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Daily-static-mcqs 30 Apr 2024
Q1:
यदि सदन के संचालन के समय कोरम पूरा नहीं होता है तो क्या होता है?
A: अध्यक्ष या सभापति सदन को स्थगित कर देता है।
B: अध्यक्ष या सभापति गणपूर्ति तक कोई कार्य संपन्न नहीं करता है।
C: अध्यक्ष या सभापति कोरम पूरा होने तक प्रतीक्षा करता है।
D: अध्यक्ष या सभापति की कार्यवाही शुरू कर देता है।
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
'कोरम' या गणपूर्ति सदस्यों की न्यूनतम संख्या है, जिनकी उपस्थिति से सदन का कार्य संपादित होता है। यह प्रत्येक सदन में पीठासीन अधिकारी समेत कुल सदस्यों का दसवां हिस्सा होता है। इसका अर्थ है कि यदि कोई कार्य करना है तो लोकसभा में कम से कम 55 सदस्य एवं राज्यसभा में कम से कम 25 सदस्य अवश्य होने चाहिये। यदि सदन के संचालन के समय कोरम पूरा नहीं होता है तो यह अध्यक्ष या सभापति का दायित्व है कि वह या तो सदन को स्थगित कर दे या गणपूर्ति तक कोई कार्य संपन्न न करे। अतः विकल्प (b) सही है।
Q2:
लेम-डक सत्र के दौरान 'लेम-डक' शब्द का क्या अर्थ है?
A: वर्तमान लोकसभा के वे सदस्य, जो नयी लोकसभा हेतु निर्वाचित नहीं हो पाते।
B: वर्तमान लोकसभा के वे सदस्य, जो नयी लोकसभा हेतु निर्वाचित हो जाते हैं।
C: वर्तमान लोकसभा के वे सदस्य, जो नयी लोकसभा के गठन के बाद भी बने रह सकते हैं।
D: राज्यसभा के वे सदस्य, जो निर्वाचित हो जाते हैं।
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
लेम-डक सत्र, नयी लोकसभा के गठन से पूर्व वर्तमान लोकसभा का अंतिम सत्र होता है। वर्तमान लोकसभा के वे सदस्य, जो नयी लोकसभा हेतु निर्वाचित नहीं हो पाते 'लेम-डक' कहलाते हैं। अतः विकल्प (a) सही है।
Q3:
संसद में प्रश्नकाल के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. संसद का पहला घंटा प्रश्नकाल के लिए होता है। 2. प्रश्नकाल के दौरान सदस्य प्रश्न पूछते हैं और सामान्यतः मंत्री उत्तर देते हैं। 3. प्रश्न दो तरह के होते हैं-तारांकित एवं अतारांकित। उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
संसदीय कार्यवाही के साधन में संसद का पहला घंटा प्रश्नकाल के लिए होता है। इस दौरान सदस्य प्रश्न पूछते हैं और सामान्यतः मंत्री उत्तर देते हैं। प्रश्न तीन तरह के होते हैं-तारांकित, अतारांकित तथा अल्प सूचना वाले। तारांकित प्रश्नों का उत्तर मौखिक दिया जाता है तथा इसके बाद पूरक प्रश्न पूछे जाते हैं। दूसरी ओर अतारांकित प्रश्न के मामले में लिखित रिपोर्ट आवश्यक होती है इसलिये इसके बाद पूरक प्रश्न नहीं पूछा जा सकता। अल्प सूचना के प्रश्न वे प्रश्न होते हैं, जिन्हें कम से कम 10 दिन का नोटिस देकर पूछा जाता है। इनका उत्तर भी मौखिक दिया जाता है। अतः कथन 1 और 2 सही है तथा कथन 3 सही नहीं है।
Q4:
लोक लेखा समिति के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. इसकी स्थापना वर्ष 1921 में की गई थी। 2. इस समिति के सदस्यों का कार्यकाल एक वर्ष होता है। 3. इस समिति के अध्यक्ष की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है। उपर्युक्त में से कितने कथन सही नहीं हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
लोक लेखा समिति की स्थापना 1921 में भारत सरकार अधिनियम, 1919 के तहत की गई और यह अभी विघमान है। वर्तमान समय में इसमें 22 सदस्य (15 लोकसभा से एवं 7 राज्यसभा से) होते हैं संसद, प्रत्येक वर्ष अपने सदस्यों के बीच से एकल संक्रमणीय सिद्धांत के आधार पर हस्तांतरणीय मत के माध्यम से इनका चयन करती है। अतः कथन 1 सही है।
इस समिति में सभी दलों का प्रतिनिधित्व रहता है। सदस्यों का कार्यकाल एक वर्ष होता है। किसी मंत्री को इसका सदस्य नहीं चुना जा सकता। अतः कथन 2 सही है।
समिति के अध्यक्ष का चुनाव इसके सदस्यों के बीच से लोकसभा अध्यक्ष करता है। 1966-67 तक समिति का अध्यक्ष सत्तारूढ़ दल से होता था, हालांकि वर्ष 1967 से यह परंपरा प्रारंभ हो गयी कि समिति का अध्यक्ष विपक्षी दल से चुना जाये। अतः कथन 3 सही नहीं है।
Q5:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की वार्षिक रिपोर्ट की जांच करना 2. सार्वजनिक व्यय की जांच करना 3. आर्थिक घोटाले, अनियमितता, भ्रष्टाचार, अपव्यय, अकुशलता एवं अनावश्यक व्यय आदि की शिकायतों की जांच करना उपर्युक्त में से कितनें लोक लेखा समिति के कार्य है?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
लोक लेखा समिति का कार्य नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की वार्षिक रिपोर्ट की जांच करना है, जिसे राष्ट्रपति संसद के समक्ष रखता है। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक तीन जांच रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपता है, जिनके नाम हैं- विनियोग लेखाओं संबंधी लेखापरीक्षा रिपोर्ट, वित्त लेखाओं संबंधी लेखा परीक्षा रिपोर्ट और सरकारी उपक्रमों संबंधी लेखा परीक्षा रिपोर्ट। समिति न केवल विधिक दृष्टि से सावर्जनिक व्यय की जांच करती है अपितु वह इस संबंध में तकनीकी खामियों का भी आकलन करती है। इसके अलावा वह उसके समक्ष लाये गये या किसी ऐसे विषय की विस्तृत जांच भी करती है, जिसमें आर्थिक घोटाले, अनियमितता, भ्रष्टाचार, अपव्यय, अकुशलता एवं अनावश्यक व्यय आदि की शिकायतें होती हैं। अतः तीनों कथन सही है।