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Daily-static-mcqs 05 Aug 2024
Q1:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. मोठ मस्जिद का निर्माण जूनाशाह खाने जहाँ ने कराया था। 2. खिर्की मस्जिद का निर्माण मिया धुंआ ने कराया था। 3. हजार सितून का निर्माण अलाउद्दीन खिलजी ने कराया था। उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
मोठ मस्जिद का निर्माण सिकन्दर लोदी के प्रधानमंत्री मियां भुआँ ने कराया था। अतः कथन 1 सही नहीं है।
खिर्की मस्जिद का निर्माण फिरोजशाह तुगलक के समय में उसके प्रधानमंत्री जुनाशाह खानेजहाँ ने कराया था। अतः कथन 2 सही नहीं है।
हजार सितून मस्जिद का निर्माण अलाउद्दीन खिलजी ने कराया था। अतः कथन 3 सही है।
Q2:
निम्नलिखित में से कौन शैव आंदोलन से संबंधित थे- 1. दादू दयाल 2. लिंगायत 3. नाथ योगी 4. लल्ला देव उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: केवल तीन
D: सभी चार
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
लिंगायत सम्प्रदाय एक शैव सम्प्रदाय था, जो दक्षिण भारत में लोकप्रिय था। इसकी स्थापना 12वीं सदी में वासव ने की थी। नाथ योगी या नाथ सम्प्रदाय की स्थापना 10वीं सदी में मत्स्येन्द्रनाथ ने की थी। यह उत्तर भारत में एक लोकप्रिय शैव आंदोलन था। लल्ला देव कश्मीर की एक शैव संत थी। अतः विकल्प (c) सही है।
Q3:
निम्नलिखित चिश्ती सम्प्रदाय के संतो को तिथिक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए: 1. शेख निजामुद्दीन औलिया 2. सैय्यद मुहम्मद गेसूद्राज 3. बाबा फरीद 4. शेख नासिरुद्दीन चिराग-ए-देहलवी कूटः
A: 1, 2, 3, 4
B: 4, 3, 2, 1
C: 1, 3, 4, 2
D: 3, 1, 4, 2
उत्तर: D
स्पष्टीकरण:
बाबा फरीद चिश्ती संत थे जो कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के शिष्य थे। बाबा फरीद के शिष्य निजामुद्दीन औलिया थे। जबकि नासिरुद्दीन चिराग-ए-देहलवी, औलिया के शिष्य थे। गेसूदराज नासिरुद्दीन चिराग-ए-देहलवी के शिष्य थे। अतः विकल्प (d) सही है।
Q4:
भक्ति आंदोलन से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. मध्वाचार्य ने 'सर्व दर्शन संग्रह' की रचना की थी। 2. बल्लाभाचार्य रुद्र सम्प्रदाय से संबंधित थे 3. शाल्वभ्युदय की रचना राजनाथ ने की थी। उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
मध्वाचार्य ने द्वैतवाद का प्रचार किया। इन्होंने 37 ग्रंथों की रचना की थी। जिसमें 'सर्व दर्शन संग्रह' प्रमुख है। अतः कथन 1 सही है। बल्लभाचार्य ने पुष्टिमार्ग की स्थापना की भक्ति का रुद्र सम्पद्राय बल्लभाचार्य से संबंधित था। अतः कथन 2 सही है।
शाल्वभ्युदय की रचना राजनाथ ने की थी। अतः कथन 3 सही है।
Q5:
निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?
A: शेख अहमद सरहिन्दी ने 'वहदत-उल-वजूद' का समर्थन किया था।
B: शेख हमीदुद्दीन नागौरी इल्तुतमिश के समकालीन थे।
C: ख्वाजा बाकी बिल्लाह नक्शबंदी सिलसिले के संत थे।
D: अब्दुल कादिर जिलानी ने कादिरी सिलसिले की नींव रखी।
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
शेख अहमद सरहिन्दी नक्शबन्दी सिलासिले के प्रमुख संत थे। इन्होंने वहदत-उल-वजूद का विरोध करते हुए बहदत-उल-शहूद का समर्थन किया। नक्शबन्दी एकमात्र ऐसा सिलासिला था जो वहदत-उल-शहूद वहद में विश्वास करता है। इसके अनुसार, शुहूदी वह है जो ईश्वर के अलग अस्तित्व का आभास करे।
शेख हमीदुद्दीन नागौरी 12वीं शताब्दी के अंत और 13वीं शताब्दी की शुरुआत में हुए थे, जो इल्तुतमिश के शासनकाल के समय के आस-पास है। ख्वाजा बाकी बिल्लाह नक्शबंदी सिलसिले के संत थे, जो इस्लामी सूफीवाद के प्रमुख सिलसिलों में से एक है। अब्दुल कादिर जिलानी को कादिरी सिलसिले का संस्थापक माना जाता है।
अतः कथन 1 सही नहीं है, जबकि 2, 3 और 4 सही है।