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Daily-static-mcqs 14 Feb 2024

यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज: भूगोल 14 Feb 2024

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज: भूगोल

Q1:

कोसी नदी के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. इस नदी को बिहार का शोक कहते है।

2.  इस नदी द्वारा पर्वतों से भारी मात्रा में अवसाद लाकर मैदानी भाग में निक्षेपित होता है।

 

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A: केवल 1

B: केवल 2

C: 1 और 2 दोनों

D: न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (c)

स्पष्टीकरण:

कोसी एक पूर्ववर्ती नदी है जिसका स्रोत तिब्बत में माऊंट एवरेस्ट के उत्तर में है, जहाँ से इसकी मुख्य धारा अरुण निकलती है। इसे बिहार का शोक कहते है। यह अपना मार्ग बदलने के लिए कुख्यात रही है। अतः कथन 1 सही है।


नेपाल में, मध्य हिमालय को पार करने के बाद इसमें पश्चिम से सोन, कोसी और पूर्व से तमुर कोसी मिलती है। अरुण नदी से मिलकर यह सप्तकोसी बनाती है। यह नदी पर्वतों के ऊपरी क्षेत्रों से भारी मात्रा में अवसाद लाकर मैदानी भाग में जमा करती है। इससे नदी का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है परिणामस्वरूप नदी अपना मार्ग बदल लेती है। अतः कथन 2 सही है।


                            

Q2:

निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. भारत का दक्षिणी भाग उष्ण कटिबंध में और उत्तरी भाग उपोष्ण कटिबंध में स्थित है।

2. भारत का अक्षांशीय और देशांतरीय विस्तार लगभग 30º है।

 

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A: केवल 1

B: केवल 2

C: 1 और 2 दोनों

D: न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (c)

स्पष्टीकरण:

कर्क रेखा भारत के मध्य से पूर्व-पश्चिम तक चलती है। देश का दक्षिणी भाग, जो कर्क रेखा के दक्षिण में है, उष्णकटिबंधीय है। देश का उत्तरी भाग, जो कर्क रेखा के उत्तर में है, उपोष्णकटिबंधीय है, यही कारण है कि भारत में उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय दोनों जलवायु का अनुभव होता है। अतः कथन 1 सही है।


भारत का अक्षांशीय विस्तार लगभग 8º4'N से 37º6'N तक है, देशांतरीय विस्तार लगभग 68º7'E से 97º25'E तक है, जो उत्तर से दक्षिण और पश्चिम से पूर्व तक लगभग 30 डिग्री है। अतः कथन 2 सही है।


                            

Q3:

निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए:

(हिमालय श्रेणियां)

(दर्रे)

1. बृहत हिमालय 

फोटुला

2. पीर पंजाल

जोजीला

3. जास्कर

खर्दुगला

 

उपर्युक्त में से कितने युग्म सही सुमेलित हैं?

A: केवल एक युग्म

B: केवल दो युग्म

C: सभी तीन युग्म

D: कोई भी युग्म नहीं

उत्तर: (d)

स्पष्टीकरण:

कश्मीर हिमालय में अनेक पर्वत श्रेणियाँ हैं, जैसे- बृहत हिमालय, कराकोरम, लद्दाख, जास्कर और पीरपंजाल। बृहत हिमालय में जोजीला, पीर पंजाल में बानिहाल, जास्कर श्रेणी में फोटुला और लद्दाख श्रेणी में खर्दुगला जैसे महत्त्वपूर्ण दर्रे स्थित हैं। महत्त्वपूर्ण अलवणजल की झीलें, जैसे- डल और वुलर तथा लवणजल झीलें, जैसे- पाँगाँग सो और सोमुरीरी भी इसी क्षेत्र में पाई जाती हैं। अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।


                            

Q4:

निम्नलिखित में से कौन-सा वह कारक नहीं है जो किसी विशेष क्षेत्र में होने वाली वर्षा की मात्रा को प्रभावित करता है?

A: अक्षांश

B: ऊंचाई

C: महासागरीय धाराएँ

D: पृथ्वी का घूर्णन

उत्तर: (d)

स्पष्टीकरण:

पृथ्वी के घूमने से किसी विशेष क्षेत्र में होने वाली वर्षा की मात्रा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। अन्य तीन विकल्प वे सभी कारक हैं जो किसी विशेष क्षेत्र में होने वाली वर्षा की मात्रा को प्रभावित करते हैं। अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।


                            

Q5:

निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. उत्तरी भारत का मैदान जलोढ़ निक्षेप से बना है।

2. उत्तरी भारत के मैदान को उत्तर से दक्षिण भाभर, तराई और हिमालय तीन भागों में बांटा गया है।

3. भाभर एक पतली पट्टी है जो शिवालिक गिरिपाद के दक्षिण फैली हुई है।

 

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: सभी तीन

D: कोई भी नहीं

उत्तर: A

स्पष्टीकरण:

उत्तरी भारत का मैदान सिंधु, गंगा और ब्रह्मपुत्र नदियों द्वारा बहाकर लाए गए जलोढ़ निक्षेप से बना है। इस मैदान की पूर्व से पश्चिम लंबाई लगभग 3200 किलो मीटर है। इसकी औसत चौड़ाई 150 से 300 किलोमीटर है। जलोढ़ निक्षेप की अधिकतम गहराई 1000 से 2000 मीटर है। अतः कथन 1 सही है।


उत्तर से दक्षिण दिशा में इन मैदानों को तीन भांगों में बाँट सकते हैं; भाभर, तराई और जलोढ़ मैदान। जलोढ़ मैदान को आगे दो भागों में बाँटा जाता है- खादर और बाँगर। अतः कथन 2 सही नहीं है।


भाभर 8 से 10 किलोमीटर चौड़ाई की पतली पट्टी है जो शिवालिक गिरिपाद के समानांतर फैली हुई है। उसके परिणामस्वरूप हिमालय पर्वत श्रेणियों से बाहर निकलती नदियाँ यहाँ पर भारी जल-भार, जैसे- बड़े शैल और गोलाश्म जमा कर देती हैं और कभी-कभी स्वयं इसी में लुप्त हो जाती हैं। भाभर के दक्षिण में तराई क्षेत्र है जिसकी चौड़ाई 10 से 20 किलोमीटर है। भाभर क्षेत्र में लुप्त नदियाँ इस प्रदेश में धरातल पर निकल कर प्रकट होती हैं और क्योंकि इनकी निश्चित वाहिकाएँ नहीं होती, ये क्षेत्र अनूप बन जाता है, जिसे तराई कहते हैं। अतः कथन 3 सही नहीं है।