यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज़
(Daily Static MCQs Quiz for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, MPPSC, BPSC, RPSC & All State PSC Exams)
विषय (Subject): इतिहास (History)
1. धौलावीरा के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः
1. धौलावीरा की नगर संरचना दो भागों में विभाजित है।
2. धौलावीरा से खगोलीय वेधशाला के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
3. धौलावीरा से सफेद पत्थरों के प्रयोग के प्रमाण मिले हैं।
उपर्युक्त में से कौन सा/से कथन सही नहीं है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर: (A)
व्याख्या:
- हड़प्पा सभ्यता के नगरों को दो भागों में विभाजित किया गया था, जिसे किला या दुर्ग नगर कहा जाता था जिसमें शासक वर्ग रहता था और निचला नगर जिसमें आम लोग रहते थे। लेकिन धौलावीरा को तीन भागों में बांटा गया था - दुर्ग नगर, मध्यमा नगर और निचला नगर। अतः कथन 1 सही नहीं है।
- धोलावीरा में दो गोलाकार संरचनाएँ मिली हैं, जिन्हें खगोलीय वेधशालाएँ कहा जाता है। अतः कथन 2 सही है।
- धोलावीरा के मध्य नगर में बड़े पैमाने पर सफेद पत्थरों के प्रयोग के प्रमाण मिले हैं। अतः कथन 3 सही है।
2. जैन धर्म में 'संवर' शब्द का क्या अर्थ है?
(a) अज्ञानता के कारण कर्म का जीव की ओर प्रवाह।
(b) कर्म का जीव की ओर बहाव का रुक जाना।
(c) पहले से व्याप्त कर्म का समाप्त होना।
(d) जीव का आवगमन के चक्र से मुक्त हो जाना।
उत्तर: (B)
व्याख्या: जैन धर्म के अनुसार प्रत्येक जीव में दो तत्व विद्यमान होते हैं- एक आत्मा और दूसरा उसे घेरने वाला भौतिक तत्व, जिसके अनुसार वह कर्म बंधन का कारण है। अज्ञानता के कारण कर्म आत्मा की ओर आकर्षित होने लगता है। इसे आस्रव कहा जाता है। बंधन आत्मा के साथ कर्म का मिलन है। तीन रत्नों का पालन करने से आत्मा की ओर कर्म का प्रवाह रुक जाता है जिसे संवर कहते हैं। इसके बाद पहले से मौजूद कर्म समाप्त होने लगते हैं। इस अवस्था को निर्जरा कहा जाता है। जब कर्म के अवशेष समाप्त हो जाते हैं, तो आत्मा मोक्ष प्राप्त करती है। अतः विकल्प (b) सही है।
3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. दिल्ली सल्तनत के सुल्तानों में मुहम्मद-बिन-तुगलक पहला
सुल्तान था, जो हिन्दुओं के त्योहारों में भाग लेता था।
2. फिरोज शाह तुगलक ने सल्तनत काल में पहली बार लोक निर्माण विभाग की स्थापना की।
3. अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली का पहला सुल्तान था, जिसने ‘घरी कर' और 'चराई कर' लगाया
था।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (C)
व्याख्या:
- मुहम्मद-बिन-तुगलक दिल्ली सल्तनत के सुल्तानों में पहला सुल्तान था, जो हिन्दुओं के त्योहारों (विशेषकर होली) में भाग लेता था। अतः कथन 1 सही है।
- सल्तनत काल में सर्वप्रथम फिरोज शाह तुगलत ने लोक निर्माण विभाग की स्थापना की। अतः कथन 2 सही है।
- अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली का पहला सुल्तान था, जिसने दो नए कर लगाए। घरों और झोपड़ियों पर घरी कर लगाया जाता था और दुधारू पशुओं पर चराई कर लगाया जाता था। अतः कथन 3 सही है।
4. स्थायी बंदोबस्त के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. जमींदारों द्वारा एकत्रित राजस्व का 80% सरकार के लिए
निर्धारित किया गया था।
2. इसमें सूर्यास्त कानून का प्रावधान था।
3. आर.सी. दत्त ने इसका विरोध किया था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2, और 3
उत्तर: (B)
व्याख्या:
- लॉर्ड कार्नवालिस के समय 1790 में 10 वर्षों के लिए स्थायी बंदोबस्त शुरू किया गया था जिसे 1793 में स्थायी कर दिया गया था। इस व्यवस्था में सरकार का 10/11वां हिस्सा (90%) और जमींदार का 1/11वां हिस्सा (10%) होता था। सुनिश्चित किया। अतः कथन 1 सही नहीं है।
- स्थायी बंदोबस्त में सनसेट एक्ट का प्रावधान था, जिसके तहत समय पर लगान न चुकाने पर जमींदारी एक्ट को नीलाम कर दिया जाता था। अतः कथन 2 सही है।
- आर.सी दत्त ने स्थायी बंदोबस्त का समर्थन किया। अतः कथन 3 सही नहीं है।
5. 1940 में, पूरे देश में कांग्रेसियों द्वारा व्यक्तिगत सत्याग्रह प्रस्तावित करने के लिए निम्नलिखित में से कौन से कारण थे?
1. एक राष्ट्रीय सरकार के लिए कांग्रेस की मांग अस्वीकार कर दी
गयी थी।
2. युद्ध के प्रयास के खिलाफ बोलने की स्वतंत्रता से वंचित कर दिया गया।
3. ब्रिटिश शासक यह मानने को तैयार नहीं थे कि भारत अपनी मर्जी से युद्ध नहीं कर रहा
है।
4. गांधी ने सरकार के लिए और अधिक उलझन पैदा करते हुए स्वयं सत्याग्रह प्रस्तावित
किया।
उपर्युक्त कथनों में से कितने सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) केवल तीन
(d) सभी चार
उत्तर: (C)
व्याख्या: उपर्युक्त कथन 1, 2, 3 सही हैं लेकिन कथन 4 सही नहीं है क्योंकि गांधीजी और कांग्रेस व्यापक संघर्ष करके ब्रिटेन के संकट का लाभ उठाने और युद्ध की तैयारी में बाधा डालने में हिचकिचा रहे थे। इसलिए गांधीजी ने व्यक्तिगत सत्याग्रह प्रारंभ किया।