(डाउनलोड) यूपीएससी आईएएस 2014 (मुख्य परीक्षा) सामान्य अध्ययन पेपर - 3 (Download) UPSC IAS (Mains) 2014 General Studies (Paper - 3) Exam Question Paper


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परीक्षा का नाम (Exam Name): यूपीएससी आईएएस 2014 (मुख्य परीक्षा)

पाठ्यक्रम (Syllabus): प्रश्नपत्र-4: सामान्य अध्ययन-3: (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव-विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा- प्रबंधन)

विषय (Subject) : सामान्य अध्ययन (पेपर - 3) General Studies (GS) Paper - 3

साल (Year): 2014

माध्यम (Medium): Hindi

निर्देशः निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 200 शब्दों से अधिक नहीं होना चाहिए। शब्द-विस्तार की अपेक्षा प्रश्नोत्तर की अन्तर्वस्तु अधिक महत्वपूर्ण है। सभी प्रश्नों के अंक समान है।

प्रश्न 1. सामान्यतः देश कृषि से उद्योग और बाद में सेवाओं को अन्तरित होते है पर भारत सीधे ही कृषि से सेवाओं को अन्तरित हो गया है। देश में उद्योग के मुकाबले सेवाओं की विशाल संवृद्धि के क्या कारण है? क्या भारत सशक्त औद्योगिक आधार के बिना एक विकसित देश बन सकता है?

प्रश्न 2. ‘‘जिस समय हम भारत के जनसांख्किीय लाभांश को शान से प्रर्दशित करते है, उस समय हम रोजगार-योग्यता की पतनशील दरों को नजरअंदाज कर देते है।’’ क्या हम ऐसा करने में कोई चूक कर रहे है? भारत को जिन जॉबों की बेसबरी से दरकार है, वे जॉब कहां से आएंगे? स्पष्ट कीजिए।

प्रश्न 3. एक दृष्टिकोण यह भी है कि अधिनियमों के अधीन स्थापित कृषि उत्पादन समितियों ने भारत में न केवल कृषि के विकास को बाधित किया है, बल्कि खाद्यवस्तु महंगाई का कारण भी रही हैं। समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए।

प्रश्न 4. ‘‘गाँवों में सहकारी समिति को छोड़कर, ऋण संगठन का कोई भी अन्य ढांचा उपयुक्त नही होगा।’’ - अखिल भारतीय ग्रामीण ऋण सर्वेक्षण।

भारत में कृषि वित की पृष्ठभूमि में, इस कथन पर चर्चा कीजिए। कृषि वित्त प्रदान करने वाली वित्तीय संस्थाओं को किन बाध्यताओं और कसौटियों का सामना करना पड़ता है? ग्रामीण सेवार्थियों तक बेहतर पहुंच और सेवा के लिए प्रौद्योगिकी का किस प्रकार इस्तेमाल किया जा सकता है?

प्रश्न 5. भूमि अर्जन, पुनरूद्वार और पुनर्वासान में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, 2013 पहली जनवरी, 2014 से प्रभावी हो गया है। इस अधिनियम के लागू होने से कौन-से महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान निकलेगा? भारत में उद्योगीकरण और कृषि पर इसके क्या परिणाम होंगे?

प्रश्न 6. पूंजीवाद ने विश्व अर्थव्यवस्था का अभूतपूर्व स्मृद्धि तक दिशा-निर्देशन किया है। परंतु फिर भी, वह अक्सर अदूरदर्शिता को प्रोत्साहित करता है तथा धनवानों और निर्धनों के बीच विस्तृत असमताओं को बढ़ावा देता है। इसके प्रकाश में, भारत में समावेशी संवृद्धि को लाने के लिए क्या पूंजीवाद में विश्वास करना और उसको अपना लेना सही होगा? चर्चा कीजिए।

प्रश्न 7. समझाइए कि दीर्घकालिक पक्वनावधि आधारिक संरचना परियोजनाओं में निजी लोक भागीदारी किस प्रकार अधारणीय देयताओं को भविष्य पर अन्तरित कर सकती है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उत्तरोतर पीढि़यों की सक्षमताओं के साथ कोई समझौता न हो, क्या व्यवस्थाएं स्थापित की जानी चाहिए?

प्रश्न 8. राष्ट्रीय नगरीय परिवहन नीति ‘वाहनों की आवाजाही’ के बजाय लोगों की आवाजाही पर बल देती है? इस संबंध में सरकार की विविध रणनीतियों की सफलता की आलोचनात्मक चर्चा कीजिए।

प्रश्न 9. रक्षा क्षेत्रक में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को अब उदारीकृत करने की तैयारी है। भारत की रक्षा और अर्थव्यवस्था पर अल्पकाल और दीर्घकाल में इसके क्या प्रभाव अपेक्षित हैं?

प्रश्न 10. भारतीय विश्वविद्यालयों में वैज्ञानिक अनुसंधान का स्तर गिरता जा रहा है, क्योंकि विज्ञान में कैरियर उतना आकर्षक नहीं है जितना कि वह कारोबार संव्यवसाय, इंजीनियरी या प्रशासन में है, और विश्वविद्यालय उपभोक्ता-उन्मुखी होते जा रहे हैं। समालोचनात्मक टिप्पणी कीजिए।

प्रश्न 11. क्या ऐन्टीबायोटिकों का अति-उपयोग और डॉक्टरी नुस्ख़े के बिना मुक्त उपलब्धता, भारत में औषधि-प्रतिरोधी रोगों के आविर्भाव के अंशदाता हो सकते हैं? अनुवीक्षण और नियंत्रण की क्या क्रियाविधियां उपलब्ध है? इस संबंध में विभिनन मुद्दों पर समालोचनापूर्वक चर्चा कीजिए।

प्रश्न 12. वैश्वीकृत संसार में, बौद्धिक अधिकारों का महत्व हो जाता है और वे मुकद्दमेबाजी का एक स्रोत हो जाते हैं। कॉपीराइट, पेटेंट और व्यापार गुप्तियों के बीच मोटे तौर पर विभेदन कीजिए।

प्रश्न 13. क्या यू.एन.एफ.सी.सी. के अधीन स्थापित कार्बन क्रेडिट और स्वच्छ विकास यांत्रिकत्वों का अनुसरण जारी रखा जाना चाहिए, यद्यपि कार्बन क्रेडिट के मूल्य में भारी गिरावट आयी है? आर्थिक संवृद्धि के लिए भारत की उर्जा आवश्यकताओं की दृष्टि से चर्चा कीजिए।

प्रश्न 14. सूखे को उसके स्थानिक विस्तार, कालिक अवधि, मंथर प्रारम्भ और कमजोर वर्गों पर स्थायी प्रभावों की दृष्टि से आपदा के रूप में मान्यता दी गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सितंबर 2010 मार्गदर्शी सिद्धान्तों पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत में एल नीनो और ला नीना के संभावित दुष्प्रभावों से निपटने के लिए तैयारी की कार्यविधियों पर चर्चा कीजिए।

प्रश्न 15. सरकार द्वारा किसी परियोजना को अनुमति देने से पूर्व, अधिकारिक पर्यावरणीय प्रभाव आकलन अध्ययन किय जा रहे है। कोयला गर्त-शिखरों पर अवस्थित कोयला-अग्नित तापीय संयंत्रों के पर्यावरणीय प्रभावों पर चर्चा कीजिए।

प्रश्न 16. ‘‘बहुधार्मिक व बहुजातिय समाज के रूप में भारत की विविध प्रकृति, पड़ोस में दिख रहे अतिवाद के संघात के प्रति निरापद नहीं है।’’ ऐसे वातावरण के प्रतिकार के लिए अपनाए जाने वाली रणनीतियों के साथ विवेचाना कीजिए।

प्रश्न 17. अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन नियम सभी देशों को अपने भूभाग के ऊपर के आकाशी क्षेत्र पर पूर्ण और अनन्य प्रभुता प्रदान करते हैं। आप ‘आकाशी क्षेत्र’ से क्या समझते है? इस आकाशी क्षेत्र के ऊपर के आकाश के लिए इन नियमों के क्या निहितार्थ हैं? इससे प्रसूत चुनौतियों पर चर्चा कीजिए और ऽतरे को नियंत्रण करने के तरीके सुझाइए।

प्रश्न 18. भारत की सुरक्षा को गैर-कानूनी सीमापार प्रवसन किस प्रकार एक खतरा प्रस्तुत करता है? इसे बढ़ावा देने के कारणों को उजागर करते हुए ऐसे प्रवसन को रोकने की रणनीतियों का वर्णन कीजिए।

प्रश्न 19. 2012 में समुद्री डकैती के उच्च-जोखिम क्षेत्रों के लिए देशांतरी अंकन अन्तर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन द्वारा अरब सागर में 65° पूर्व से 78° पूर्व तक खिसका दिया गया था। भारत के समुद्री सुरक्षा सरोकारी पर इसका क्या परिणाम है?

प्रश्न 20. चीन और पाकिस्तान ने एक आर्थिक गलियारे के विकास के लिए समझौता किया है। यह भारत की सुरक्षा के लिए क्या खतरा प्रस्तुत करता है? समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए।

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Courtesy: UPSC