पाठ्यक्रम: पेपर-IV: सामान्य अध्ययन-III (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव-विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन)
1. भारतीय अर्थव्यवस्था और योजना, संसाधनों का एकत्रण , वृद्धि, विकास और रोजगार से संबंधित मुद्दे
उत्पादन तथ्य
भारत के विनिर्माण क्षेत्र में विगत तीन वर्षों में औसतन प्रतिवर्ष 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है । ध्यातव्य है कि विनिर्माण क्षेत्र भारत के सकल घरेलू उत्पाद के 16-20% भाग का प्रतिनिधित्व करता है ।
विश्व बैंक के अध्ययन के अनुसार औद्योगिक विवाद अधिनियम ने संगठित विनिर्माण में रोजगार को लगभग 25% कम कर दिया है
वैश्विक विनिर्माण सूचकांक
विश्व आर्थिक मंच द्वारा जारी वैश्विक विनिर्माण सूचकांक में भारत को 30वें स्थान पर रखा गया है ।
भारत अपने पड़ोसियों श्रीलंका (66वें), पाकिस्तान (74वें) और बांग्लादेश (80वें) से बेहतर स्थान पर है।
रिपोर्ट में भारत को एक विनिर्माण केंद्र में बदलने और 2017 में बुनियादी ढांचे में 59 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा के साथ एक अधिक जुडी हुई अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने के लिए 'मेक इन इंडिया' पहल पर ध्यान दिया गया है ।