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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQs क्विज़ : इतिहास "History" (03, जुलाई 2023) 02 Jul 2023

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQs क्विज़ : इतिहास "History" (03, जुलाई 2023)


यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज़

(Daily Static MCQs Quiz for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, MPPSC, BPSC, RPSC & All State PSC Exams)

विषय (Subject): इतिहास (History)


1. बसवन्ना के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. बसवन्ना 12वीं सदी के दार्शनिक थे जिन्होंने लिंग या सामाजिक भेदभाव, अंधविश्वासों और रीति-रिवाजों को खारिज कर दिया था।
2. उन्होंने भक्तिपूर्ण पूजा का समर्थन किया जिसने मंदिर पूजा को अस्वीकार कर दिया।
3. उन्होंने अपनी कविता, जिसे कीर्तन के नाम से जाना जाता है, के माध्यम से सामाजिक जागरूकता फैलाई।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं/हैं?

(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं

उत्तर: (B)

व्याख्या:

  • बसवन्ना 12वीं सदी के दार्शनिक, राजनेता, कन्नड़ कवि और भारत के कर्नाटक में कलचुरी-वंश के राजा बिज्जला प्रथम के शासनकाल के दौरान एक समाज सुधारक थे। बासवन्ना ने लिंग या सामाजिक भेदभाव, अंधविश्वासों और रीति-रिवाजों को खारिज कर दिया। अतः कथन 1 सही है।
  • उन्होंने अनुभव मंतपा (या, "आध्यात्मिक अनुभव का हॉल") जैसे नए सार्वजनिक संस्थानों की शुरुआत की, जिसमें सभी सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के पुरुषों और महिलाओं को जीवन के आध्यात्मिक और सांसारिक सवालों पर खुले तौर पर चर्चा करने के लिए स्वागत किया गया। बासवन्ना ने भक्तिपूर्ण पूजा का समर्थन किया, जिसने मंदिर पूजा और ब्राह्मणों के नेतृत्व वाले अनुष्ठानों को खारिज कर दिया, और इसे व्यक्तिगत रूप से पहने जाने वाले प्रतीक और छोटे लिंग जैसे प्रतीकों जैसी प्रथाओं के माध्यम से शिव की व्यक्तिगत प्रत्यक्ष पूजा के साथ बदल दिया। अतः कथन 2 सही है।
  • बासवन्ना ने अपनी कविता के माध्यम से सामाजिक जागरूकता फैलाई, जिसे वचनों के नाम से जाना जाता है। अतः कथन 3 सही नहीं है।

2. त्योहारों और उन राज्यों के संबंध में निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए जहां वे मुख्य रूप से मनाए जाते हैं।

1. रोंगाली बिहू- मणिपुर
2. पुथंडु - तमिलनाडु
3. विशु- केरल

उपर्युक्त में से कितने युग्म सही सुमेलित नहीं हैं/हैं?

(a) केवल एक युग्म
(b) केवल दो युग्म
(c) सभी तीन युग्म
(d) कोई भी नहीं

उत्तर: (A)

व्याख्या:

देश के कई हिस्सों में मनाये जा रहे अलग-अलग त्यौहार:

  • वैसाखी- हिंदुओं और सिखों द्वारा मनाया जाने वाला वसंत फसल उत्सव। यह दिन गुरु गोबिंद सिंह के अधीन योद्धाओं के खालसा पंथ के गठन का प्रतीक है। इसे हिंदू कैलेंडर के अनुसार वैशाख महीने के पहले दिन के रूप में मनाया जाता है।
  • विशु- यह एक मलयाली त्योहार है जो दक्षिण भारतीय राज्य केरल, कर्नाटक के तुलु नाडु क्षेत्र, तमिलनाडु के सीमावर्ती क्षेत्रों और उनके प्रवासी समुदायों में मनाया जाता है। यह त्योहार केरल में मनाए जाने वाले सौर कैलेंडर के नौवें महीने मेडम के पहले दिन को चिह्नित करता है।
  • रोंगाली बिहू- असम में मनाया जाता है। यह असमिया नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है।
  • नाबा बरशा - ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार बंगाली नव वर्ष।
  • पुथंडु - यह तमिल महीने - चिथिराई - के पहले दिन मनाया जाता है और तमिल नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है।

अतः विकल्प (a) सही है।

3. भारत के प्रारंभिक राष्ट्रवादियों के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. नरमपंथियों ने सरकारी सेवाओं के भारतीयकरण के लिए अभियान चलाया।
2. लोगों की व्यापक भागीदारी प्रारंभिक राष्ट्रवादी आंदोलन की एक अनूठी विशेषता थी।

उपर्युक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2

उत्तर: (A)

व्याख्या: राष्ट्रीय आंदोलन के उदारवादी चरण का सामाजिक आधार संकीर्ण था और जनता ने निष्क्रिय भूमिका निभाई। ऐसा इसलिए था क्योंकि शुरुआती राष्ट्रवादियों में जनता के बीच राजनीतिक विश्वास की कमी थी। सामूहिक भागीदारी की कमी के कारण, नरमपंथी अधिकारियों के खिलाफ उग्र राजनीतिक रुख नहीं अपना सके। नरमपंथियों ने आर्थिक, राजनीतिक और नैतिक आधार पर सरकारी सेवाओं के भारतीयकरण के लिए अभियान चलाया। अतः कथन 2 सही नहीं है।

4. मध्यमक और योगाचार दार्शनिक परंपराएँ किस से संबंधित हैं?

(a) योग
(b) वेदांत
(c) तंत्र
(d) बौद्ध धर्म

उत्तर: (D)

व्याख्या: मध्यमक और योगाचार बौद्ध विचार की महायान धारा से जुड़े दो मुख्य दार्शनिक प्रक्षेप पथ हैं। मध्यमका भारतीय दार्शनिक नागार्जुन द्वारा स्थापित बौद्ध दर्शन और अभ्यास की परंपरा को संदर्भित करता है। मध्यमक परंपरा का मूलभूत पाठ नागार्जुन का मूलमध्यमककारिका है। मध्यमक विचार का महायान बौद्ध परंपरा के बाद के विकास पर बड़ा प्रभाव पड़ा। यह तिब्बती बौद्ध धर्म में बौद्ध दर्शन की प्रमुख व्याख्या है और पूर्वी एशियाई बौद्ध विचार में भी प्रभावशाली रही है। योगाचार बौद्ध दर्शन और मनोविज्ञान की एक प्रभावशाली परंपरा है जो ध्यान और योग प्रथाओं के आंतरिक लेंस के माध्यम से अनुभूति, धारणा और चेतना के अध्ययन पर जोर देती है। अतः विकल्प (d) सही है।

5. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. राजा हल सातवाहन वंश के संस्थापक थे।
2. राजा हल ने प्राकृत भाषा में गाथासप्तसती नामक पुस्तक लिखी।

उपर्युक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2

उत्तर: (B)

व्याख्या: सातवाहन वंश का संस्थापक सिमुक था। उनके उत्तराधिकारी कृष्ण बने, जिन्होंने पश्चिम में नासिक तक राज्य का विस्तार किया। तीसरे राजा श्री शातकर्णी थे। उसने पश्चिमी मालवा और बरार पर विजय प्राप्त की। उन्होंने अश्वमेघ यज्ञ भी किये। सातवाहन वंश का सत्रहवाँ राजा हाल था। उन्होंने पाँच वर्ष की अवधि तक शासन किया। हाला अपनी पुस्तक गाथासप्तसती, जिसे सत्तासई भी कहा जाता है, के लिए प्रसिद्ध हुए। इसमें प्राकृत भाषा में 700 श्लोक हैं। अतः कथन 1 सही नहीं है।


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