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Brain-booster / 30 Aug 2020

यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (विषय: बिजनेस रिस्पांसिबिलिटी रिपोर्ट (Business Responsibility Report)

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यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (Current Affairs Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


विषय (Topic): बिजनेस रिस्पांसिबिलिटी रिपोर्ट (Business Responsibility Report)

बिजनेस रिस्पांसिबिलिटी रिपोर्ट (Business Responsibility Report)

चर्चा का कारण

  • हाल ही में, कॉरपोरेट कार्य मंत्रलय (Ministry of Corporate Affairs) द्वारा ‘कपंनी जवाबदेही रिपोर्टिंग’ (Business Responsibility Report - BRR) पर गठित समिति ने रिपोर्ट’ जारी की है।

पृष्ठभूमि

  • कॉरपोरेट कार्य मंत्रलय कंपनियों का ‘उत्तरदायी कारोबार संचालन’ सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न तरह की पहल करता रहा है। कंपनी जवाबदेही की अवधारणा को मुख्य धारा में लाने की दिशा में पहले कदम के रूप में ‘कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व पर स्वैच्छिक दिशा-निर्देश’ वर्ष 2009 में जारी किए गए थे। इसके पश्चात कारोबारी हस्तियों, शिक्षाविदों, सिविल सोसायटी संगठनों और सरकार के साथ व्यापक सलाह-मशविरा के बाद ‘कंपनियों की सामाजिक, पर्यावरणीय एवं आर्थिक जवाबदेही पर राष्ट्रीय स्वैच्छिक दिशा-निर्देश (एनवीजी), 2011’ के रूप में इन दिशा-निर्देशों में संशोधन किए गए।
  • भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने वर्ष 2012 में अपने ‘सूचीबद्धता नियमनों’ के जरिए बाजार पूंजीकरण की दृष्टि से शीर्ष 100 सूचीबद्ध निकायों के लिए पर्यावरणीय, सामाजिक एवं गवर्नेंस संबंधी नजरिए से ‘कंपनी जवाबदेही रिपोर्ट (बीआरआर)’ पेश करना अनिवार्य कर दिया।
  • इन बीआरआर ने कंपनियों को एनवीजी सिद्धांतों और संबंधित मुख्य तत्वों को अपनाए जाने का सही ढंग से प्रदर्शन करने में सक्षम किया, जिसका उद्देश्य कंपनियों को नियामकीय वित्तीय अनुपालन से परे जाकर अपने हितधारकों के साथ और भी अधिक सार्थक रूप से जोड़ना है। वित्त वर्ष 2015-16 में शीर्ष 500 कंपनियों के लिए और दिसंबर, 2019 में शीर्ष 1000 कंपनियों के लिए बीआरआर पेश करना अनिवार्य कर दिया गया।

रिपोर्ट के प्रमुख बिन्दु

  • भारतीय कंपनियां वैश्विक स्तर पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की आकांक्षा रखती हैं, ऐसे में वे कॉरपोरेट गवर्नेंस यानी ‘उत्तरदायी कारोबार’ के उभरते रुझान को नजरअंदाज नहीं कर सकती हैं।
  • अपनी रिपोर्ट में समिति ने गैर-वित्तीय मापदंडों पर रिपोर्टिंग के उद्देश्य और दायरे को बेहतर ढंग से प्रतिबिंबित करने के लिए ‘कंपनी जवाबदेही एवं निरंतरता रिपोर्ट (बीआरएसआर)’ नामक एक नई रिपोर्टिंग रूपरेखा की सिफारिश की है।
  • समिति ने यह भी सिफारिश की कि रिपोर्टिंग आवश्यकताओं पर अमल क्रमिक और चरणबद्ध तरीके से किया जाना चाहिए। समिति ने यह भी सिफारिश की कि बीआरएसआर को एमसीए 21 पोर्टल के साथ एकीकृत कर दिया जाए।
  • एक दीर्घकालिक उपाय के रूप में समिति का मानना यह है कि बीआरएसआर फाइलिंग के माध्यम से प्राप्त होने वाली जानकारियों का उपयोग कंपनियों के लिए एक ‘कंपनी जवाबदेही-निरंतरता सूचकांक’ विकसित करने में किया जाना चाहिए।

बीआरआर क्या है?

  • यह किसी सूचीबद्ध कंपनी द्वारा अपने सभी हितधारकों के लिए ‘उत्तरदायी कारोबार संचालन’ प्रक्रियायें अपनाने का प्रकाशन है। कंपनी जवाबदेही रिपोर्टिंग (Business Responsibility Reporting - BRR) विनिर्माण, सेवाओं आदि सहित सभी प्रकार की कंपनियों के लिए लागू होती है।

समिति का गठन

  • एनजीआरबीसी’ को अपडेट एवं तैयार करने के लिए कॉरपोरेट कार्य मंत्रलय ने सूचीबद्ध और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों के लिए नए बीआरआर प्रारूपों को विकसित करने हेतु ‘कंपनी जवाबदेही रिपोर्टिंग पर समिति’ का गठन किया था। समिति में एमसीए, सेबी, तीन प्रोफेशनल संस्थानों के प्रतिनिधि और दो प्रतिष्ठित प्रोफेशनल शामिल थे, जिन्होंने एनजीआरबीसी को विकसित करने पर काम किया था।

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