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Daily-static-mcqs 03 Jun 2024
Q1:
भारतीय कला के यूनानी और रोमन कला के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनो पर विचार कीजिए: 1. यूनानी कला यथार्थवादी है तथा अपनी मूर्तियों में कंक्रीट का उपयोग करते थे। 2. रोमन कला आदर्शवादी है तथा मूर्ति निर्माण मे संगमरमर का प्रयोग करती थी। उपर्युक्त कथनो मे से कौन सा से सही है/हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1 और 2 दोनों
D: न तो 1 और न ही 2
उत्तर: D
स्पष्टीकरण:
यूनानी कला आदर्शवादी है जो मूर्तियों के पेशीय चित्रण पर अधिक बल देती है तथा अपनी मूर्तियों मे संगमरमर का उपयोग करते थे। अतः कथन 1 सही नहीं है।
रोमन कला यथार्थवादी है तथा वास्तविक घटनाओं का चित्रण करती है तथा मूर्ति निर्माण में कंक्रीट का प्रयोग करती थी। अतः कथन 2 सही नहीं है।
Q2:
निम्नलिखित में से कौन-सा/से लक्षण सिंधु सभ्यता के लोगों का सही चित्रण करता है। करते हैं? 1. सैन्धव सभ्यता मे मूर्ति पूजा के साक्ष्य नहीं मिलते है। 2. वे देवियों और देवताओं, दोनों की पूजा करते थे। 3. वे युद्ध में घोड़ों द्वारा खींचे गए रथों का प्रयोग करते थे। उपर्युक्त कथनों में से कौन सा से सही है/हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
वर्तमान तक सिंधु घाटी सभ्यता के स्थलों की खुदाई में किसी मंदिर अथवा पूजा स्थल के साक्ष्य प्राप्त नहीं हुए हैं। अतः इस सभ्यता के धार्मिक जीवन का एकमात्र स्रोत यहां पाई गई मिट्टी और पत्थर की मूर्तियां एवं मुहरें हैं। इनसे यह ज्ञात होता है कि यहां मातृदेवी, पशुपति शिव तथा लिंग एवं योनि की पूजा और पीपल, नीम आदि पेड़ों एवं नाग आदि जीव-जंतुओं की उपासना प्रचलित थी। पशुओं में हाथी, बाघ, भैंसा, गैंडा और घड़ियाल के चित्र मिले हैं, लेकिन घोड़े के चित्र का अभाव है। हालांकि घोड़े की अस्थियां लोथल, सुरकोटडा एवं कालीबंगा इत्यादि स्थलों से प्राप्त हुई। हैं, फिर भी घोड़े का उपयोग युद्ध के रथ को खींचने में किया जाता था, ऐसे साक्ष्य का अभाव है। अतः विकल्प (a) सही है।
Q3:
सिंधु सभ्यता के बारे में निम्न में से कौन-सा कथन असत्य है?
A: नगरों में नालियों की सुदृढ़ व्यवस्था थी।
B: व्यापार और वाणिज्य उन्नत दशा में था।
C: मातृदेवी की उपासना की जाती थी।
D: यह एक ताम्रयुगीन सभ्यता है।
उत्तर: D
स्पष्टीकरण:
सैंधव सभ्यता कांस्ययुगीन सभ्यता थी, जबकि सैंधव नगरों में नालियों की सुदृढ़ व्यवस्था थी और व्यापार एवं वाणिज्य उन्नत दशा में था। मातृदेवी की उपासना के अनेक साक्ष्य सैंधव नगरों से मिलते हैं, जिससे प्रमाणित होता है कि मातृदेवी की उपासना की जाती रही होगी। अतः विकल्प (d) सही है।
Q4:
किस धर्मसूत्र से अलग अलग वर्ण के बालको का अलग अलग मंत्र से उपनयन होने का प्रमाण मिलता है?
A: बौधायन धर्मसूत्र
B: गौतम धर्मसूत्र
C: वशिष्ठ धर्मसूत्र
D: आपस्तंब धर्मसूत्र
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
बौधायन धर्मसूत्र के अनुसार, गायत्री मंत्र द्वारा ब्राह्मण बालक का उपनयन संस्कार, वसंत ऋतु में 8 वर्ष की अवस्था में किया जाता था। त्रिष्टुप मंत्र द्वारा क्षत्रिय बालक का उपनयन संस्कार ग्रीष्म ऋतु में 11 वर्ष की अवस्था में होता था। जगती मंत्र द्वारा वैश्य बालक का उपनयन संस्कार शरद ऋतु में 12 वर्ष की अवस्था में होता था। अतः विकल्प (a) सही है।
Q5:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. अग्नि तीर्थम, आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टन तट पर स्थित है। 2. अग्नि तीर्थम रामनाथस्वामी मंदिर के पूर्व में है। उपर्युक्त कथनों में से कौन सा से सही है / हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1 और 2 दोनों
D: न तो 1 और न ही 2
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
अग्नि तीर्थम, तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित एक समुद्र तट है। यह रामनाथस्वामी मंदिर के पूर्व में है। अग्नि तीर्थम, रामेश्वरम के 64 पवित्र कुंडों में से एक है। यह हिन्दुओं के लिए एक बेहद पवित्र धार्मिक स्थल है। रामेश्वरम आने वाले सभी तीर्थयात्री इस कुंड के पवित्र जल में डुबकी लगाते हैं। रामनाथस्वामी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। अतः कथन 1 सही नहीं है तथा 2 सही है।