदौर,
  2. सूरत,
  3. नवी मुंबई,
  4. विजयवाड़ा,
  5. अहमदाबाद,
  6. राजकोट,
  7. भोपाल,
  8. चंडीगढ़,
  9. विशाखापट्टनम,
  10. वडोदरा,
  11. नासिक,
  12. लखनऊ,
  13. ग्वालियर,
  14. थाणे,
  15. पुणे,
  16. आगरा,
  17. जबलपुर,
  18. नागपुर,
  19. गाजियाबाद,
  20. प्रयागराज
  • 10 लाख से कम आबादी वाले स्वच्छ शहरों की लिस्ट
  1. अंबिकापुर,
  2. मैसूर,
  3. नई दिल्ली,
  4. चंद्रपुर,
  5. खारगौन,
  6. तिरुपती,
  7. जमशेदपुर,
  8. गांधीनगर,
  9. धुले,
  10. राजनंदगांव,
  11. बिलासपुर,
  12. उज्जैन,
  13. रायगढ़,
  14. बुरहानपुर,
  15. सिंगरौली,
  16. छिंतवाड़ा,
  17. करनाल,
  18. अंबरनाथ,
  19. मीरा, भयंदर,
  20. पनवेल