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Brain-booster / 10 Sep 2020

यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (विषय: राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (National Digital Health Mission)

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यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (Current Affairs Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


विषय (Topic): राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (National Digital Health Mission)

राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (National Digital Health Mission)

चर्चा का कारण

  • हाल ही में ‘राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन’ (एनडीएचएम) के तहत लोगों से एकत्रित गोपनीय स्वास्थ्य आंकड़ों की सुरक्षा के लिए सरकार ने मान्य कानूनों और विनियमों के अनुपालन के साथ ही न्यूनतम मापदंडों के एक प्रारूप का प्रस्ताव रखा है।
  • इसी संदर्भ में ‘आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ के क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने लोगों के लिए ‘स्वास्थ्य आंकड़ा प्रबंधन नीति’ का मसौदा जारी किया है।

राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन

  • सस्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन का आरंभ किया गया था।
  • यह एक डिजिटल स्वास्थ्य पारितंत्र है, जिसके अंतर्गत पप्रत्येक भारतीय नागरिक को एक यूनिक स्वास्थ्य पहचान पत्र दिया जायेगा जिसमें व्यक्ति के सभी डॉक्टरों के साथ-साथ नैदानिक परीक्षण और निर्धारित दवाओं का अंकीकृत स्वास्थ्य रिकॉर्ड सम्मिलित होगा।
  • एनडीएचएम, राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति (2017) और राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य काय योजना (NDHB) के उद्देश्यों को व्यावहारिक रूप से लागू करेगा। NDHM एक स्वैच्छिक कार्यक्रम होगा।

मिशन की आवश्यकता

  • इस मिशन का उद्देश्य नागरिकों के लिए सही डॉक्टरों को खोजने, मुलाकात के समय, परामर्श शुल्क का भुगतान करने, चिकित्सीय नुस्खों के लिए अस्पतालों के चक्कर लगाने से मुक्ति दिलाना है। इसके साथ ही यह लोगों को सर्वोत्तम संभव स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त करने के लिए एक सुविज्ञ निर्णय लेने में सक्षम बनायेगा।

प्रमुख विशेषताएं

  • इस योजना के छह प्रमुख घटक हैं-स्वास्थ्य पहचान पत्र (Health ID), डिजी डॉक्टर (DigiDoctor), स्वास्थ्य सुविधा रजिस्ट्री, व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड, इ-फार्मेसी और टेलीमेडिसिन।
  • इस मिशन से जापानी एनसेफलयटिस, डेंगू, मलेरिया, कोरोना वायरस आदि जैसे प्रकोपों की आसान और प्रभावी निगरानी हो सकेगी।
  • सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओ का प्रभावी निगरानी और मूल्यांकन हो सकेगा। वर्तमान में आयुष्मान भारत के अलावा विभिन्न राज्यों में कई स्वास्थ्य योजनाएं चल रही हैं। परन्तु बिना एकीकरण के इनका प्रभावी कार्यान्वन मुश्किल है।
  • भविष्य में चिकित्सा क्षेत्रों (यथा-जीन-आधारित चिकित्सा आदि) का विकास हो सकेगा।
  • राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन सतत विकास लक्ष्यों को भी हासिल करने में मदद करेगा।

चुनौतियाँ

  • देश में मेडिकल रिकॉर्ड के भंडारण और पुनर्प्राप्ति में प्रस्तावित बदलाव को प्राप्त करने के लिए, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में विभिन्न हितधहरको के इंटरफ़ेस से डिजिटल एकीकरण को प्राप्त करना होगा।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल प्रौद्योगिकी की कम समझ NDHM द्वारा दी जाने वाली समावेशिता और पहुंच की क्षमता को सुनिश्चित करने में एक चुनौती होगी।
  • एनडीएचएम में डेटा गोपनीयता और सुरक्षा सम्बन्धित मुद्दे एक प्रमुख चिंता का विषय होगा।
  • NDHM के लिए सबसे बड़ी बाधा भारत का अल्प स्वास्थ्य बजट है।

आगे की राह

  • कोविड-19 जैसी महामारियों से निपटने के लिए एक मजबूत स्वास्थ्य ढांचा की नितांत आवश्यकता है, अतः इस उद्देश्य को पाने में राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।
  • कुछ विशेषज्ञ राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन से उपजने वाले निजता के अधिकार के उल्लंघन की भी बात कर रहे हैं, अतः सरकार को इस मुद्दे पर भी ध्यान देना होगा।
  • हालाँकि स्वास्थ्य आंकड़ा प्रबंधन नीति व्यक्तियों की आंकड़ा निजता की रक्षा हेतु एनडीएचएम के ‘सुरक्षा एवं निजता डिजायन’ मार्गदर्शक सिद्धांत को साकार करने की दिशा में पहला कदम है
  • सरकार को राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के व्यावहारिक क्रियान्वयन पर भी अधिक बल देना होगा।

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