यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज़
(Daily Static MCQs Quiz for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, MPPSC, BPSC, RPSC & All State PSC Exams)
विषय (Subject): इतिहास (History)
1. बौद्ध और जैन साहित्य के बीच अंतर के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. बौद्ध कथाएँ और साहित्य चरित्र में उपदेशात्मक हैं जबकि जैन
कथाएँ नहीं हैं।
2. प्राचीन/मध्यकालीन बौद्ध साहित्य संस्कृत में उपलब्ध है जबकि प्राचीन/मध्यकालीन
जैन साहित्य की रचना संस्कृत में नहीं की गई थी।
उपर्युक्त में से कौन सा कथन सही है?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर: (D)
व्याख्या:
बौद्ध विहित साहित्य पाली में है जिसमें टिपिटका (तीन गुना टोकरी) शामिल है।
बौद्ध साहित्य भी संस्कृत में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है, जिसमें अश्वघोष (78
ई.) का महान महाकाव्य बुद्धचरित भी शामिल है। बौद्ध कहानियों की तरह, जैन
कहानियाँ भी सामान्यतः उपदेशात्मक हैं। वे प्राकृत के कुछ रूपों में लिखे गए
हैं। जैन साहित्य संस्कृत में भी उपलब्ध है, जैसे सिद्धारसी (906 ई.) की
उपमितिभव प्रपंच कथा।
अतः दोनों कथन सही नहीं हैं।
2. निम्नलिखित पुरास्थल पर विचार कीजिए:
1. टेक्कलकोटा
2. पिकलिहल
3. कुपगल्लु
उपर्युक्त पुरास्थल हैं:
(a) दक्षिण भारत के जैन तीर्थ स्थल
(b) पश्चिमी भारत के हड़प्पा स्थल
(c) उत्तर भारत के ताम्रपाषाण स्थल
(d) दक्षिण भारत के नवपाषाणकालीन चित्रकला स्थल
उत्तर: (D)
व्याख्या: उपर्युक्त स्थल दक्षिण भारत के नवपाषाणकालीन चित्रकला स्थल हैं
प्रागैतिहासिक शैल चित्रकारी:
- कर्नाटक और आंध्र प्रदेश की ग्रेनाइट चट्टानों ने नवपाषाण काल के मनुष्य को उनके चित्रों के लिए उपयुक्त कैनवास प्रदान किए।
- ऐसे कई स्थल हैं लेकिन उनमें से कुपगल्लु, पिकलिहल और तेक्कलकोटा अधिक प्रसिद्ध हैं।
- यहां तीन प्रकार की पेंटिंग्स की सूचना मिली है- सफेद रंग की पेंटिंग, सफेद पृष्ठभूमि पर लाल गेरू की पेंटिंग और लाल गेरू की पेंटिंग।
3. चोलों के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. इस काल में मंदिर आर्थिक गतिविधियों के केंद्र बने रहे।
2. विदेशी आक्रमणों के कारण शिक्षा में तेजी से गिरावट देखी गई।
3. जाति व्यवस्था भंगुर थी और नौकरियाँ योग्यता के आधार पर दी जाती थीं।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (A)
व्याख्या: चोल काल में जाति व्यवस्था व्यापक रूप से प्रचलित थी। ब्राह्मणों और क्षत्रियों को विशेष विशेषाधिकार प्राप्त थे। चोल शासन के बाद के काल के शिलालेखों में जातियों के बीच दो प्रमुख विभाजनों का उल्लेख है - वलंगई और इदंगई जातियाँ। शिक्षा को भी महत्व दिया गया। शैक्षणिक केंद्रों के रूप में मंदिरों और मठों के अलावा, कई शैक्षणिक संस्थान भी विकसित हुए। चोल राजाओं और रानियों के संरक्षण में कई मंदिरों का निर्माण किया गया। इस काल में मंदिर आर्थिक गतिविधियों के केंद्र बने रहे। इस काल में मठों का बहुत प्रभाव था। कृषि और उद्योग दोनों फले-फूले। वन भूमि के पुनरुद्धार और सिंचाई टैंकों के निर्माण और रखरखाव से कृषि समृद्धि हुई। अतः केवल कथन 1 सही है।
4. निम्नलिखित में से किस शिलालेख में अशोक के व्यक्तिगत नाम का उल्लेख है?
(a) तक्षशिला
(b) लुंबिनी
(c) मास्की
(d) कलिंग शिलालेख
उत्तर: (C)
व्याख्या: मास्की भारत के कर्नाटक राज्य के रायचूर जिले में एक शहर और पुरातात्विक स्थल है। यह मास्की नदी के तट पर स्थित है जो तुंगभद्रा की सहायक नदी है। मस्की का नाम महासंघ या मसंगी से लिया गया है। यह स्थल 1915 में सी. बीडॉन द्वारा सम्राट अशोक के एक छोटे शिलालेख की खोज के साथ प्रमुखता में आया। यह सम्राट अशोक का पहला शिलालेख था जिसमें पहले के शिलालेखों के बजाय अशोक का नाम शामिल था, जिसमें उन्हें देवानामपिया पियादासी के रूप में संदर्भित किया गया था।
5. साइमन कमीशन के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. आयोग ने ग्रेटर इंडिया की सलाहकार परिषद की स्थापना की
सिफारिश की।
2. कांग्रेस ने पंजाब में यूनियनिस्टों तथा दक्षिण में जस्टिस पार्टी के साथ मिलकर
साइमन कमीशन का बहिष्कार किया।
उपर्युक्त में से कौन सा कथन सही है?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर: (A)
व्याख्या: 8 नवंबर, 1927 को स्टेनली बाल्डविन के प्रधानमंत्रित्व काल में ब्रिटिश सरकार द्वारा एक सर्व-श्वेत, सात सदस्यीय भारतीय वैधानिक आयोग, जिसे साइमन कमीशन (इसके अध्यक्ष सर जॉन साइमन के नाम पर) के नाम से जाना जाता है, की स्थापना की गई थी। सुझाव दिया गया कि ग्रेटर इंडिया की एक परामर्शदात्री परिषद की स्थापना की जानी चाहिए, जिसमें ब्रिटिश प्रांतों के साथ-साथ रियासतों के प्रतिनिधि भी शामिल होने चाहिए। कांग्रेस और मुस्लिम लीग ने आयोग का बहिष्कार किया। लेकिन कुछ अन्य लोगों, जैसे पंजाब में यूनियनिस्टों और दक्षिण में जस्टिस पार्टी ने आयोग का बहिष्कार नहीं करने का फैसला किया। अतः केवल कथन 1 सही है।