होम > Daily-static-mcqs

Daily-static-mcqs 14 May 2024

यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज: संविधान एवं राजव्यवस्था (Polity) 14 May 2024

image
यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज: संविधान एवं राजव्यवस्था (Polity)

Q1:

संविधान सभा के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. संविधान सभा की पहली बैठक दिसंबर 1948 को हुई थी।

2. इसने 26 नवंबर 1949 को अपना काम पूरा कर लिया था।

3. इस सभा में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्यों का प्रभुत्व था।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: सभी तीन

D: कोई भी नहीं

उत्तर: B

स्पष्टीकरण:

चुने गए जनप्रतिनिधियों की जो सभा संविधान नामक विशाल दस्तावेज़ को लिखने का काम करती है उसे संविधान सभा कहते हैं। भारतीय संविधान सभा के लिए जुलाई 1946 में चुनाव हुए थे। संविधान सभा की पहली बैठक दिसंबर 1946 को हुई थी। इसके तत्काल बाद देश दो हिस्सों-भारत और पाकिस्तान में बँट गया। संविधान सभा भी दो हिस्सों में बँट गई- भारत की संविधान सभा और पाकिस्तान की संविधान सभा। अतः कथन 1 सही नहीं है।


भारतीय संविधान लिखने वाली सभा में 299 सदस्य थे। इसने 26 नवंबर 1949 को अपना काम पूरा कर लिया। संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। इसी दिन की याद में हम हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं। अतः कथन 2 सही है।


उस समय सार्वभौम वयस्क मताधिकार नहीं था। इसलिए संविधान सभा का चुनाव देश के लोग प्रत्यक्ष ढंग से नहीं कर सकते थे। इसके कारण देश के सभी भौगोलिक क्षेत्रों का इसमें उचित प्रतिनिधित्व हो गया था।  इस सभा में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्यों का प्रभुत्व था जिसने राष्ट्रीय आंदोलन की अगुवाई की थी। अतः कथन 3 सही है।


Q2:

किसने कहा कि प्रस्तावनासंविधान का पहचान पत्र है?

A: के. एम. मुंशी

B: एन. ए. पालकीवाला

C: एम. हिदायतुल्ला

D: सर अर्नेस्ट बार्कर

उत्तर: B

स्पष्टीकरण:

प्रस्तावना मूल दर्शन और मौलिक मूल्यों-राजनीतिक, नैतिक और धार्मिक का प्रतीक है, जिस पर संविधान आधारित है। इसमें संविधान सभा की भव्य और महान दृष्टि शामिल है और यह संविधान के संस्थापकों के सपनों और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करती है।


के. एम. मुन्सी (प्रारूप समिति के सदस्य) के अनुसार, प्रस्तावना 'हमारे संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य की कुंडली' है। प्रख्यात न्यायविद् और संवैधानिक विशेषज्ञ एन. . पालखीवाला ने प्रस्तावना को संविधान का पहचान पत्र कहा। भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एम. हिदायतुल्लाह ने कहा कि प्रस्तावना हमारे संविधान की आत्मा है। एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी राजनीतिक वैज्ञानिक सर अर्नेस्ट बार्कर ने प्रस्तावना को संविधान का मुख्य नोट बताया। संविधान सभा के एक अन्य सदस्य पंडित ठाकुर दास भार्गव ने कहा कि प्रस्तावना संविधान की आत्मा है। अतः विकल्प (b) सही है।


Q3:

निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. 42वें संशोधन अधिनियम के माध्यम से धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी और बंधुत्व को जोड़ा गया।

2. स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा आयरलैंड से लिया गया है।

3. संविधान दिवस पहली बार 26 नवंबर 2014 को मनाया गया था।

उपर्युक्त कथनों में से कितने सही हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: सभी तीन

D: कोई भी नहीं

उत्तर: D

स्पष्टीकरण:

भारत के संविधान की प्रस्तावना यह घोषित करती है कि भारत के लोगों ने स्वयं को संविधान दिया है। यह पंडित नेहरू द्वारा तैयार और पेश किए गए और संविधान सभा द्वारा अपनाए गए उद्देश्य संकल्प पर आधारित है। इसे 42वें संवैधानिक संशोधन अधिनियम, 1976 द्वारा संशोधित किया गया है, जिसमें तीन नए शब्द जोड़े गए हैं: समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और अखंडता। अतः कथन 1 सही नहीं है।


हमारी प्रस्तावना में स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के आदर्श फ्रांसीसी क्रांति (1789-1799) से लिए गए हैं। अतः कथन 2 सही नहीं है।


भारत सरकार ने 19 नवंबर 2015 को 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया। इस दिन को संविधान दिवस के रूप में भी जाना जाता है। अतः कथन 3 सही नहीं है।


Q4:

भारतीय संविधान की प्रस्तावना में, देश के सभी नागरिकों को कौन-सा न्याय प्रदान करने की व्यवस्था की गई है?

A: आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक

B: सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक

C: सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक

D: आर्थिक, राजनैतिक और सामाजिक

उत्तर: B

स्पष्टीकरण:

प्रस्तावना में न्याय शब्द तीन अलग-अलग रूपों को समाहित करता है- सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक, जो मौलिक अधिकारों और नीति-निर्देशक सिद्धांत के विभिन्न प्रावधानों के माध्यम से सुरक्षित है। सामाजिक न्याय जाति, रंग, नस्ल, धर्म, लिंग आदि के आधार पर बिना किसी सामाजिक भेदभाव के सभी नागरिकों के साथ समान व्यवहार को दर्शाता है। आर्थिक न्याय आर्थिक कारकों के आधार पर लोगों के बीच गैर-भेदभाव को दर्शाता है। राजनीतिक न्याय का तात्पर्य है कि सभी नागरिकों को समान राजनीतिक अधिकार, सभी राजनीतिक कार्यालयों तक समान पहुंच और सरकार में समान आवाज मिलनी चाहिए। सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक न्याय का आदर्श रूसी क्रांति (1917) से लिया गया है।  अतः विकल्प (b) सही है।


Q5:

निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए:

मौलिक अधिकार

अनुच्छेद

1. कानून के समक्ष समानता

18

2. अस्पृश्यता का उन्मूलन

14

3. उपाधियों का उन्मूलन

17

उपर्युक्त में से कितने युग्म सही सुमेलित हैं?

A: केवल एक युग्म

B: केवल दो युग्म

C: सभी तीन युग्म

D: कोई भी युग्म नहीं

उत्तर: D

स्पष्टीकरण:

मौलिक अधिकार संविधान के भाग III में अनुच्छेद 12 और 35 से निहित हैं। संविधान के निर्माताओं ने संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान से प्रेरणा ली। मौलिक अधिकारों का नाम इसलिए रखा गया है क्योंकि उन्हें संविधान द्वारा गारंटी और सुरक्षा प्रदान की जाती है, जो देश का मौलिक कानून है। मूल रूप से, संविधान में सात मौलिक अधिकारों का प्रावधान किया गया है, जिनमें समानता का अधिकार (अनुच्छेद 14-18), स्वतंत्रता का अधिकार (अनुच्छेद 19-22), शोषण के खिलाफ अधिकार (अनुच्छेद 23-24), धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार ( अनुच्छेद 25-28), सांस्कृतिक और शैक्षिक अधिकार (अनुच्छेद 29-30), संपत्ति का अधिकार (अनुच्छेद 31) और संवैधानिक उपचारों का अधिकार (अनुच्छेद 32) हालाँकि, 44वें संशोधन अधिनियम, 1978 द्वारा संपत्ति के अधिकार को मौलिक अधिकारों की सूची से हटा दिया गया था। प्रस्तावना भारत के सभी नागरिकों को स्थिति और अवसर की समानता प्रदान करती है। इसमें शामिल हैं, कानून के समक्ष समानता (अनुच्छेद 14), धर्म, नस्ल, जाति, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर भेदभाव का निषेध (अनुच्छेद 15), सार्वजनिक रोजगार के मामले में अवसर की समानता (अनुच्छेद 16), अस्पृश्यता का उन्मूलन (अनुच्छेद 17) और उपाधियों का उन्मूलन (अनुच्छेद 18) अतः युग्म 1, 2 एवं 3 सही सुमेलित नहीं है।


किसी भी प्रश्न के लिए हमसे संपर्क करें