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Blog / 07 Sep 2020

(इनफोकस - InFocus) अफ्रीकन बाओबाब : क्यों है सुर्ख़ियों में? (African Baobab : Why in News?)

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(इनफोकस - InFocus) अफ्रीकन बाओबाब : क्यों है सुर्ख़ियों में?  (African Baobab : Why in News?)



सुर्ख़ियों में क्यों?

एक हालिया शोध से पता चला है कि अफ्रीकन बाओबाब नामक पेड़ में 168 गुणसूत्र यानी Chromosomes होते हैं.

  • इससे आगामी वक्त में आनुवंशिक अध्ययन, संरक्षण और कृषि के लिहाज से महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की जा सकती है.
  • इस शोध को ‘साइंटिफिक रिपोर्ट्स’ (Scientific Reports) नाम के जर्नल में प्रकाशित किया गया था।
  • बता दें कि पूर्व के किये गए अध्ययनों में अफ्रीकन बाओबाब में 96 से 166 के बीच गुणसूत्र होने की बात कही गई थी।

अफ्रीकन बाओबाब क्या है?

अफ्रीकन बाओबाब एक प्रकार का वृक्ष है जिसका वैज्ञानिक नाम- एडानसोनिया डिजीटाटा (Adansonia Digitata) है. इसे ‘ट्री ऑफ लाइफ’ के नाम से भी जाना जाता है।

  • अफ्रीका में, खासकर सवाना क्षेत्र में जहाँ मौसम शुष्क और जलवायु परिवर्तन के चलते गंभीर रूप से प्रभावित होता है, वहाँ ज्यादातर पेड़ सूख जाते हैं. लेकिन अफ्रीकन बाओबाब 1000 से भी ज्यादा सालों तक जिंदा रह सकता है, और कई जीवों के लिये जीवन ऊर्जा का स्रोत भी होता है।
  • साथ ही, यह भोजन, पशुओं के लिये चारा, औषधीय यौगिक और कच्चे माल के लिहाज से भी काफ़ी महत्वपूर्ण है।
  • इसके बड़े-बड़े टहनियों में वर्षा जल को सोखने और इसे अपने पास इकट्ठा करके रखने का विशेष गुण होता है।
  • जाहिर है कि अफ्रीकन बाओबाब काफ़ी महत्वपूर्ण और उपयोगी वृक्ष है, लेकिन इसके संरक्षण की राह में कई चुनौतियाँ हैं.
  • इसके अलावा, इसके बारे में अभी तक पर्याप्त आनुवंशिक जानकारी का भी अभाव है।

शोध से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु

इस वृक्ष की कोशिकाएं किसी गहने की तरह चमकती है. शोधकर्ताओं ने इन कोशिकाओं के भीतर एकल गुणसूत्रों यानी Individual Chromosomes के आनुवंशिक घटकों को देखने के लिये फ्लोरोसेंट जाँच (Fluorescent Probes) का इस्तेमाल किया।

  • शोध से यह भी पता चला कि वृक्ष में बड़े पैमाने पर ‘न्यूक्लिओलस आर्गेनाइज़र रीजन’ यानी NOR मौजूद है।
  • मुख्य गुणसूत्र निकाय की तुलना में यह क्षेत्र किसी भी अन्य पौधों की प्रजातियों के मुकाबले बड़ा नजर आता है।
  • कोशिका चक्र के कुछ चरणों के दौरान ‘न्यूक्लिओलस आर्गेनाइज़र रीजन’ पर केन्द्रिकाओं यानी Nucleoli का निर्माण होता है।
  • केन्द्रिका, सकेंद्रक कोशिकाओं यानी यूकैरियोट्स (Eukaryotes) में राइबोसोम के गठन और प्रोटीन संश्लेषण के लिये जरूरी है. यह केन्द्रिका एक महत्त्वपूर्ण खासियत है जो यूकैरियोट्स को अकेन्द्रक कोशिकाओं यानी Prokaryotes से अलग करती है।
  • अफ्रीकन बाओबाब के ये आनुवंशिक निष्कर्ष बड़े काम के हैं. इनके ज़रिए इस वृक्ष के आनुवंशिक संरक्षण को अधिक कुशल और प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी।
  • यह अनुसंधान, वृक्ष प्रजनन कार्यक्रमों के लिये भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके जरिए सिल्वीकल्चर यानी वनवर्धन में काफ़ी मदद मिल सकती है।

सिल्वीकल्चरक्या होता है?

सिल्वीकल्चर को हिंदी में वनवर्धन कहा जाता है। वनों को लगाने, उनके विकास, संरचना, स्वास्थ्य और गुणवत्ता के नियंत्रण की प्रक्रिया या अभ्यास को सिल्वीकल्चर कहा जाता है. सिल्वीकल्चर को मूल्यों एवं ज़रूरतों खासकर लकड़ी के उत्पादन और माँग को पूरा करने के लिये अपनाया जाता है.

गुणसूत्र क्या होता है?

गुणसूत्र पशुओं और पौधों की कोशिकाओं के केंद्रक के भीतर मौजूद धागे जैसी संरचनाएँ होती हैं। हर गुणसूत्र प्रोटीन और ‘डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड’ यानी डीएनए के एक एकल अणु से मिलकर बना होता है।