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Daily-static-mcqs 24 Jan 2024
Q1:
पश्चिमी घाट के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. पश्चिमी घाट की ऊँचाई उत्तर से दक्षिण की ओर घटती जाती है। 2. अधिकांश प्रायद्वीपीय नदियों की उत्पत्ति पश्चिमी घाट से होती है। 3. पश्चिमी घाट सतत् है तथा इसे केवल दर्रों के द्वारा ही पार किया जा सकता है। उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
पश्चिमी घाट की ऊँचाई उत्तर से दक्षिण की ओर बढ़ती चली जाती है न कि घटती जाती है। अतः कथन 1 सही नहीं है।
ज़्यादातर प्रायद्वीपीय नदियों की उत्पत्ति पश्चिमी घाट से होती है, जैसे-कृष्णा, कावेरी, गोदावरी, भीमा, तुंगभद्रा आदि। अतः कथन 2 सही है।
पश्चिमी घाट पश्चिमी तट के समानांतर स्थित हैं, तथा वे सतत् हैं और उन्हें केवल दर्रों के द्वारा ही पार किया जा सकता है। अतः कथन 3 सही है।
Q2:
वर्ष 1973 से पहले लक्षद्वीप को निम्नलिखित नामों से जाना जाता था: 1. लकादीव 2. मिनिकाय 3. एमीनदीव उपर्युक्त में से कितने सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
लक्षद्वीप द्वीपों का एक समूह है जो छोटे-छोटे मूंगा द्वीपों से बना है।पहले इनको लकादीव, मीनीकाय तथा एमीनदीव के नाम से जाना जाता था। वर्ष 1973 में इनका नाम लक्षद्वीप रखा गया। कावारत्ती द्वीप लक्षद्वीप का प्रशासनिक मुख्यालय है। इस द्वीप समूह पर पादप तथा जंतु के बहुत से प्रकार पाए जाते हैं। पिटली द्वीप, जहाँ मनुष्य का निवास नहीं है वहाँ एक पक्षी-अभयारण्य है। अतः विकल्प (c) सही उत्तर है।
Q3:
निम्नलिखित पर्वत श्रेणियों पर विचार कीजिए: 1. काराकोरम 2. लद्दाख 3. जास्कर 4. पीरपंजाल उपर्युक्त में से कौन-सी पर्वत श्रेणियाँ कश्मीर हिमालय के अंतर्गत आती हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: केवल तीन
D: सभी चार
उत्तर: D
स्पष्टीकरण:
काराकोरम, लद्दाख, जास्कर और पीरपंजाल कश्मीर हिमालय की पर्वत श्रेणियाँ हैं। कश्मीर हिमालय का उत्तर-पूर्वी भाग, जो वृहत हिमालय और काराकोरम श्रेणियों के बीच स्थित है, एक ठंडा मरुस्थल है। अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।
Q4:
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. नर्मदा नदी के उत्तर में प्रायद्वीपीय पठार का वह भाग जो मालवा पठार के अधिकतर हिस्से पर फैला है उसे निम्न भूमि के नाम से जाना जाता है। 2. दक्षिण का पठार एक त्रिभुजाकार भूभाग है, जो नर्मदा नदी के उत्तर में स्थित है। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1 और 2 दोनों
D: न तो 1 और न ही 2
उत्तर: D
स्पष्टीकरण:
प्रायद्वीपीय पठार एक मेज की आकृति वाला स्थल है जो पुराने क्रिस्टलीय आग्नेय तथा रूपांतरित शैलों से बना है। यह गोंडवाना भूमि के टूटने एवं अपवाह के कारण बना था तथा यही कारण है कि यह प्राचीनतम भूभाग का एक हिस्सा है। इस पठारी भाग में चौड़ी तथा छिछली घाटियाँ एवं गोलाकार पहाड़ियाँ हैं। इस पठार के दो मुख्य भाग हैं- ‘मध्य उच्चभूमि’ तथा ‘दक्कन का पठार’। नर्मदा नदी के उत्तर में प्रायद्वीपीय पठार का वह भाग जो कि मालवा के पठार के अधिकतर भागों पर फैला है उसे मध्य उच्चभूमि के नाम से जाना जाता है। अतः कथन 1 सही नहीं है।
विंध्य शृंखला दक्षिण में सतपुड़ा श्रृंखला तथा उत्तर-पश्चिम में अरावली से घिरी है। पश्चिम में यह धीरे-धीरे राजस्थान के बलुई तथा पथरीले मरुस्थल से मिल जाता है। इस क्षेत्र में बहने वाली नदियाँ- चंबल, सिंध, बेतवा तथा केन दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की तरफ बहती हैं। मध्य उच्चभूमि पश्चिम में चौड़ी लेकिन पूर्व में संकीर्ण है। इस पठार के पूर्वी विस्तार को स्थानीय रूप से बुंदेलखंड तथा बघेलखंड के नाम से जाना जाता है। इसके और पूर्व के विस्तार को दामोदर नदी द्वारा अपवाहित छोटा नागपुर पठार दर्शाता है। दक्षिण का पठार एक त्रिभुजाकार भूभाग है, जो नर्मदा नदी के दक्षिण में स्थित है। उत्तर में इसके चौड़े आधार पर सतपुड़ा की शृंखला है, जबकि महादेव, कैमूर की पहाड़ी तथा मैकाल शृंखला इसके पूर्वी विस्तार हैं। अतः कथन 2 सही नहीं है।
Q5:
निम्नलिखित में से कौन-कौन सी प्राकृतिक स्थलाकृतियाँ प्रायद्वीपीय पठार में पाई जाती हैं? 1. टॉर 2. ब्लॉक पर्वत 3. पर्वत स्कंध 4. नग्न चट्टान संरचना उपर्युक्त में से कितने सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: केवल तीन
D: सभी चार
उत्तर: D
स्पष्टीकरण:
प्रायद्वीपीय क्षेत्र की मुख्य प्राकृतिक स्थलाकृतियों में टॉर, ब्लॉक पर्वत, भ्रंश घाटियाँ, पर्वत स्कंध, नग्न चट्टान संरचना, टेकरी पहाड़ी श्रृंखलाएँ और क्वार्ट्जाइट भित्तियाँ शामिल हैं, जो प्राकृतिक जल संग्रह के स्थल हैं। अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।