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Daily-static-mcqs 30 Sep 2024

यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज: इतिहास एवं कला–संस्कृति (History & Culture) 30 Sep 2024

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज: इतिहास एवं कला–संस्कृति (History & Culture)

Q1:

मध्यकालीन भारत के संदर्भ में, निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए

अधिकारी का नाम

कार्य

मुस्तौफी--मुमालिक

राज्य के खर्चों की जाँच करना

मुहनसिब

लोगों के आचरण पर नजर रखना

मुफ्रती

धर्म व्याख्या करना

आरिज--मुमालिक

सैनिकों की भर्ती करना

उपर्युक्त युग्मों में से कितने युग्म सही सुमेलित हैं

A: केवल एक युग्म

B: केवल दो युग्म

C: केवल तीन युग्म

D: सभी चार युग्म

उत्तर: D

स्पष्टीकरण:

सल्तनतकाल के दौरान मुस्तौफी--मुमालिक नामक अधिकारी राज्य के खर्चों की जाँच करता था। मुहतसिब लोगों के आचरण पर नजर रखता था। मुफ्रती का कार्य धर्म की व्याख्या करना था। आरिज--मुमालिक सैन्य विभाग का प्रधान था, जिसका कार्य सैनिकों की भर्ती करना था। अतः उपर्युक्त चारों युग्म सही सुमेलित हैं।


                            

Q2:

निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. सल्तनत काल में 'सार्वजनिक वितरण प्रणाली' अलाउद्दीन खिलजी ने प्रारंभ किया था।

2. भारत में सर्वप्रथम सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन मुहम्मद बिन तुगलक ने किया था।

उपर्युत्तफ कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: 1 और 2 दोनों

D: न तो 1 और न ही 2

उत्तर: C

स्पष्टीकरण:

सल्तन काल में 'सार्वजनिक वितरण प्रणाली' अलाउद्दीन खिलजी ने प्रारंभ किया था। अतः कथन 1 सही है।


मुहम्मद बिन तुगलक का शासनकाल क्रांतिकारी योजनाओं के लिए जाना जाता है, जिसमें उसकी प्रमुख योजना मुद्रा व्यवस्था से संबंधित थी। उसने तांबे तथा इससे मिश्रित कांसे के सिक्के जारी किए, जिनका मूल्य तत्कालीन चाँदी के सिक्के के बराबर था। उस मुद्रा को 'सांकेतिक मुद्रा' कहा गया। अतः कथन 2 सही है।


                            

Q3:

निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. बलबन प्रथम मुस्लिम शासक था, जिसने शासन के सिद्धांत को राजाओं के ईश्वरीय अधिकार सिद्धांत के समान प्रतिपादित किया था।

2. इल्तुतमिश के शासनकाल में मंगोल आक्रमणकारी चंगेज खां भारत की उत्तर-पश्चिम सीमा पर आया था।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A: केवल 1

B: केवल 2

C: 1 और 2 दोनों

D: न तो 1 और न ही 2

उत्तर: C

स्पष्टीकरण:

गयासुद्दीन बलबन दिल्ली सल्तनत के गुलाम वंश का शासक था। इसने 1266-1286 ईतक शासन किया। इसने सम्राट के पद को देवीय घोषित कर सारी सत्ता अपने हाथ में केन्द्रित कर ली थी। बलबन प्रथम मुस्लिम शासक था, जिसने शासन के सिद्धांत को राजाओं के ईश्वरीय अधिकार सिद्धांत के समान प्रतिपादित किया था। अतः कथन 1 सही है।


इल्तुतमिश के शासनकाल में मंगोल आक्रमणकारी चंगेज खां भारत की उत्तर-पश्चिम सीमा पर आया था। चंगेज खां भगोरे ख्वारिज्म युवराज जलालुद्दीन मांगबर्नी का पीछा करते हुए सिंधु नदी तक पहुँच गया था। अतः कथन 2 सही है।


                            

Q4:

भारतीय इतिहास के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. बलबन के समय में खालसा भूमि की देखभाल के लिए शिकदर नामक पदाधिकारी की नियुक्ति की गई थी।

2. इल्तुतमिश ने 'टंका' नामक चाँदी का सिक्का चलाया थां

3. दिल्ली सल्तनत के राजस्व प्रशासन में राजस्व वसूली के प्रभारी को 'आमिल' कहा जाता था।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही है?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: सभी तीन युग्म

D: कोई भी नहीं

उत्तर: C

स्पष्टीकरण:

बलबन के समय में खालसा भूमि की देखभाल के लिए शिकदार नामक पदाधिकारी की नियुक्ति की गई थी। अतः कथन 1 सही है।


इल्तुतमिश का मुद्रा प्रणाली में योगदान दिल्ली सल्तनत के शासकों में सर्वाधिक है। उसने दो प्रमुख सिक्के चाँदी का टंका और ताँबे का जीतल को प्रचलित किया था। अतः कथन 2 सही है।


दिल्ली सल्तनत के राजस्व प्रशासन में राजस्व वसूली के प्रभारी को 'आमिल' कहा जाता था। अतः कथन 3 सही है।


                            

Q5:

निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए:

 

विभाग

कार्यविधि

दीवान--अर्ज

सैनिकों की भर्ती

दीवान--विजारत

वित्त संबंधी कार्य

दीवान--इंशा

सरकारी पत्र व्यवहार

दीवान--वकूफ

व्यय के कागजात की देखभाल

           

उपर्युत्तफ युग्मों में से कितने युग्म सही सुमेलित हैं ?

A: केवल एक युग्म

B: केवल दो युग्म

C: केवल तीन युग्म

D: सभी चार युग्म

उत्तर: D

स्पष्टीकरण:

'दीवान--आरिज' सल्तनत काल में सैन्य विभाग का प्रमुख अधिकारी होता था। दीवान--आरिज का विभाग की 'दीवान--अर्ज' कहलाता था। इसका कार्य सैनिकों की भर्ती करना सैनिक अभियानों का आयोजन, सैनिकों का वेतन निर्धारण तथा सैन्य निरीक्षण करना था। सल्तनत काल में वजीर का विभाग 'दीवान--विजारत' कहलाता था। यह मुख्यतः वित्त संबंधी कार्य तथा लोक प्रशासन के प्रत्येक विभाग पर नियंत्रण रखता था। सल्तनत काल में दीवान--इंशा सरकारी पत्र व्यवहार से संबंधित था। सल्तनत काल में 'दीवान--वकूफ' विभाग जलालुद्दीन खिलजी द्वारा स्थापित किया गया था। इसका कार्य व्यय के कागजात की देखभाल करना था। अतः चारों युग्म सही सुमेलित है।