यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज़
(Daily Static MCQs Quiz for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, MPPSC, BPSC, RPSC & All State PSC Exams)
विषय (Subject): इतिहास (History)
1. नालंदा महाविहार के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. इसका निर्माण मूल रूप से गुप्त वंश के सम्राट कुमारगुप्त
प्रथम ने करवाया था।
2. गुप्त काल के बाद नालंदा को कई राजाओं ने नष्ट कर दिया, खासकर 7वीं शताब्दी के
दौरान कन्नौज के सम्राट हर्ष के शासनकाल में।
3. चीनी तीर्थयात्री ह्वेन त्सांग और फा-हिएन दोनों ने नालंदा में अध्ययन किया था।
उपर्युक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (B)
व्याख्या: नालंदा भारत के प्राचीन साम्राज्य मगध (आधुनिक बिहार) में एक महाविहार, एक बड़ा और प्रतिष्ठित बौद्ध मठ था। मूल रूप से गुप्त राजवंश के सम्राट कुमारगुप्त प्रथम द्वारा निर्मित; गुप्त काल के दौरान और उसके बाद भी विस्तार कार्य जारी रहे। गुप्त काल के बाद कई राजाओं के तत्वावधान में, विशेषकर 7वीं शताब्दी में, कन्नौज के सम्राट हर्ष के शासनकाल में, नालंदा का विकास जारी रहा। चीनी तीर्थयात्री ह्वेन त्सांग और फा-हिएन ने नालंदा में अध्ययन किया था और उन्होंने इस बस्ती और इसके जीवन का लेखा-जोखा छोड़ा है। अतः कथन 2 सही नहीं है।
2. निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1.चिरांद
2. ब्रह्मगिरि
3. तेक्कलकोटा
4. बुर्जहोम
उपर्युक्त में से कितने भारत में नवपाषाणकालीन स्थल हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) केवल तीन
(d) सभी चार
उत्तर: (D)
व्याख्या: भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे महत्वपूर्ण नवपाषाणकालीन कृषि बस्तियों में से एक मेहरगढ़ है। यह बलूचिस्तान पठार के पूर्वी किनारे पर सिंधु की सहायक नदी बोलन पर स्थित है। अन्य महत्वपूर्ण नवपाषाणकालीन स्थलों में कश्मीर में गुफक्राल और बुर्जहोम शामिल हैं; उत्तर प्रदेश में बेलन घाटी में महगरा, चोपानी मांडो और कोल्डिहवा; बिहार में चिरांद आदि। दक्षिण भारत में, महत्वपूर्ण नवपाषाण स्थलों में आंध्र प्रदेश में कोडेकल, उत्नूर, नागत्जुनिकोंडा, पालावॉय शामिल हैं; कर्नाटक में तेक्कलकोल्टा, मास्की, नरसीपुर, संगनकल्लू, हल्लूर और ब्रह्मगिरि; तमिलनाडु में पारियामलपल्ली आदि। अतः सभी सही हैं।
3. रायगजकेसरी और दयागजकेसरी निम्नलिखित में से किस राजवंश से जुड़ी उपाधियाँ हैं?
(a) विजयनगर
(b) राष्ट्रकूट
(c) काकतीय
(d) गजपति
उत्तर: (C)
व्याख्या: रायगजकेसरी और दयागजकेसरी काकतीय वंश की उपाधियाँ हैं। दया गज केसरी की उपाधि प्रथम काकतीय राजा प्रतापरुद्र को दी गई थी। काकतीय राजवंश के सिक्कों पर यह उपाधि अंकित होती थी। राय-गज-केसरी उपाधि रुद्रमा देवी की है, यह उपाधि उन्हें अपने पिता से विरासत में मिली थी। यह उपाधि सिक्कों पर भी अंकित थी। अतः विकल्प (c) सही है।
4. अगस्त ऑफर के प्रस्तावों के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. संविधान का निर्माण पूर्णतः भारतीयों के हाथ में होगा।
2. भविष्य का संविधान अल्पसंख्यकों की सहमति से अपनाया जाएगा।
3. वायसराय की कार्यकारी परिषद का विस्तार जिसमें भारतीयों का बहुमत होगा।
उपर्युक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (B)
व्याख्या:
अगस्त प्रस्ताव (अगस्त 1940) जिसमें प्रस्तावित किया गया:
- भारत के लिए उद्देश्य के रूप में प्रभुत्व का दर्जा;
- वायसराय की कार्यकारी परिषद का विस्तार जिसमें अधिकांश भारतीय होंगे (जो प्रमुख राजनीतिक दलों से लिए जाएंगे);
- युद्ध के बाद एक संविधान सभा की स्थापना जहां मुख्य रूप से भारतीय अपनी सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अवधारणाओं के अनुसार संविधान का फैसला करेंगे, जो रक्षा, अल्पसंख्यक अधिकारों, राज्यों के साथ संधियों, अखिल भारतीय सेवाओं के संबंध में सरकार के दायित्व को पूरा करने के अधीन होगा; और
- भविष्य में कोई भी संविधान अल्पसंख्यकों की सहमति के बिना नहीं अपनाया जाएगा।
अतः कथन 1 सही नहीं है।
5. चोल शिलालेखों में भूमि की कई श्रेणियों का उल्लेख है। उनमें से वेल्लनवागई एक भूमि थी जिसे:
(a) परती खेती के लिए छोड़ दिया गया
(b) जैन संस्थानों को दान दिया
(c) गैर-ब्राह्मण किसान मालिकों से संबंधित
(d) एक स्कूल के रखरखाव के लिए दिया गया
उत्तर: (C)
व्याख्या:
ये प्रमुख श्रेणियां थीं:
- वेल्लनवागई: गैर-ब्राह्मण किसान मालिकों की भूमि
- ब्रह्मादेय: ब्राह्मणों को दान में दी गई भूमि
- शालाभोग: विद्यालय के रखरखाव के लिए भूमि
- देवदान, तिरुनमट्टुकनी: मंदिरों को उपहार में दी गई भूमि
- पल्लीछंदम: जैन संस्थाओं को दान में दी गई भूमि
अतः विकल्प (c) सही है।