(इनफोकस - InFocus) भारतीय कौशल विकास संस्थान - आईआईएसडी (Indian Institute of Skill Development - IISD)
कौशल विकास संस्था
- सुर्ख़ियों में क्यों
- कौशल विकास संस्था
- कौशल विकास संस्था का उद्देश्य
- कौशल विकास योजना
सुर्ख़ियों में क्यों?
- केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित तीन भारतीय कौशल संस्थानों में से पहले का शिलान्यास 11 सितम्बर को मुंबई में किया गया।
- गौरतलब है कि केंद्रीय कैबिनेट ने मुंबई,अहमदाबाद व कानपुर में भारतीय कौशल संस्थान स्थापित करने का निर्णय लिया था।
- भारत में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कार्यबल की आवश्यकता को देखते हुए आईआईटी और आईआईएम की तर्ज़ पर भारतीय कौशल विकास यानि आईआईएस(IIS) की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है।
कौशल विकास संस्था के महत्वपूर्ण तथ्य
- कौशल विकास संस्थानों का निर्माण व संचालन पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत नॉट-फॉर-प्रॉफिट (अलाभकारी) आधार पर किया गया है।
- सिंगापुर के व्यावसायिक शिक्षा व प्रशिक्षण केंद्र की प्रेरणा से भारतीय कौशल संस्थान का निर्माण किया गया है।
- मुंबई के NSTI कैंपस में भारतीय कौशल संस्थान की स्थापना के लिए टाटा एजुकेशन डेवलपमेंट ट्रस्ट को प्राइवेट पार्टनर चुना गया है।
- टाटा ग्रुप कौशल विकास संस्था के 4.5 एकड़ के कैंपस के लिए 300 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
कौशल विकास संस्था का उद्देश्य
- इस संस्था का उद्देश्य बड़ी संख्या में भारतीय युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रोज़गार प्राप्त करने योग्य बनाना है।
- जीवकोपार्जन के योग्य बनाने हेतु यह संस्था छात्रों को 10वीं तथा 12वीं के बाद तकनीकी शिक्षा प्रदान करेगी।
- भारतीय कौशल संस्थान का लक्ष्य प्रतिवर्ष 70% प्लेसमेंट के साथ 5,000 छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान करना है।
- इस संस्थान में अधिक मांग वाले क्षेत्रों जैसे डीप टेक्नोलॉजी, एयरोस्पेस इत्यादि क्षेत्रों में भी छात्रों को प्रशिक्षित किया जायेगा।
कौशल विकास योजना
- युवाओं को प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से इस योजना का शुभारंभ वर्ष 2015 में किया गया था।
- मेक इन इंडिया के तहत बेरोजगारी की समस्या को देखते हुए इस योजना का आरंभ किया गया था।
- कौशल विकास योजना,कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम है।
- इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम की देख-रेख में कार्यान्वित किया जाता है।
- यह एक कौशल प्रमाणीकरण कार्यक्रम है जिसके अंतर्गत एक बड़ी संख्या में भारतीय युवाओं एवं युवतियों को उद्योग-अनुरूप कौशल प्रशिक्षण दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है।