होम > Daily-static-mcqs
Daily-static-mcqs 04 Jun 2024
Q1:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: सामान्यतः प्रत्येक राज्य के लिए एक राज्यपाल होता है। इसका अपवाद है- 1. सातवें संविधान संशोधन अधिनियम 1956 की धारा के अनुसार एक ही व्यक्ति को दो या अधिक राज्यों का राज्यपाल भी नियुक्त किया जा सकता है। 2. जम्मू और कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा प्राप्त है और राज्य का स्वयं का अपना संविधान है। 3. दोनों सदनों के बहुमत के प्रस्ताव पर राष्ट्रपति द्वारा राज्यपाल को हटाया जा सकता है। उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
राज्यपाल, राज्य का कार्यकारी प्रमुख (संवैधानिक मुखिया) होता है। राज्यपाल, केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में भी कार्य करता है। इस तरह राज्यपाल कार्यालय, दोहरी भूमिका निभाता है। सामान्यतः प्रत्येक राज्य के लिए एक राज्यपाल होता है, लेकिन सातवें संविधान संशोधन अधिनियम 1956 की धारा के अनुसार एक ही व्यक्ति को दो या अधिक राज्यों का राज्यपाल भी नियुक्त किया जा सकता है। अतः विकल्प (a) सही है।
Q2:
भारत का एकमात्र ऐसा संघ राज्य क्षेत्र है, जिसके पास अपना उच्च न्यायालय है?
A: पुडुचेरी
B: दिल्ली
C: चंडीगढ़
D: लक्षद्वीप
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
भारत की एकल समेकित न्यायिक व्यवस्था में उच्च न्यायालय, उच्चतम न्यायालय से नीचे लेकिन अधीनस्थ न्यायालयों के ऊपर कार्य करता है। एक राष्ट्र की न्यायपालिका में एक उच्च न्यायालय और अधीनस्थ न्यायालयों का एक पद सोपान होता है। राज्य के न्यायिक प्रशासन में उच्च न्यायालय की स्थिति शीर्ष पर होती है।
भारत में उच्च न्यायालय संस्था का सर्वप्रथम गठन वर्ष 1862 में तब हुआ, जब कलकत्ता, बंबई और मद्रास उच्च न्यायालयों' की स्थापना हुई। वर्ष 1866 में, चौथे उच्च न्यायालय की स्थापना इलाहाबाद में हुई। कालक्रम में ब्रिटिश भारत में प्रत्येक प्रांत का अपना उच्च न्यायालय बन गया। वर्ष 1950 के बाद प्रान्त का उच्च न्यायालय संबंधित राज्य का उच्च न्यायालय बन गया। भारत के संविधान में प्रत्येक राज्य के लिए एक उच्च न्यायालय की व्यवस्था की गई है लेकिन सातवें संशोधन अधिनियम, 1956 में संसद को अधिकार दिया गया कि वह दो या दो से अधिक राज्यों एवं एक संघ राज्य क्षेत्र के लिए एक साझा उच्च न्यायालय की स्थापना कर सकती है। इस समय देश में 24 उच्च न्यायालय हैं। इनमें से तीन साझा उच्च न्यायालय हैं। केवल दिल्ली ऐसा संघ राज्य क्षेत्र है, जिसका अपना उच्च न्यायालय (1966 से) है। अतः विकल्प (b) सही है।
Q3:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. इस समिति का गठन वर्ष 1957 में किया गया था। 2. इस समिति ने पंचायती राज के लिए तीन स्तरीय प्रकार की व्यवस्था की सिफारिश की थी। उपर्युक्त कथनों में पंचायती राज्य से सम्बंधित किस समिति का उल्लेख किया गया है?
A: जी. वी. के. राव समिति
B: अशोक मेहता समिति
C: बलवंत राय मेहता समिति
D: एल. एम. सिंधवी समिति
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
जनवरी 1957 में भारत सरकार ने सामुदायिक विकास कार्यक्रम (1952) तथा राष्ट्रीय विस्तार सेवा (1953) द्वारा किए कार्यों की जांच और उनके बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए उपाय सुझाने के लिए बलवंत राय मेहता समिति का गठन किया। इस समिति के अध्यक्ष बलवंत राय मेहता थे। समिति ने नवंबर 1957 को अपनी रिपोर्ट सौंपी और 'लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण (स्वायतत्ता) 'की योजना की सिफारिश की, जो कि अंतिम रूप से पंचायती राज के रूप में जाना गया। इस समिति के द्वारा तीन स्तरीय पंचायती राज पद्धति की स्थापना जिसमें गांव स्तर पर ग्राम पंचायत, ब्लॉक स्तर पर पंचायत समिति की सिफारिश की गई थी। अतः विकल्प (c) सही है।
Q4:
पंचायती राज योजना का उद्घाटन कब और कहाँ किया गया था?
A: 2 अक्टूबर, 1959, राजस्थान के नागौर जिले में
B: 15 अगस्त, 1947, दिल्ली में
C: 26 जनवरी, 1950, दिल्ली में
D: 14 नवंबर, 1956, चेन्नई में
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
भारत में 'पंचायती राज ' शब्द का अभिप्राय ग्रामीण स्थानीय स्वशासन पद्धति से है। यह भारत के सभी राज्यों में, जमीनी स्तर पर लोकतंत्र के निर्माण हेतु राज्य विधानसभाओं द्वारा स्थापित किया गया है।' 1992 के 73वें संविधान संशोधन अधिनियम द्वारा इसे संविधान में शामिल किया गया। राजस्थान देश का पहला राज्य था, जहां पंचायती राज की स्थापना हुई। इस योजना का उद्घाटन 2 अक्टूबर, 1959 को राजस्थान के नागौर जिले में तत्कालीन प्रधानमंत्री प. जवाहरलाल नेहरु द्वारा किया गया। इसके बाद आंध्र प्रदेश ने इस योजना को 1959 में लागू किया। इसके बाद अधिकांश राज्यों ने इस योजना को प्रारंभ किया। अतः विकल्प (a) सही है।
Q5:
भारत में शहरी स्थानीय शासन की प्रणाली को किस संविधान संशोधन अधिनियम द्वारा संवैधानिक दर्जा मिला?
A: 42वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1976
B: 52वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1985
C: 74वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1992
D: 73वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1993
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
भारत में 'शहरी स्थानीय शासन' का अर्थ शहरी क्षेत्र के लोगों द्वारा चुने प्रतिनिधियों से बनी सरकार से है। शहरी स्थानीय शासन का अधिकार क्षेत्र उन निर्दिष्ट शहरी क्षेत्रों तक सीमित है, जिसे राज्य सरकार द्वारा इस उद्देश्य के लिए निर्धारित किया गया है।
भारत में 8 प्रकार के शहरी स्थानीय शासन हैं- नगरपालिका परिषद, नगरपालिका, अधिसूचित क्षेत्र समिति, शहरी क्षेत्र समिति, छावनी बोर्ड, शहरी क्षेत्र समिति, पत्तन न्यास और विशेष उद्देश्य के लिए गठित एजेंसी। नगरीय शासन की प्रणाली को 74वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 द्वारा संवैधानिक दर्जा मिल गया। अतः विकल्प (c) सही है।