यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज़
(Daily Static MCQs Quiz for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, MPPSC, BPSC, RPSC & All State PSC Exams)
विषय (Subject): इतिहास (History)
1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. इस दर्शन के अनुसार, वेद शाश्वत हैं और सभी ज्ञान से युक्त
हैं।
2. धर्म का अर्थ है वेदविहित कर्तव्यों का पालन करना।
3. यह दर्शन न्याय-वैशेषिक प्रणालियों को शामिल करता है और वैध ज्ञान की अवधारणा पर
जोर देता है।
उपर्युक्त कथन निम्नलिखित में से किस से संबंधित हैं?
(a) मीमांसा दर्शन
(b) वेदांत दर्शन
(c) योग दर्शन
(d) सांख्य दर्शन
उत्तर: (A)
व्याख्या: मीमांसा दर्शन मूल रूप से वेद के संहिता और ब्राह्मण भागों के पाठ की व्याख्या, अनुप्रयोग और उपयोग का विश्लेषण है। मीमांसा दर्शन के अनुसार, वेद शाश्वत हैं और सभी ज्ञान से युक्त हैं, और धर्म का अर्थ वेदों द्वारा निर्धारित कर्तव्यों की पूर्ति है। यह दर्शन न्याय-वैशेषिक प्रणालियों को शामिल करता है और वैध ज्ञान की अवधारणा पर जोर देता है। अतः विकल्प (a) सही है।
2. निम्नलिखित में से कौन सा धर्म खजुराहो मंदिरों से जुड़ा है/हैं?
1. जैन धर्म
2. हिन्दू धर्म
3. तांत्रिक विद्या
4. बौद्ध धर्म
नीचे दिए गए कोड का उपयोग करके सही उत्तर चुनिए:
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1, 2 और 3
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर: (C)
व्याख्या: खजुराहो में कई मंदिर हैं, जिनमें से अधिकांश हिंदू देवताओं को समर्पित हैं। यहां कुछ जैन मंदिरों के साथ-साथ एक चौसंत योगिनी मंदिर भी है, जो दिलचस्प है। दसवीं शताब्दी से पहले का, यह मोटे तौर पर तराशे गए ग्रेनाइट ब्लॉकों से बने छोटे, चौकोर मंदिरों का एक मंदिर है, प्रत्येक सातवीं शताब्दी के बाद तांत्रिक पूजा के उदय से जुड़ी गूढ़ देवियों या देवियों को समर्पित है। ऐसे कई मंदिर मध्य प्रदेश, ओडिशा और यहां तक कि दक्षिण में तमिलनाडु तक योगिनियों के पंथ को समर्पित थे। इनका निर्माण सातवीं और दसवीं शताब्दी के बीच हुआ था, लेकिन इनमें से कुछ ही बचे हैं। अतः विकल्प (c) सही है।
3. अखिल भारतीय किसान सभा के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. उस समय के अन्य राजनीतिक संगठनों के विपरीत, किसान सभा ने
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से स्वतंत्र रूप से काम किया और कभी भी इसके साथ नहीं
जुड़ी।
2. इसका गठन 1936 में सहजानंद सरस्वती द्वारा किया गया था।
उपर्युक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
उत्तर: (B)
व्याख्या: अखिल भारतीय किसान सभा (AIKS) 1936 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के लखनऊ सत्र में सहजानंद सरस्वती द्वारा गठित एक महत्वपूर्ण किसान आंदोलन था। स्वामी सहजानंद को अध्यक्ष चुना गया, और एन.जी. रंगा, आंध्र में किसान आंदोलन के प्रणेता और कृषि समस्या के प्रसिद्ध विद्वान, महासचिव थे। अतः कथन 1 सही नहीं है।
4. चोल शिक्षा और साहित्य के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. मंदिर और मठ ही एकमात्र शैक्षिक केंद्र थे।
2. न केवल वेद और महाकाव्य, बल्कि गणित और चिकित्सा जैसे विषय भी पढ़ाए जाते थे।
3. शैक्षणिक केन्द्र चलाने के लिए भूमि की बंदोबस्ती की गई।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं/हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (B)
व्याख्या:
- इस अवधि के दौरान, शैक्षणिक केंद्रों के रूप में मंदिरों और मठों के अलावा, कई शैक्षणिक संस्थान भी विकसित हुए। इन संस्थानों में वेदों और महाकाव्यों के अलावा गणित और चिकित्सा जैसे विषय भी पढ़ाए जाते थे।
- इन संस्थाओं को चलाने के लिए भूमि की बंदोबस्ती की गई। चोल काल में तमिल साहित्य का विकास अपने चरम पर पहुँच गया। और इसका अधिकांश हिस्सा इस संस्कृति के संवर्धन में शिक्षा और साहित्य के योगदान से आया। गणित और चिकित्सा अध्ययनों से पता चला कि राजा तार्किक और बौद्धिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करते थे और पूरी तरह से धार्मिक अध्ययन पर केंद्रित नहीं थे। अतः कथन 1 सही नहीं है।
5. भक्ति संत रामानंद के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. उन्होंने ईश्वर के समक्ष समानता का उपदेश दिया।
2. उन्होंने भगवान कृष्ण और राधा के प्रति प्रेम और भक्ति के सिद्धांत पर आधारित
अपने संप्रदाय की स्थापना की।
3. वह भक्ति संत कबीर के शिष्य थे।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (B)
व्याख्या: रामानंद रामानुज के दार्शनिक विचार के थे। उन्होंने उत्तर भारत के पवित्र स्थानों का दौरा किया और वैष्णव धर्म का प्रचार किया। रामानंद ने राम और सीता के प्रति प्रेम और भक्ति के सिद्धांत पर आधारित अपने स्वयं के संप्रदाय की स्थापना करके वैष्णववाद में क्रांतिकारी बदलाव लाए। उन्होंने ईश्वर के समक्ष समानता का उपदेश दिया। उन्होंने जाति व्यवस्था, विशेष रूप से हिंदू धर्म के एकमात्र संरक्षक के रूप में ब्राह्मणों की सर्वोच्चता को खारिज कर दिया। समाज के निचले तबके के लोग उनके अनुयायी बन गये। उनके बारह शिष्यों में रविदास, कबीर और दो महिलाएँ शामिल थीं। रामानंद अपने भक्ति के सिद्धांत का प्रचार स्थानीय भाषा हिंदी में करने वाले पहले व्यक्ति थे। अतः कथन 3 सही नहीं है।