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Blog / 02 Nov 2019

Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 02 November 2019

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Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 02 November 2019



वायु प्रदूषण

  • एयर क्वालिटी इंडेक्स से जुड़े आंकड़े साफ कह रहे थे कि सांस लेने लायक साफ हवा अभी भी एक सपना है।
  • पिछले साल दीपावली के नजदीक सुप्रीम कोर्ट ने यह व्यवस्था दी थी कि या तो हरित पटाखे छोड़े जायें या फिर त्यौहारों के मौके पर शाम 8 से 10 तक ही पटाखे चलाएं जाएं।
  • इसके बाद मार्च 2019 में जब सुप्रीम कोर्ट देश भर में पटाखों के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने के लिये दायर उस याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें दलील दी गयी थी कि इनकी वजह से प्रदूषण बढ़ता है तो अदालत ने कहा था कि लोग पटाखों के पीछे क्यों पड़े हैं ? जबकि इससे ज्यादा प्रदूषण तो वाहनों और तमाम उद्योगों से होता है। जैसे कि शहरों की बात करे तो वहां होने वाले वायु प्रदुषण के लिए कारें जिम्मेदार हैं।
  • वर्ष 2019 की शुरूआत में सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट ने एक रिपोर्ट में बताया था कि आबोहवा खराब करने की वजहों में 61 प्रतिशत हिस्सेदारी वाहनों और इंडस्ट्री से होने वाले प्रदूषण की है। दिल्ली एन.सी.आर. में ही कार जैसे वाहनों की वजह से 39% और इंडस्ट्री के कारण 22% प्रदूषण हो रहा है।
  • देश की राजधानी दिल्ली में निजी वाहनों की संख्या फिलवक्त सवा करोड़ से ऊपर है। यह संख्या सालाना करीब 10 लाख की दर से बढ़ रही है।
  • देश की राजधानी में वर्ष 2015 में साढ़े 6 हजार लोगों की मौत सांस संबंधी बिमारियों की वजह से हुयी, जिसके लिए यहाँ की प्रदूषित हवा सीधे तौर पर जिम्मेदार है।
  • हवा में बढ़ता प्रदूषण लोगों में सांस की बिमारियाँ पैदा कर रहा है।
  • अध्ययन से पता चला की हमारे देश के बीच 66 करोड़ लोग उन क्षेत्रों में रहते हैं जहां की हवा में मौजूद सूक्ष्म कण पदार्थों (PM) का प्रदूषण सुरक्षित मानकों से अधिक है। WHO हाल के सर्वे में यह भी बता चुका है कि दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में 5 भारत के हैं।
  • हर साल 6 लाख 20 हजार लोगों की मौते भारत में होती है।
  • वायु प्रदूषण के वजह से 2017 में स्ट्रोक, मधुमेह, दिल का दौरा, फेफड़े के कैंसर, फेफड़े की पुरानी बीमारियों से पूरी दुनिया में करीब 50 लाख लोगों की मौते हुयी। रिपोर्ट में बताया गया कि इनमें से 30 लाख मौतें सीधे तौर पर PM 2.5 से जुड़ी हैं।
  • स्वास्थ्य संबंधी खतरों से होने वाली मौतों का तीसरा सबसे बड़ा कारण वायु प्रदूषण और इसके बाद धूम्रपान है।

Free Trade – Protectionism की ओर

  • USA एवं चीन के बीच चल रहा ट्रेडवार किसी नतीजे पर पहुँचता दिखाई न दे रहा।
  • Protectionism को बढ़ावा दिया जा रहा है। USA का मानना है कि चीन अपने प्रोडक्ट को डंप कर देता है।
  • चीन सब्सिडी देता है।
  • मुद्रा का अवमूल्यन करता है।
  • USA का कहना है कि इन्ही कारणों से वह संरक्षणवाद को बढ़ावा दे रहा है।
  • चीन का कहना है कि यदि USA ऐसा करेगा तो हम भी USA से आने वाले वस्तुओं पर प्रतिबंध लगायेंगे।
  • गंभीर मुद्दा
  • उपभोक्ता को कम मूल्य पर वस्तुएं प्राप्त नहीं होगी।
  • व्यापार घाटे को संकीर्ण अर्थो में परिभाषित किया जाता हैं।
  • व्यापार घाटा किसी देश के विकास का सूचक न होकर वस्तुओं की मांग से संबंधित है।
  • किसी दूसरे देश के साथ हो सकता है।
  • हांगकांग एवं सिंगापुर ने Free Trade को प्रमोट किया है। संपन्नता काफी बढ़ी है।
  • Free Trade की ओर बढ़ने की जरूरत है। पूरे विश्व में संपन्नता बढ़ेगी।

संरक्षणवाद

  • विदेशी प्रतिस्पर्धा से घरेलू राष्ट्रीय बाजार की रक्षा करने के उद्देश्य से आर्थिक प्रतिबंधात्मक उपाय है।
  • आयातित और घरेलू उत्पादित वस्तुओं के बीच निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए, आयातित देश घरेलू उत्पादक की मदद के व्यापार विनिर्माण को सीमित किया जाता है।
  • वैश्वीकरण के खिलाफ माना जाता है।
  • Trade War

नीतियाँ

  • आयात शुल्क बढ़ा देना
  • आयात कोटा (आरक्षित)
  • घरेलू सब्सिडी
  • प्रशासनिक बाधाएं - लाइसेंस (तस्करी)

अवमूल्यन - जब किसी देश द्वारा अपनी मुद्रा का वाह्य मूल्य कम कर दिया जाता है तो इसे अवमूल्यन कहते हैं।

  • 1 चॉकलेट = 1$ = 60 रूपये
  • 1$ = 60 = 1$ = 65 1 चॉकलेट = 1$ = 65 रूपये निर्यात/आयात

चॉकलेट के लिए भुगतान डॉलर में। इसलिए डॉलर के सापेक्ष रूपये की किमत आयात निर्यात को प्रभावित करती है।

उद्देश्य

  • निर्यात बढ़ाना एवं आयात कम करना
  • व्यापार घाटे को कम करना

अधिमूल्यन (Revaluation)

  • 1$ = 60 रूपये
  • 1$ = 55 रूपये (आयात ज्यादा, निर्यात कम)

Various Reports:

State Of Global Air 2019 Report

  • Health Effects Institute द्वारा जारी
  • बांग्लादेश, भारत, नेपाल, पाकिस्तान दृ दुनिया के सबसे प्रदूषित क्षेत्र में शामिल
  • भारत . 1.5 मिलियन मौतें 2017 में
  • भारत में वायु प्रदूषण से होने वाली मौतों में - तीसरा मुख्य कारण
  • 2017 में 1.2 मिलियन से अधिक भारतीय मौतें Indoor & Outdoor से
  • भारत की लगभग 60% आबादी ठोस ईंधन का प्रयोग

2018 World Air Quality report by Greenpeace and IQ Air Visual

  • दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 22 शहर शामिल
  • 1st Rank- गुरूग्राम - PM 135 मीटर
  • 2nd Rank - गाजियाबाद
  • फरीदाबाद, दिल्ली, कानपुर, गया, पटना

UN- Global Environment Report: Climate Change And Pollution Impacting Human Health

WHO: Air Pollution Report

  • स्थापना WHO - 7 अप्रैल 1948
  • PM- 2.5 & PM -10
  • फिनलैण्ड - दुनिया की सबसे साफ हवा मिलती है।
  • PM 2.5 Highest के अन्तर्गत लिस्ट में 15 में से 14 शहर Northern india में स्थित
  • जोधपुर - 14 वाँ स्थान
  • गया - 4 स्थान
  • पटना - 5 वाँ स्थान
  • मुजफ्फरपुर - 9 वाँ स्थान
  • सबसे अधिक Polluted City- कानपुर (173), फरीदाबाद (172), वाराणसी (151), गया (149), पटना (144)

वायु प्रदूषण

कारण

प्राकृतिक स्रोत

  • ज्वालामुखी, दावाग्नि
  • जैविक अपशिष्ट
  • जलवाष्प, राख, विभिन्न गैसें
  • दलदली क्षेत्रों में जैविक पदार्थों का सड़न
  • कोहरा, उल्कापात, सूक्ष्मजीव, परागकण, समुद्री खनिज

मानवीय स्रोत

  • वनों का विनाश
  • उद्योग/कल कारखाने (लघु, मध्यम, वृहद)
  • परिवहन
  • घरेलू कार्यो से (Imdoor Air Pollution)
  • ताप विद्युत गृह (Thermal Lower Station)
  • कृषि कार्य
  • खनन
  • रेडियोधर्मिता (Radio Activity)
  • रासायनिक पदार्थों एवं विलायको द्वारा (Chemical Substances & Solvents)
  • विकसित देशों की निर्यात सामग्री
  • निर्माण कार्य, आग्नेय अस्त्रों के प्रयोग, आतिशबाजी आदि