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Daily-static-mcqs 16 Feb 2024
Q1:
ICAR-CMFRI ने प्रयोगशाला में विकसित मछली का मांस विकसित करने के लिए किस कंपनी के साथ सहयोग किया है?
A: नीट मीट बायोटेक
B: बायोकॉन
C: सिंटेक्स
D: रिलायंस इंडस्ट्रीज
उत्तर: (a)
स्पष्टीकरण:
भारत में पहली बार, ICAR केरल में प्रयोगशाला में विकसित मछली का मांस विकसित करेगा। ICAR-सेंट्रल मरीन फिशरीज रिसर्च इंस्टीट्यूट (CMFRI) समुद्री भोजन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए प्रयोगशाला में विकसित मछली का मांस विकसित कर रहा है। जंगली संसाधनों पर दबाव कम करने के लिए किंगफिश, पॉम्फ्रेट और सीर मछली जैसी उच्च मूल्य वाली समुद्री मछलियों पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा। सीएमएफआरआई ने उत्पाद में मूल स्वाद, बनावट और पोषण गुणों को दोहराने के लिए एक स्टार्टअप नीट मीट बायोटेक (Neat Meatt Biotech Pvt. Ltd) के साथ एक सहयोगात्मक अनुसंधान समझौता किया है।
Q2:
MatSY-6000 परियोजना और टाइटन सबमर्सिबल के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. इस परयोजना का लक्ष्य वर्ष 2024 के अंत तक हिंद महासागर में लगभग 6,000 मीटर की गहराई का पता लगाना है। 2. ओशन एक्सप्लोरर द्वारा संचालित टाइटन सबमर्सिबल, कार्बन फाइबर और टाइटेनियम से बना एक गहरे समुद्र में चलने वाला वाहन है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1 और 2 दोनों
D: न तो 1 और न ही 2
उत्तर: (c)
स्पष्टीकरण:
वैज्ञानिक वर्ष 2024 के अंत में टाइटन सबमर्सिबल के समान वाहन मत्स्य-6000 के साथ डीप सी डाइव की तैयारी कर रहे हैं जो हाल ही में लापता हो गया था। वर्ष 2024 के अंत में निर्धारित भारत के डीप ओशन मिशन के तहत मत्स्य-6000 परियोजना का लक्ष्य लगभग 6,000 मीटर की गहराई तक हिंद महासागर में खोज करना है। अतः कथन 1 सही है।
टाइटन सबमर्सिबल की हालिया घटना को देखते हुए चालक दल के लिये नियोजित सुरक्षा प्रणालियों की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने हेतु गहन समीक्षा की जाएगी। टाइटन सबमर्सिबल का संचालन निजी स्वामित्व वाली अमेरिकी कंपनी ओशनगेट द्वारा किया गया जो अनुसंधान एवं पर्यटन दोनों के लिये गहरे पानी में अभियान आयोजित करती है। टाइटन सबमर्सिबल कार्बन फाइबर और टाइटेनियम से बनी थी तथा इसका वज़न 10,432 किलोग्राम था। यह समुद्र की गहराई में 4,000 मीटर तक जाने में सक्षम थी तथा इसकी गति तीन समुद्री मील प्रति घंटे (5.56 किलोमीटर प्रति घंटे) थी। अतः कथन 2 सही है।
Q3:
नोर्दर्न वाइट राइनो जो हाल ही में समाचार पत्रों में रहा है के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. वर्तमान में इसकी केवल एक मादा जीवित है 2. इसके संरक्षण में वर्ष 2020 में बायोरेस्क्यू नामक एक महत्वकांक्षी परियोजना शुरू की गई थी। 3. अब इस प्रजाति के पुनर्जनन के लिये सरोगेसी एकमात्र व्यवहार्य विकल्प शेष रह गया है। उपर्युक्त में से कितने कथन सही नहीं हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
नोर्दर्न वाइट राइनो पृथ्वी पर सबसे लुप्तप्राय पशुओ में से एक है, वर्तमान में इसकी केवल दो मादाएं जीवित शेष है। इस प्रजाति के अस्तित्व को बनाए रखने के लिये वैज्ञानिकों ने इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) और स्टेम सेल तकनीकों जैसी प्रजनन प्रौद्योगिकियों को नियोजित करते हुए वर्ष 2015 में बायोरेस्क्यू नामक एक महत्वकांक्षी परियोजना शुरू की गई थी। अतः कथन 1 और 2 सही नहीं है।
हाल ही में, बायोरेस्क्यू ने प्रयोगशाला में निर्मित भ्रूण की सहायता से साउथर्न वाइट राइनो के अस्तित्व को बनाए रखने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। वैज्ञानिकों के एक अंतर्राष्ट्रीय संघ बायोरेस्क्यू ने पहली बार IVF के माध्यम से गैंडे के गर्भधारण में मदद कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस प्रक्रिया में प्रयोगशाला में निर्मित गैंडे के भ्रूण को सरोगेट साउथर्न वाइट राइनो में स्थान्तरित किया गया। वर्ष 2018 में अंतिम नार्दर्न वाइट राइनो (नर) की मृत्यु के बाद से इन प्रजातियों के पुनर्जनन के लिये सरोगेसी एकमात्र व्यवहार्य विकल्प शेष रह गया है। अतः कथन 3 सही है।
Q4:
हाल ही में, कैमरून ने किसके लिए दुनिया का पहला टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया है?
A: कोविड-19
B: मलेरिया
C: डेंगू
D: एचआईवी
उत्तर: (b)
स्पष्टीकरण:
कैमरून ने बच्चों के लिए दुनिया का पहला मलेरिया टीका कार्यक्रम शुरू किया है । कैमरून के ऐतिहासिक कार्यक्रम का लक्ष्य दो वर्षों में 2.5 लाख बच्चों को बनाना है, जिसका लक्ष्य अफ्रीका में मलेरिया के भारी बोझ को कम करना है। मॉस्किरिक्स, 2021 में स्वीकृत पहला मलेरिया टीका, घातक प्लास्मोडियम परजीवी के खिलाफ 30% प्रभावकारिता प्रदान करता है, जो बीमारी के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है। अतः विकल्प (b) सही है।
Q5:
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) और इसकी हालिया खोजों के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: कथन-I :JWST ने छह विशाल आकाशगंगाओं की खोज की है। कथन-II : शोधकर्ताओं ने इन छह विशाल आकाशगंगाओं की पहचान करने के लिए JWST के कॉस्मिक इवोल्यूशन अर्ली रिलीज़ साइंस प्रोग्राम का उपयोग किया।
उपर्युक्त कथनों के बारे में, निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही है?
A: कथन-I और कथन- II दोनों सही है तथा कथन-II, कथन-I की सही व्याख्या है
B: कथन-I और कथन-II दोनों सही है तथा कथन-II, कथन-I की सही व्याख्या नहीं है
C: कथन-I सही है किन्तु कथन-II गलत है
D: कथन-I गलत है किन्तु कथन-II सही है
उत्तर: (a)
स्पष्टीकरण:
एक अध्ययन के अनुसार, जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) ने छह विशाल आकाशगंगाओं की खोज की है, जो बिग बैंग घटना के लगभग 500-700 मिलियन वर्ष बाद बनी थीं। शोधकर्त्ताओं ने JWST के कॉस्मिक इवोल्यूशन अर्ली 44 रिलीज़ साइंस प्रोग्राम का उपयोग करके इन छह विशाल आकाशगंगाओं को खोजा। यह कार्यक्रम प्रारंभिक आकाशगंगाओं के निर्माण का अध्ययन करता है जब ब्रह्मांड अपनी वर्तमान आयु के 5% से कम था। अतः विकल्प (a) सही है।