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Daily-static-mcqs 05 Jul 2024

यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (Science & Tech) 05 Jul 2024

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (Science & Tech)

Q1:

भारत में रक्षा औद्योगिक गलियारे कहाँ स्थित हैं?

A: महाराष्ट्र और गुजरात

B: उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु

C: कर्नाटक और आंध्र प्रदेश

D: राजस्थान और हरियाणा

उत्तर: B

स्पष्टीकरण:

भारत ने दो रक्षा औद्योगिक गलियारे स्थापित किए हैं - एक उत्तर प्रदेश में और दूसरा तमिलनाडु में। उत्तर प्रदेश कॉरिडोर में आगरा, अलीगढ, चित्रकूट, झाँसी, कानपुर और लखनऊ के नोड शामिल हैं। तमिलनाडु गलियारे में चेन्नई, कोयंबटूर, होसुर, सलेम और तिरुचिरापल्ली के नोड शामिल हैं। अतः विकल्प (b) सही है।


Q2:

पनडुब्बियों के बारे में निम्नलिखित कथन पर विचार कीजिए:

1. भारतीय नौसेना डीजल-इलेक्ट्रिक और परमाणु-संचालित दोनों प्रकार की पनडुब्बियों का उपयोग करती है।

2. भारत की मौजूदा पनडुब्बियां खुफिया जानकारी जुटाने और पनडुब्बी रोधी युद्ध तक ही सीमित हैं।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A: केवल 1

B: केवल 2

C: 1 और 2 दोनों

D: न तो 1 और न ही 2

उत्तर: A

स्पष्टीकरण:

पनडुब्बियां विशेष जलयान हैं जो विस्तारित अवधि के लिए ऑनबोर्ड बिजली और सिस्टम का उपयोग करके स्वतंत्र पानी के नीचे संचालन में सक्षम हैं। वे अपनी चतुराई और चपलता के कारण नौसैनिक युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। समुद्री रक्षा के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में, वे खुफिया जानकारी एकत्र करने और पनडुब्बी रोधी अभियान चला सकते हैं। आधुनिक पनडुब्बियों में उन्नत नेविगेशन, संचार और हथियार प्रणालियाँ हैं, जो उन्हें दुर्जेय नौसैनिक संपत्ति बनाती हैं। भारत के पास अपने समुद्री हितों का समर्थन करने वाले महत्वपूर्ण पनडुब्बी प्लेटफार्म हैं, जिनमें डीजल-इलेक्ट्रिक हमले वाली पनडुब्बियों के विभिन्न वर्गों के साथ-साथ बैलिस्टिक मिसाइलों को लॉन्च करने की क्षमता वाली परमाणु-संचालित पनडुब्बियां भी शामिल हैं। अतः कथन 1 सही है, जबकि 2 सही नहीं है।


Q3:

वायु-स्वतंत्र प्रणोदन (एआईपी) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. यह गैर-परमाणु पनडुब्बियों को सतह पर आए बिना लंबे समय तक पानी में रहने की अनुमति देता है।

2. यह परमाणु पनडुब्बियों के लिए विशिष्ट है।

3. यह प्रणोदन के लिए केवल एक प्रकार की तकनीक का उपयोग करता है।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: सभी तीन

D: कोई भी नहीं

उत्तर: A

स्पष्टीकरण:

पनडुब्बियां विभिन्न प्रणोदन प्रणालियों का उपयोग करती हैं, जैसे बैटरी-इलेक्ट्रिक प्रणोदन, डीजल-इलेक्ट्रिक इंजन, वायु-स्वतंत्र प्रणोदन और परमाणु रिएक्टर। वायु-स्वतंत्र प्रणोदन गैर-परमाणु पनडुब्बियों (एसएसके) को अतिरिक्त पानी के नीचे सहनशक्ति प्रदान करता है ताकि वे लंबे समय तक (दो सप्ताह) पानी के नीचे रह सकें। इसके बिना उन्हें हर 48 घंटे में सतह पर आना होगा। वायु-स्वतंत्र प्रणोदन गैर-परमाणु पनडुब्बियों को वस्तुतः शांत बनाता है और परमाणु पनडुब्बियों की तुलना में अधिक गुप्त बनाता है। परमाणु पनडुब्बियों के रिएक्टर कुछ मात्रा में पता लगाने योग्य शोर उत्पन्न करते हैं, जिससे वे असुरक्षित हो जाती हैं। तीन प्रकार की वायु-स्वतंत्र प्रणोदन तकनीक का उपयोग किया जाता है। ये हैं स्टीम इंजन (इथेनॉल और ऑक्सीजन), स्टर्लिंग इंजन (तरल ऑक्सीजन और डीजल ईंधन) और ईंधन सेल (हाइड्रोजन सेल, लिथियम-आयन बैटरी) अतः कथन 1 सही है, जबकि कथन 2 और 3 सही नहीं हैं।


Q4:

सोनार (साउंड नेविगेशन एंड रेंजिंग) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. यह तकनीक अन्य जहाजों का पता लगाने के लिए पूरी तरह से निष्क्रिय सोनार पर निर्भर करती है।

2. यह पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में बाधाओं का पता लगाने में अप्रभावी है।

3. इस तकनीक का उपयोग मुख्य रूप से पानी के भीतर खतरों का दृश्य पता लगाने के लिए किया जाता है।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: सभी तीन

D: कोई भी नहीं

उत्तर: D

स्पष्टीकरण:

पनडुब्बियां अन्य जहाजों का पता लगाने और उन्हें ट्रैक करने के लिए सोनार (ध्वनि नेविगेशन और रेंजिंग) तकनीक का उपयोग करती हैं, जो ध्वनि तरंगों का उत्सर्जन और विश्लेषण करती है। सक्रिय (पनडुब्बियों द्वारा उत्पन्न ध्वनि और फिर लक्ष्य द्वारा प्रतिबिंबित) और निष्क्रिय (लक्ष्य द्वारा उत्पन्न ध्वनि) दोनों सोनार का उपयोग किया जाता है। वे पनडुब्बियों को पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में बाधाओं का पता लगाने के साथ-साथ पनडुब्बियों के लिए किसी भी पानी के नीचे के खतरे को रोकने में सहायता करते हैं। अतः विकल्प (d) सही है।


Q5:

निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए:

 

शिशुमार श्रेणी

आईएनएस शिशुमार, आईएनएस शंकुश, आईएनएस शल्की, आईएनएस शंकुल

सिंधुघोष श्रेणी

आईएनएस सिंधुघोष, आईएनएस सिंधुध्वज, आईएनएस सिंधुराज, आईएनएस सिंधुवीर

कलवरी श्रेणी

आईएनएस कलवरी, आईएनएस खंडेरी, आईएनएस करंज, आईएनएस वेला, आईएनएस वागीर

उपर्युक्त में से कितने युग्म सही सुमेलित हैं?

A: केवल एक युग्म

B: केवल दो युग्म

C: सभी तीन युग्म

D: कोई भी युग्म नहीं

उत्तर: C

स्पष्टीकरण:

भारत विशिष्ट समुद्री अभियानों को पूरा करने वाले उपयुक्त सेंसर सूट, आयुध और इंजन से सुसज्जित पारंपरिक और परमाणु-संचालित पनडुब्बियों की एक श्रृंखला तैनात करता है। भारत में पनडुब्बियों की तीन श्रेणियां हैं: शिशुमार श्रेणी, सिंधुघोष श्रेणी और स्वदेशी रूप से विकसित कलवरी श्रेणी। शिशुमार श्रेणी में अरब सागर पर हावी होने के लिए एंटी-सब और एंटी-शिप युद्ध के लिए अनुकूलित उन्नत संवेदी क्षमताएं हैं। कमीशन की गई शिशुमार श्रेणी की पनडुब्बियां आईएनएस शिशुमार, आईएनएस शंकुश, आईएनएस शाल्की और आईएनएस शंकुल हैं। अतः युग्म 1 सही सुमेलित है।


सिंधुघोष श्रेणी में 7 सक्रिय रूसी मूल की किलो-क्लास पनडुब्बियां शामिल हैं। इनमें उपग्रह सेंसर, रडार, सोनार और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के साथ-साथ जहाज-रोधी और पनडुब्बी रोधी हथियार भी शामिल हैं। कमीशन की गई सिंधुघोष श्रेणी की पनडुब्बियां आईएनएस सिंधुघोष, आईएनएस सिंधुध्वज, आईएनएस सिंधुराज, आईएनएस सिंधुवीर, आईएनएस सिंधुरत्न और आईएनएस सिंधुकेसरी हैं। अतः युग्म 2 सही सुमेलित है।


कलवरी श्रेणी फ्रांस की स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियों से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के तहत समसामयिक बाराकुडा डिजाइन की स्वदेशी रूप से निर्मित छह डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां हैं, जो मझगांव डॉक में निर्मित हैं। कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियों (केवल कमीशन की गई) के नाम आईएनएस कलवरी, आईएनएस खंडेरी, आईएनएस करंज, आईएनएस वेला और आईएनएस वागीर हैं। अतः युग्म 3 सही सुमेलित है।