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Blog / 08 May 2020

(डेली न्यूज़ स्कैन - DNS हिंदी) वंदे भारत मिशन और ऑपरेशन समुद्र सेतु (Vande Bharat Mission and Operation Samudra Setu)

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(डेली न्यूज़ स्कैन - DNS हिंदी)  वंदे भारत मिशन और ऑपरेशन समुद्र सेतु (Vande Bharat Mission and Operation Samudra Setu)



साल 1990 में हुई कुवैत एयरलिफ्ट के बाद दुनिया की सबसे बड़ी निकासी की मुहीम को भारत अंजाम देने जा रहा है....भारत कोरोना वायरस के मद्देनज़र दुनिया में लगे हुए लॉक डाउन में फंसे हज़ारों भारतीय नागरिकों को 64 उड़ानों के माध्यम से 7 मई से 13 मई के बीच भारत वापस लाने की तैयारी में है . इस मिशन का नाम भारत सरकार ने वन्दे भारत मिशन रखा है . विदेश मंत्री श्री जय शंकर ने मंगलवार को कहा की इस मिशन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं . विदेश मंत्री ने दुनिया के अलग अलग हिस्सों में फंसे लोगों को वहां के दूतावास के लगातार संपर्क में रहने के निर्देश दिए हैं ...

प्रत्यावर्तन योजना के तहत भारत सरकार चरणबद्ध तरीके से दुनिया भर में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस भारत लाएगी . गौर तलब है की भारत ने सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को कोरोना महामारी के चलते मार्च के शुरू में ही बंद कर दिया था

इसी के साथ भारतीय नौसेना ने समुद्र सेतु ऑपरेशन भी शुरू किया है जो विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को पानी के रास्ते वापस भारत लेकर आएगा . भारतीय नौसेना के दो जहाज़ जलाश्व और मगर 8 मई से माले जलपोत के रास्ते भारतियों को वापस लाएंगे . इसके ज़रिये सिर्फ उन नागरिकों को ही वापस लाया जायेगा जो कोरोना परीक्षण के बाद इसके योग्य पाए जायेंगे

आज के DNS कार्यक्रम में हम जानेंगे भारत सरकार द्वारा चलाये गए वनडे भारत मिशन और समुद्र सेतु ऑपरेशन के बारे में . साथ ही हम जानेंगे की इस मुहीम के ज़रिये भारत दुनिया के किन किन देशों में फंसे भारतियों को इसके ज़रिये भारत लाया जाएगा

वन्दे भारत मिशन

वन्दे भारत मिशन तकरीबन 15000 भारतीयों को वायु मार्ग से भारत लेकर आएगा . ये 15000 भारतीय दुनिया के अलग अलग देशों में फंसे हैं . एक बार इस ऑपरेशन के पूरे हो जाने के बाद यह 1990 में हुई कुवैत एयरलिफ्ट के बाद सबसे बड़ी एक्सरसाइज होगी . गौरतलब है कुवैत से 1990 में भारत ने 1.7 लाख लोगों को कुवैत से बाहर निकाला था .

भारत इस दौरान 7 मई और 13 मई के बीच संयुक्त अरब अमीरात के लिए 10 उड़ाने , अमरीका और ब्रिटैन के लिए 7 उड़ाने , सऊदी अरब के लिए 5 उड़ाने , सिंगापुर के लिए 5 उड़ाने और क़तर के लिए दो उड़ानों का संचालन  करेगा . इसी दौरान भारत मलेशिया और बांग्लादेश के लिए 7 उड़ानें , कुवैत और फिलीपीन्स के लिए 5 उड़ानें और ओमान और बहरीन के लिए 2 उड़ानें संचालित करेगा

सबसे ज़्यादा 15 उड़ानें केरल से भेजी जाएंगी , जबकि दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और तमिल नाडु के लिए 11 उड़ानें , महराष्ट्र और तेलंगाना के लिए 7 , गुजरात के लिए 5 , जम्मू और कश्मीर और कर्णाटक के लिए 3 उड़ानें और पंजाब उत्तर प्रदेश के लिए 1 -1 उड़ान भेजी जाएगी....रोज़ लगभग 2000 लोग विदेश से भारत आने के लिए उड़ान भरेंगे

उड्डयन मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा की भारतीय वायु सेवा एयर इंडिया और इसकी सहायक एयर इंडिया एक्सप्रेस 7 मई से 13 मई के दौरान 7 दिनों तक भारतीयों की निकासी के लिए 64 उड़ाने संचालित करेगी . गुरूवार से लगभग 7 विशेष विमान लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे से मुंबई ,दिल्ली ,अहमदाबाद, चेन्नई और बेंगलुरु के लिए उड़ान भरेंगे .

जो यात्री इन विमानों से भारत आएंगे उन्हें जांच से होकर गुज़रना पडेगा और इन्हे 14 दिन कारण्टीन किया जाएगा . विदेशों में फंसे भारतीयों को ला रही 64 उड़ानों में से 9 देशों से आने वाली 11 विमान सेवाओं को तमिल नाडु में उतारा जाएगा .

एक आदेश में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा की भारत लौटने में दिक्कत में फंसे लोगों , प्रवासी मज़दूरों , नौकरी से निकाले गए मज़दूरों और वीसा की अवधि समाप्त हो गए व्यक्तियों को वरीयता दी जाएगी . इस दौरान ऐसे लोग जो चिकित्सा आपातकाल में हैं , गर्भवती महिलाएं , बुज़ुर्गों को प्राथमिकता दी जाएगी . गृह मंत्रालय ने कहा की ऐसे लोग जिनके परिवार में किसी की मौत हो गयी हो और विदेश में शिक्षा पा रहे छात्रों को भी वरीयता दी जाएगी .

यात्रियों से लंदन से दिल्ली मुंबई अहमदाबाद और बंगलुरु आने वाली उड़ानों के लिए 50,000 रुपये की धनराशि टिकट के तौर पर ली जाएगी जबकि ढाका से दिल्ली की उड़ान के लिए 12,000 रुपये की धनराशि ली जाएगी . अमेरिका से आने वाले यात्रियों से 1 लाख रुपये टिकट की कीमत के तौर पर वसूले जाएंगे जबकि दुबई से आने वाले भारतीयों से 13,000 रुपये बतौर टिकट लिए जाएंगे . विदेश मंत्रालय अपनी वेबसाइट पर यात्रियों को 2 दिन के नोटिस के साथ साथ यात्रा के दौरान आने वाली उड़ान का दिन जगह और समय भी देगी ....

केंद्रीय गृह मंत्रालय के वक्तव्य के अनुसार विदेश में फंसे भारतीयों को अपने मोबाइल पर आरोग्य सेतु मोबाइल अप्प डाउनलोड करना होगा और सरकार द्वारा जारी की गयी स्वास्थ्य सम्बन्धी दिशानिर्देश को भी मानना होगा

ऑपरेशन समुद्र सेतु

हवाई सेवा के अलावा भारतीय नौसेना ने भारतीय नागरिकों के भारत वापसी के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु भी शुरू किया है .भारतीय नौ सेना के जहाज़ जलाश्व और मगर मौजूदा वक़्त में माले के जलपोत के रास्ते में हैं जो 8 मई से भारतीयों को समुद्र के रास्ते वापस लाने की शुरुआत करेंगे

भारतीय नौसेना के वक्तव्य के मुताबिक़ मालदीव में भारतीय मिशन नौसेना के जहाज़ों के ज़रिये निकाले जाने वाले भारतीय नागरिकों की सूची तैयार कर रहा है और इनकी निकासी की प्रक्रिया ज़रूरी चिकित्सकीय जांचों के बाद पूरी की जाएगी . पहली यात्रा के दौरान कुल 1000 लोगों को सामाजिक दूरी सम्बन्धी नियमों का पालन करने के साथ साथ सुरक्षित भारत वापस लाया जाएगा . इस दौरान जहाज़ पर सामजिक दूरी के नियमों का अनुपालन किया जाएगा साथ ही ज़रूरी स्वास्थ्य सेवाओं की ज़रूरतों का भी ध्यान रखा जाएगा .

इस ऑपरेशन का संचालन रक्षा मंत्रालय , विदेश मंत्रालय स्वास्थ्य मंत्रालय और केंद्र और राज्य सरकार की अन्य एजेंसियों के समन्वय से किया जा रहा है

बहरहाल भारत में फंसे श्रमिकों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने के बाद भारत सरकार ने विदेश में फंसे प्रवासी भारतीयों को निकालने का फैसला लेकर एक सराहनीय कार्य किया है .