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Brain-booster / 26 Aug 2022

यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (विषय: म्यांमार में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की हत्या (Execution of Activists in Myanmar)


यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (विषय: म्यांमार में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की हत्या (Execution of Activists in Myanmar)

चर्चा में क्यों?

  • 25 जुलाई को म्यांमार में जुंटा सरकार द्वारा चार लोकतंत्र के कार्यकर्ताओं को फांसी दी गयी। जुंटा के प्रवक्ता ने फांसी को लोगों के लिए न्यायपूर्ण बताया। म्यांमार में तख्तापलट के बाद, आंग सान सू की सहित कई नेता गिरफ्तार किए गए और अभी भी हिरासत में हैं।

नवीनतम घटनाक्रम

  • चार में से दो कार्यकर्ताओं की पहचान ‘88 आंदोलन’ के अनुभवी ‘को जिमी’ और दूसरा एक रैपर, हिप-हॉप कलाकार और पूर्व सरकार के सदस्य ‘को फ्रयो जेया थाव’ के रूप में की गई है।
  • संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता के अनुसार, जब से जुंटा सत्ता में आई है, 1500 से अधिक लोग मारे गए हैं और लगभग 12000 को हिरासत में लिया गया है।
  • देश के अंदर और बाहर से वैधता प्राप्त करने में विफल रहने के लिए जुंटा के भीतर भी बेचौनी बढ़ने लगी है।
  • जुंटा एक प्रतिरोध आंदोलन, जातीय संघर्ष, आतंकवादी हमले और असफल अर्थव्यवस्था से जूझ रही है।
  • विश्व बैंक के अनुसार सितंबर, 2021 के अंत तक देश में 18% आर्थिक संकुचन हुआ है।
  • दो साल के भीतर आम चुनाव कराने के उनके वादे अभी तक पूरे नहीं हुए हैं, इसलिए कुछ सैन्य और पुलिस अधिकारी भी लोकतंत्र के आंदोलन में शामिल हो गए हैं।

क्या मृत्युदंड शत्रुता को कम करेगा?

  • दोनों कार्यकर्ता युवा प्रतीक और लोकतंत्र आंदोलन के प्रमुख नेता थे।
  • आने वाले दिनों में, इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि जुंटा को संभावित प्रतिशोध का सामना करना पड़े है।
  • जुंटा और जातीय समूहों के बीच समीकरण अस्थिर रहने की संभावना है।

निष्पादन के बाद अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया

  • वरिष्‍ठ जनरल म्‍यांमार की शांति और सि्‍थरता के लिए आसियान की पांच सूत्रीय जो सहमति हुई थी, उन्‍हें लागू करने में असमर्थ रहे।
  • निष्पादन की निंदा व्यक्तिगत रूप से अधिक की गई है न कि दबाव के रूप में।
  • न तो इन निंदाओं से और न ही अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, आसियान, यूरोपीय संघ और अन्य द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों ने जुंटा पर कोई प्रभाव डाला है।
  • रूस और जुंटा के सबसे पुराने सहयोगी चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जुंटा शासन का पुरजोर समर्थन किया है।
  • म्यांमार में अपनी ढांचागत परियोजनाओं और निवेशों के कारण चीन का एक अपना हित है।
  • चीन अपनी सीमाओं के भीतर और आसियान सदस्यों के बीच संघर्ष को टालने में भी सहयोग देने का प्रयास किया है।

लोकतंत्र पर निष्पादन का प्रभाव

  • म्यांमार के लिए लोकतंत्र संघर्ष की कहानी बना रहा है।
  • यदि फांसी के बावजूद विरोध जारी रहता है, तो जुंटा आम चुनाव कराएगी जो स्पष्ट रूप से 2011 की पुनरावृत्ति होगी।
  • चुनाव के माध्यम से धांधली madaw की प्रॉक्सी यूनियन एकजुटता और विकास पार्टी सत्ता में वापस आ सकती है।

यूएनओ और यूएनएचआरसी की भूमिका

  • संयुक्त राष्ट्र संघ, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग और एमनेस्टी इंटरनेशनल द्वारा म्यांमार पर ऐसा कोई सख्त दबाव नहीं बनाया गया है।
  • यदि विश्व के विभिन्न भागों में इस प्रकार की हत्या जारी रहती है, तो इन संस्थाओं के विरुद्ध आवाज बहुत तेज होगी और स्थिति पहले से कहीं अधिक खतरनाक और बदतर होगी।