यूपीएससी परीक्षा के अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न UPSC (FAQs) - प्रारंभिक परीक्षा रणनीति (Preliminary Examination Strategy)


यूपीएससी, आई.ए.एस., सिविल सर्विसेज परीक्षा के अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू)

UPSC Frequently Asked Questions (FAQs)


प्रारंभिक परीक्षा रणनीति (Preliminary Examination Strategy)

प्रारंभिक परीक्षा के संबंध में

प्रारंभिक परीक्षा, सिविल सेवा के तीन चरणों का प्रथम एवं महत्वपूर्ण चरण है। यह वस्तुनिष्ठ प्रणाली आधारित परीक्षा है जिसमें प्रत्येक प्रश्न के चार संभावित उत्तर दिये होते हैं तथा अभ्यर्थी को सही उत्तर वाले विकल्प पर निशान लगाना होता है।

प्रांरभिक परीक्षा का संरचना (Structure of Preliminary Examination)

प्रारंभिक परीक्षा में दो अनिवार्य प्रश्नपत्र होते हैं जिसमें प्रत्येक प्रश्नपत्र का मान 200 अंक का होता है। प्रथम प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन का होता है जबकि द्वितीय प्रश्नपत्र को प्रचलित रूप से सिविल सेवा अभिवृत्ति परीक्षा (CSAT) कहा जाता है।

प्रथम प्रश्न पत्र में सामान्य अध्ययन से संबंधित 100 प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रत्येक प्रश्न हेतु दो अंक निर्धारित होते हैं। उत्तर गलत होने की स्थिति में एक-तिहाई नकारात्मक अंकन पद्धति की व्यवस्था होती है अर्थात् तीन प्रश्नों के गलत उत्तर देने की स्थिति में एक सही उत्तर के बराबर अंक काट लिये जाते हैं। यही स्थिति (CSAT प्रश्न पत्र) वाले प्रश्न पत्र में भी है। सिर्फ वहां पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या 80 होती है। सही उत्तर हेतु 2½ अंक मिलते हैं जबकि गलत उत्तर होने पर एक-तिहाई अंक काट लिये जाते हैं। वर्ष 2015 से प्रारंभिक परीक्षा के द्वितीय प्रश्न पत्र (CSAT) को क्वालिफाइंग (33 प्रतिशत) कर दिया गया है।

प्रश्न पत्र 1 (200 अंक) अवधिः 2 घंटे:

  • राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनाएं
  • भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन
  • भारत एवं विश्व भूगोल - भारत एवं विश्व का प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल
  • भारतीय राजव्यवस्था और शासन व्यवस्था - संविधान, राजनैतिक प्रणाली, पंचायती राज, लोक नीति, अधिकारों संबंधी मुद्दे आदि।
  • आर्थिक और सामाजिक विकास - सतत विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि।
  • पर्यावरणीय पारिस्थितिकी जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे, जिनके लिए विषयगत विशेषज्ञता आवश्यक नहीं है।
  • सामान्य विज्ञान
  • Current events of National and International importance.
  • History of India and Indian National Movement.
  • Indian and World Geography-Physical, Social, Economic Geography of India and the World.
  • Indian Polity and Governance - Constitution, Political System, Panchayati Raj, Public Policy, Rights, Issues, etc.
  • Economic and Social Development, Sustainable Development, Poverty, Inclusion, Demographics, Social Sector initiatives, etc.
  • General issues on Environmental Ecology, Bio-diversity and Climate Change - that do not require subject specialization.
  • General Science.

प्रश्न पत्र 2 (200 अंक) अवधिः 2 घंटे

  • बोधगम्यता
  • संचार कौशल सहित अंतर - वैयक्तिक कौशल
  • तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता
  • निर्णयन और समस्या समाधान
  • सामान्य मानसिक योग्यता
  • आधारभूत संख्यात्मक अभियोग्यता (संख्याएं और उनके संबंध, विस्तार क्रम, आदि-दसवीं कक्षा का स्तर), आंकड़ों का निर्वचन (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आंकड़ों की पर्याप्तता, आदि - दसवीं कक्षा का स्तर)
  • अंग्रेजी भाषा में बोधगम्यता कौशल (दसवीं कक्षा का स्तर)
  • Comprehension
  • Interpersonal Skills including Communication Skills;
  • Logical Reasoning and Analytical Ability
  • Decision-making and Problem-solving
  • General Mental Ability
  • Basic numeracy (Numbers and their Relations, Order of Magnitude, etc.) (Class X level), Data Interpretation (Charts, Graphs, Tables, Data Sufficiency etc.- Class X level)
  • English Language Comprehension skills (Class X level).

नोटः वर्ष 2015 से अंग्रेजी भाषा के प्रश्नों की मान्यता समाप्त कर दी गयी है।

CUT-OFF

Category 2011 2012 2013 2014 2015 2016 2017
सामान्य वर्ग (General) 198 209 241 205 107.34 116 105.34
अन्य पिछड़े वर्ग Other Back Caste (OBC) 175 190 222 204 106 110.66 102.66
अनुसूचित जाति Scheduled Caste (SC) 164 185 207 182 94 99.34 88.66
अनुसूचित जनजाति Scheduled Tribes (ST) 161 181 201 174 91.34 96 88.66
विकलांग वर्ग-1 Physical Handicapped (PH-1) 135 160 199 167 90.66 75.34 85.34
विकलांग वर्ग-2 Physical Handicapped (PH-2) 124 164 184 113 76.66 72.66 61.34
विकलांग वर्ग-3 Physical Handicapped (PH-3) 96 111 163 115 40 40 40

प्रत्येक वर्ष परीक्षा में शामिल अभ्यार्थियों के तुलनात्मक प्रदर्शन पर निर्भर करता है। अतः प्रत्येक वर्ष परिवर्तित होता है, प्रश्न पत्र यदि थोड़ा सामान्य स्तरीय हो तो कट-ऑफ ज्यादा होता है और जटिल प्रश्न पत्र की स्थिति में थोड़ा कम होता है। 2014 तक कट-ऑफ प्रश्नपत्र 1 एवं 2 के संयुक्त अंक अर्थात 400 अंकों के आधार पर तैयार होता है परन्तु 2015 के द्वितीय प्रश्न पत्र (ब्ै।ज्) के क्वालिफाइंग हो जाने की वजह से अब कट-ऑफ सिर्फ प्रश्न पत्र 1 के आधार पर निर्धारित होता है।

उचित रणनीति

  • हम इस मंत्र में विश्वास रखते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति अद्वितीय है, प्रत्येक व्यक्ति निपूण है और प्रत्येक व्यक्ति में असीमित क्षमता है।
  • संघ लोक सेवा आयोग द्वारा भारतीय प्रशासन के शीर्ष विभागों की सेवा हेतु सामान्यज्ञ प्रकृति के उम्मीदवार के चयन का उद्देश्य रखती है।
  • सामान्यज्ञ से तात्पर्य ऐसे व्यक्ति से है जो सभी विधाओं की सामान्य जानकारी रखता है ना कि कुछ विधाओं की सम्पूर्ण जानकारी (वैज्ञानिक शोधकर्ता)।
  • उदाहरणस्वरूप यदि हम बाढ़ के बारे में पढ़ते हैं तो हमें बाढ़ के कारण, उसके निहितार्थ (सकारात्मक एवं नकारात्मक) मानवीय जीवन एवं संपदा पर उसके प्रभाव, उनके शमन तथा प्रबंधन को समझने पर फोकस करना है ना कि बाढ़ से संबंधित वैज्ञानिक साहित्य, नदी प्रवाह आदि को पढ़ना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा ये पढ़ा जा सकता है कि कि बाढ़ भूकंप से किस प्रकार संबंधित है।
  • दरअसल, सिविल सेवा परीक्षा की सफलता आपकी परीक्षा पर उतना निर्भर नहीं करती है जितना वह आपके परिश्रम करने के तरीकों पर निर्भर करती है।
  • हम सभी अभ्यर्थी कठिन परिश्रम करने की इच्छा रखते हैं लेकिन हमें इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए सिर्फ परिश्रम की नहीं बल्कि स्मार्ट परिश्रम की आवश्यकता होगी।
  • सभी अभ्यर्थी एक प्रकार की शैक्षणिक, आर्थिक और सामाजिक परिवेश से संबंध नहीं रखते हैं इसलिए उनकी रणनीति में भी अंतर होगा। परन्तु इस परीक्षा में अंतिम रूप से सफल होने के लिए सभी अभ्यर्थियों को एक ही प्रकार की परीक्षा पद्धति से गुजरना पड़ता है। अतः रणनीति अलग-अलग होते हुए भी प्रतिमान उच्च स्तरीय ही रखने पडेंगे।
  • चूंकि प्रारंभिक में प्रथम प्रश्नपत्र (मेरिट तय करने वाला प्रश्नपत्र) में 100 प्रश्न पूछे जाते हैं। अतः आपको ऐसी रणनीति बनानी होगी जिसमें कि आप 75-80 प्रश्न हल कर सकें।
  • आप पाठ्यक्रम के अंतगर्त दिये गये खंडों को इस प्रकार तैयार करें जिससे की आप 75 प्रश्नों तक अपनी पकड़ बना सकें।
  • आप अपने प्रथम प्रयास में प्रारंभिक परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और आपको इसके लिए ब्रह्मांड के भीतर की सभी जानकारियों को रखने की आवश्यकता भी नहीं है। आप एक सामान्यज्ञ के तौर पर गंभीर अध्ययन को प्राथमिकता दें। संकल्पनात्मक समझ आपकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए क्योंकि रटने की आदत से ना तो आपको प्रारंभिक परीक्षा और ना ही मुख्य परीक्षा में कोई लाभ मिलने वाला है।

  • इसलिए विस्तृतवर्णनात्मक अध्ययन और गहन कवरेज के स्थान पर आधारभूत समझ और व्यापक कवरेज पर केन्द्रित करें।

चूंकि प्रारंभिक परीक्षा एक क्वालिफाइंग परीक्षा है जिसमें आपको सिर्फ कट ऑफ (Cutt Off) तक अंक ही लाना होता है। उचित रणनीति जिस भी खंड में आप सहज महसूस नहीं करते हो उस खंड से बचने की कोशिश नहीं करें क्योंकि यह कोई समाधान नहीं है। यह जरूर है कि आप उस खंड में महारत हासिल न कर पायें लेकिन निरंतर और गहन अध्ययन से आप कम से कम उस खंड के 50 प्रतिशत प्रश्न तो हल कर ही सकते हैं। जिन खंडों में आप सहज महसूस कर रहे हैं उनमें 90 प्रतिशत प्रश्नों को हल करने की कोशिश करें। प्रारंभिक परीक्षा में कुल 100 प्रश्न पूछे जाते हैं यदि आप इतने खंडों में सहज महसूस करते हैं जिनसे कि कुल मिलाकर 70 प्रश्न पूछे जाते हों तो आप उसका 80 प्रतिशत से 90 प्रतिशत (56-63 प्रश्न) हल करने का प्रयास करें जबकि बचे हुए खंड (30 प्रश्न) जिनमें कि आप सहज महसूस नहीं करते हों तो उसमें 50-55 प्रतिशत (15-17 प्रश्न) तक प्रश्नों को हल करने की कोशिश रखें तो निश्चित ही आप कट ऑफ से ज्यादा अंक ला सकेंगे।

दक्ष एवं प्रभावी बातों के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें।

  • किसी भी पुस्तक को कवर से कवर पढ़ने का प्रयास ना करें।
  • प्रथम अध्ययन में नोट्स बनाने की गलती नहीं करें।
  • अपनी पुस्तक सूची सामान्य एवं छोटी रखें।
  • किसी भी टॉपिक पर सिर्फ एक ही पुस्तक को संपूर्णता में पढ़ने की आवश्यकता है ना कि हल्के तरीके से बहुत सारी पुस्तकें।
  • सावधानी से पढ़े और छिपी हुए जानकारी को समझने का प्रयास करें क्योंकि प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्न ट्रिकी होते हैं।
  • प्रारंभिक परीक्षा, दिये गये चार विकल्पों में से सहीं उत्तर को पहचानने से संबंधित है। इसलिए परीक्षा हेतु तथ्यों को याद करने की चिंता नहीं करें। यह सही विकल्प को चुनने और गलत विकल्प के निष्कासित करने की प्रक्रिया है। इसलिए संकल्पनात्मक समझ पर ज्यादा जोर दिया जाना चाहिए।

Trend Analysis

Category 2011 2012 2013 2014 2015 2016 2017
भारत का इतिहास और स्वाधीनता आंदोलन (Indian History & Indian National Movement) 13 20 16 19 16 16 12
भारतीय संविधान व राजव्यवस्था (Indian Polity & Governance) 10 21 17 10 13 6 23
भारत और विश्व का भूगोल (India & World Geography) 16 17 18 20 18 3 7
पारिस्थितिकी, पर्यावरण और जैव विविधता (Ecology, Environment & Biodiversity) 17 14 14 20 12 16 12
भारत की अर्थव्यवस्था, आर्थिक और सामाजिक विकास (Indian Economy and Social Development) 22 14 18 11 16 15 8
सामान्य विज्ञान (General Science) 16 10 16 12 9 7 8
राष्ट्रीय और वैश्विक महत्त्व की समकालीन घटनाएँ/विविध (Current Affair of National & International importance) 06 04 01 08 16 37 30
कुल (Total) 100 100 100 100 100 100 100

उपरोक्त सारणी से यह स्पष्ट है प्रत्येक वर्ष विभिन्न खण्डों से पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या में पर्याप्त अंतर है। उदाहरणस्वरूप आप देखते है कि वर्ष 2011-2015 तक भूगोल विषय से लगभग 12-18 प्रश्न पूछे जा रहे थे जबकि 2016 में सिर्फ 3 प्रश्न पूछे गये हैं। ठीक उसी प्रकार करेंट अफेयर्स 2011-12 में 5-6 प्रश्न पूछे गये हैं जबकि 2016 में 37 प्रश्न पूछे गये हैं। इससे यह पूर्णतः स्पष्ट है कि Selective Study के तहत हम किसी भी खंड की अपेक्षा नहीं कर सकते अपितु सभी खंडों पर पर्याप्त बल देने की आवश्यकता है।

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