होम > Daily-static-mcqs
Daily-static-mcqs 01 Jul 2024
Q1:
निम्न में से किस सूफी संत के विचारों को सिक्खों के धर्म ग्रंथ 'आदि ग्रंथ' में संकलित किया गया है?
A: शेख मुइनुद्दीन चिश्ती
B: कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी
C: फरीदुद्दीन-गंज-ए-शकर
D: शेख निजामुद्दीन औलिया
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
शेख फरीदुद्दीन-गंज-ए-शकर चिश्ती सिलसिले के सूफी संत थे, जो 'बाबा फरीद' के नाम से प्रसिद्द थे। इन्हीं के प्रयत्नों के फलस्वरूप चिश्तिया सिलसिले को भारत में लोकप्रियता मिली। इनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान वे रचनाएं हैं, जो गुरु ग्रंथ साहिब में संकलित हैं। ये बलबन के दामाद थे। उन्होंने हांसी और अजोधन को अपने क्रिया कलापों का केंद्र बनाया था।
Q2:
निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए: अद्वैतवाद रामानुजम विशिष्टाद्वैतवाद शंकराचार्य द्वैतवाद मध्वाचार्य द्वैताद्वैतवाद वल्लभाचार्य उपर्युक्त में से कितने युग्म सही सुमेलित हैं?
A: केवल एक युग्म
B: केवल दो युग्म
C: केवल तीन युग्म
D: सभी चार
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
द्वैतवाद के प्रवर्तक मध्वाचार्य हैं, वहीं अद्वैतवाद के शंकराचार्य, विशिष्ट द्वैतवाद के रामानुजाचार्य, शुद्ध अद्वैतवाद के वल्लभाचार्य और द्वैताद्वैतवाद के प्रवर्तक निम्बार्काचार्य हैं, जो कि सनक संप्रदाय से संबंधित हैं। अतः युग्म 1 सही सुमेलित है।
Q3:
पुनौरा धाम मंदिर के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. यह बिहार के सीतामढी जिले में एक हिंदू तीर्थ मंदिर है। 2. यह मंदिर माता सीता का जन्म-स्थान माना जाता है। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1 और 2 दोनों
D: न तो 1 और न ही 2
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में, सीतामढी के पुनौरा धाम में देवी सीता की जन्मस्थली के लिए 72 करोड़ रुपये की विकास योजना शुरू की।
पुनौरा धाम बिहार के सीतामढी जिले में एक हिंदू तीर्थ मंदिर है। यह मंदिर माता सीता का जन्म-स्थान माना जाता है। मंदिर परिसर में एक राम जानकी मंदिर, सीता कुंड नामक एक तालाब और एक हॉल भी शामिल है। लगभग एक दशक तक चले हालिया शोध में पाया गया कि इसे लगभग 200 साल पहले एक ऋषि ने बनाया था, जिन्होंने एक सपने के आधार पर इसका दावा किया था। पनौरा (पुनौरा) को सीता का जन्मस्थान होने का दावा सर विलियम विल्सन हंटर के ए स्टैटिस्टिकल अकाउंट ऑफ बंगाल, वॉल्यूम 13, 1877 में किया गया था। अतः कथन 1 और 2 दोनों सही हैं।
Q4:
सुबिका पेंटिंग के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. यह मणिपुर पांडुलिपियों में प्रयुक्त एक प्राचीन चित्रकला शैली है। 2. इस चित्रकला शैली को छः जीवित पांडुलिपियों में दर्शाया गया है। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1 और 2 दोनों
D: न तो 1 और न ही 2
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
सुबिका पेंटिंग एक प्राचीन पेंटिंग शैली है, जिसका उपयोग पुयास (मणिपुर पांडुलिपियों) में किया जाता है और यह मणिपुर में मैतेई समुदाय के सांस्कृतिक इतिहास से जटिल रूप से जुड़ा हुआ है। अतः कथन 1 सही है।
सुबिका पेंटिंग शैली को छः जीवित पांडुलिपियों में दर्शाया गया है, जिनमें सुबिका, सुबिका अचौबा, सुबिका लाईशाबा, सुबिका चौदित, सुबिका चेइथिल और थेंगराखेल सुबिका शामिल हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है, कि 18वीं या 19वीं शताब्दी से सुबिका पेंटिंग का उपयोग हो रहा है, जो रास लीला और नट संगकृतन जैसे अन्य सांस्कृतिक रूपों के साथ-साथ दृश्य कला में मणिपुर की ऐतिहासिक प्रमुखता का संकेत देता है। अतः कथन 2 सही है।
Q5:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. वे कर्म में विश्वास करते थे। 2. आत्मा के अस्तित्व में विश्वास करते थे। 3. निर्वाण प्राप्ति में विश्वास करते थे। 4. ईश्वर की सत्ता में विश्वास करते थे। उपर्युक्त में से कितने कथन गौतम बुद्ध के बारे में सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: केवल तीन
D: सभी चार
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
महात्मा बुद्ध कर्म सिद्धांत में विश्वास करते थे। वे आत्मा में विश्वास न करते हुए भी पुनर्जन्म में विश्वास करते थे। बुद्ध के अनुसार, चरित्र (कर्म) का पुनर्जन्म होता है। वे निर्वाण प्राप्ति में भी विश्वास करते थे, किंतु ईश्वर की सत्ता में वे विश्वास नहीं करते थे। अतः विकल्प (b) सही है।