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Daily-static-mcqs 15 Apr 2024
Q1:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. 1813 के चार्टर एक्ट द्वारा सरकारी चयन मे जाति, वर्ण के आधार पर भेदभाव समाप्त कर दिया गया। 2. 1833 के चार्टर एक्ट द्वारा दास प्रथा को समाप्त कर दिया गया। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1 और 2 दोनों
D: न तो 1 न ही 2
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
1833 के चार्टर एक्ट द्वारा सरकारी चयन मे जाति, वर्ण के आधार पर भेदभाव समाप्त कर दिया गया। अतः कथन 1 सही नहीं है।
1833 के एक्ट में भारत में दास प्रथा को खत्म करने का प्रावधान किया गया था। 1833 में ब्रिटेन और उसके द्वारा अधिकृत सभी क्षेत्रों में ब्रिटिश संसद ने दासता को खत्म कर दिया था। बाद मे लॉर्ड एलंबरों ने कानून बनाकर 1842 मे दास प्रथा को अवैध घोषित कर दिया। अतः कथन 2 सही है।
Q2:
लेक्स लॉकी अधिनियम के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. यह पैतृक संपत्ति अधिकारों से संबंधित है। 2. इसने हिंदुओं को ईसाई धर्म मे परिवर्तित होने पर संपति के अधिकारो की सुरक्षा प्रदान की।। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/ हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1 और 2 दोनों
D: न तो 1 और न ही 2
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
लेक्स लॉकी अधिनियम, 1850 मे डलहौजी के समय पारित किया गया था, जो पैतृक संपत्ति के उत्तराधिकार के लिए धर्मान्तरित के अधिकार की रक्षा के लिए था। इसने ईसाई धर्मान्तरितों को उनके पैतृक संपत्तियों को प्राप्त करने का अधिकार दिया। अतः कथन 1 और 2 दोनों सही है।
Q3:
विधवा पुनर्विवाह अधिनियम 1856 के संदर्भ मे, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. इस अधिनियन का मसौदा लॉर्ड डलहौजी के कार्यकाल मे तैयार हुआ था। 2. यह अधिनियम लॉर्ड कैनिन के समय लागू किया गया था। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/ हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1 और 2 दोनों
D: न तो 1 और न ही 2
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
इस अधिनियम का मसौदा लॉर्ड डलहौजी के गवर्नर जनरलशिप के दौरान तैयार किया गया था। लॉर्ड डलहौजी ने 1848 से 1856 तक भारत के गवर्नर जनरल के रूप में कार्य किया था। उन्होंने 1855 में विधवा पुनर्विवाह अधिनियम पारित किया था। इस अधिनियम ने हिंदू विधवाओं के विवाह को वैध बना दिया था। 16 जुलाई, 1856 को गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग के प्रशासन द्वारा विधवा पुनर्विवाह अधिनियम लागू किया गया था. इस अधिनियम ने पुनर्विवाह को वैध बना दिया था। अतः कथन 1 और 2 दोनों सही है।
Q4:
1872 का नेटिव मैरिज एक्ट, के संदर्भा मे, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. यह अधिनियम लॉर्ड रिपन के कार्यकाल मे पारित किया गया था। 2. इस अधिनियम में 18 वर्ष से कम आयु की कन्याओं का विवाह वर्जित कर दिया गया था उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/ हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1 और 2 दोनों
D: न तो 1 और न ही 2
उत्तर: D
स्पष्टीकरण:
वर्ष 1872 का नेटिव मैरिज एक्ट, भारतीय ईसाई विवाह अधिनियम है। इसे वायसराय लॉर्ड नार्थब्रुक (1872-1876) के कार्यकाल के दौरान लागू किया गया था। इस अधिनियम में 14 वर्ष से कम आयु की कन्याओं का विवाह वर्जित कर दिया गया था। समाज सुधारकों के दबाव में बाल विवाह पर प्रतिबंध लगाने के लिए यह अधिनियम पारित किया गया था। अतः कथन 1 और 2 दोनों सही नहीं है।
Q5:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. सम्मति आय अधिनियम बहरामजी मालवारी के प्रयासो से पारित हुआ था। 2. सम्मति आय अधिनियम का बाल गंगाधर तिलक ने विरोध किया था। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/ हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1 और 2 दोनों
D: न तो 1 और न ही 2
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
वर्ष 1891 में, बी.एम. मालाबारी के प्रयासों का फल तब प्राप्त हुआ जब सहमति की आयु को अधिनियमित किया गया, जिसने 12 वर्ष की आयु की की लड़की के विवाह पर रोक लगा दी। इस कानून ने बाल विवाह की हिंदू प्रथा को लक्षित किया। अतः कथन 1 सही है।
बाल गंगाधर तिलक ने सहमति की आयु अधिनियम, 1891 का विरोध किया था. इस बिल में विवाह की आयु 10 साल से बढ़ाकर 12 साल करने का प्रस्ताव था। तिलक ने कहा था कि सरकार को हमारे सामाजिक रीति-रिवाजों या जीवन जीने के तरीकों को विनियमित करने में कुछ भी नहीं करना चाहिए। हालांकि, विरोध के बाद भी यह विधेयक पारित हो गया। अतः कथन 2 सही है।