होम > Daily-static-mcqs
Daily-static-mcqs 16 Sep 2024
Q1:
अजंता गुफाओं के संदर्भ में, निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए: काल गुप्त वंश विषय वस्तु बौद्ध विषय शैली पॉलीक्रोम भित्ति चित्र
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
अजंता की गुफाएँ, जो अपने उत्कृष्ट भित्तिचित्रों और मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं, मुख्य रूप से गुप्त युग (चौथी छठी शताब्दी सीई) के दौरान बनाई गई थीं और जीवंत पॉलीक्रोम शैलियों में बौद्ध कथाओं और प्रतिमा विज्ञान को प्रदर्शित करती हैं। अतः सभी युग्म सही सुमेलित है।
Q2:
पहाड़ी चित्रकला शैली के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. इसकी उत्पत्ति हिमालय की तलहटी में हुई थी। 2. इसमें मुख्य रूप से प्राकृतिक रंगद्रव्य का उपयोग किया जाता है। 3. इसमें दरबारी जीवन और धार्मिक विषयों को दर्शाया गया है 4. कांगड़ा लघुचित्र इसका प्रसिद्ध उदाहरण है। उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: D
स्पष्टीकरण:
पहाड़ी स्कूल हिमालय की तलहटी में विकसित हुआ, जिसमें बसोहली, कांगड़ा, मंडी और चंबा जैसे क्षेत्र शामिल थे। मुगल चित्रों के विपरीत, जिसमें अक्सर आयातित सामग्री शामिल होती थी, पहाड़ी कलाकार मुख्य रूप से गेरू, लापीस लाजुली और सिनेबार जैसे आसानी से उपलब्ध और जीवंत प्राकृतिक रंगों पर निर्भर थे।
पहाड़ी चित्रों में राजाओं और रानियों के दरबारी दृश्यों के साथ-साथ हिंदू धर्म, विशेष रूप से कृष्ण और राधा से संबंधित भक्ति विषयों को दर्शाया गया है।
नाजुक पंक्तियों, गीतात्मक भावनाओं और कृष्ण-राधा कहानियों पर ध्यान केंद्रित करने वाली कांगड़ा शैली ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की और पहाड़ी स्कूल का पर्याय बन गई।
अतः सभी कथन सही हैं।
Q3:
फुगड़ी लोक नृत्य निम्न में से किस राज्य मे प्रचलित है?
A: महाराष्ट्र
B: छत्तीसगढ़
C: केरल
D: तेलंगाना
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
फुगड़ी, महाराष्ट्र और गोवा का एक लोक नृत्य है। यह नृत्य कोंकण क्षेत्र की महिलाओं द्वारा विभिन्न धार्मिक और सामाजिक अवसरों पर किया जाता है। फुगड़ी नृत्य, हिंदू, ईसाई, और आदिवासी समुदायों की महिलाओं द्वारा किया जाता है। अतः विकल्प (a) सही है।
Q4:
पल्लवकला से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. मामल्ल शैली के अंतर्गत दो प्रकार के स्मारक थे- मण्डप व एकाश्म मन्दिर। 2. राजसिंह शैली के अंतर्गत गुहा मन्दिर के स्थान पर पाषाण व ईंटों की सहायता से मन्दिर बनाए गये। 3. काँची का कैलाश मन्दिर राजसिंह शैली में बना हुआ है। उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
पल्लव स्थापत्य कला के अंतर्गत मण्डप, रथ और विशाल मन्दिर का निर्माण हुआ। मामल्ल शैली का विकास महेन्द्रवर्मन प्रथम के समय हुआ था। इसके तहत पाषाण को काटकर गुहा मन्दिरों का निर्माण हुआ। इसके अन्तर्गत दो प्रकार के स्मारक बने मण्डप व एकाश्म मन्दिर। अतः कथन 1 सही है।
राजसिंह शैली के अन्तर्गत गुहा शैली के मन्दिरों के स्थान पर स्वतंत्र पाषाण मन्दिरों का निर्माण हुआ है। अतः कथन 2 सही है।
काँची का कैलाश मन्दिर एवं वैकुण्ड वेरुमाल मन्दिर का निर्माण राजसिंह शैली में ही हुआ। अतः कथन 3 भी सही है।
Q5:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. अरब विद्वान ब्रह्म सिद्धांत तथा खण्डखाद्य को अपने साथ अरब ले गये थे। 2. अल जाफरी ने ब्रह्म सिद्धांत तथा खण्डखाद्य का अरबी में अनुवाद किया था। 3. पंचतंत्र का अरबी अनुवाद कलिला व दिमना नाम से किया गया था। उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
मंसूर के समय (753-774 ई) में अरब विद्वान भारत से बगदाद दो पुस्तक ब्रह्म सिद्धांत और खण्डखाद्य अरब ले गये, जहां अल जाफरी ने भारतीय विद्वानों की सहायता से इसका अरबी अनुवाद किया था। अतः कथन 1 और 2 सही है।
पंचतंत्र का अरबी भाषा में अनुवाद 'कलिला व दिमना' नाम से हुआ था। जबकि इसका फारसी अनुवाद 'अनवार-ए-सुहेली' नाम से हुआ था। अतः कथन 3 सही है।