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Daily-static-mcqs 11 Sep 2024

यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQs क्विज़ : भूगोल "Geography" 11 Sep 2024

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQs क्विज़ : भूगोल "Geography"

Q1:

निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. केरल के मालाबार तट के पास स्थित लक्षद्वीप छोटे प्रवाल द्वीपों से बना है।

2. वर्ष 1973 से पहले इसे लकादीव, मिनिकॉय तथा एमीनदीव के नाम से जाना जाता था।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A: केवल 1

B: केवल 2

C: 1 और 2 दोनों

D: न तो 1 और न ही 2

उत्तर: C

स्पष्टीकरण:

लक्षद्वीप केरल के मालाबार तट के पास स्थित है। द्वीपों का यह समूह छोटे-छोटे प्रवाल द्वीपों से बना है। पहले इन्हें लकादीव, मिनिकॉय और अमीनदीव के नाम से जाना जाता था। वर्ष वर्ष 1973 में इनका नाम लक्षद्वीप रखा गया। अतः कथन 1 और 2 दोनों सही है।


                            

Q2:

निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. यह भारत के लक्षद्वीप में स्थित छोटे आकार का एक द्वीप है।

2. यहाँ मनुष्य का निवास नहीं है।

3. यहाँ एक पक्षी अभयारण्य है।

उपर्युक्त कथन किस द्वीप के बारे में सही व्याख्या है?

A: पिटली द्वीप

B: पराली-I द्वीप

C: पराली-II द्वीप

D: थिन्नाकरा द्वीप

उत्तर: A

स्पष्टीकरण:

लक्षद्वीप 32 वर्ग किमी के छोटे से क्षेत्र में फैला है। कावारत्ती द्वीप लक्षद्वीप का प्रशासनिक मुख्यालय है। इस द्वीप समूह पर पादप तथा जंतु के बहुत से प्रकार पाए जाते हैं। पिटली द्वीप, जहाँ मनुष्य का निवास नहीं है, वहाँ एक पक्षी अभयारण्य है। पिटली द्वीप को वर्ष  1987 में एक पक्षी अभयारण्य घोषित किया गया था। यह द्वीप विभिन्न प्रकार के समुद्री पक्षियों का घर है, जिनमें फ्रिगेटबर्ड, टर्न्स, बूबी और गनेट्स शामिल हैं। अतः विकल्प (a) सही है।


                            

Q3:

अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1.  यह द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में उत्तर से दक्षिण दिशा में फैला हुआ है।

2.  इन द्वीपों में अत्यधिक विविधता वाले पादप और जीव पाए जाते हैं।

3.  यह द्वीप समूह विषुवत वृत के पास स्थित है और यहाँ की जलवायु विषुवतीय है।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: सभी तीन

D: कोई भी नहीं

उत्तर: C

स्पष्टीकरण:

बंगाल की खाड़ी में उत्तर से दक्षिण के तरफ फैले द्वीपों की श्रृंखला में अंडमान एवं निकोबार द्वीप हैं। यह द्वीप समूह आकार में बड़े संख्या के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। इन द्वीप समूहों में पाए जाने वाले पादप एवं जंतुओं में बहुत अधिक विविधता है। ये द्वीप विषवत् वृत के समीप स्थित हैं एवं यहाँ की जलवायु विषुवतीय है तथा यह घने जंगलों से आच्छादित है। अतः सभी कथन सही है।


                            

Q4:

जलोढ़ मृदा के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. जलोढ़ मृदा में रेत, सिल्ट और मृत्तिका का अनुपात भिन्न होता है।

2. नदी घाटी के ऊपरी भाग में मोटे कणों वाली जलोढ़ मृदाएँ पाई जाती हैं।

3. द्वार, 'चो' क्षेत्र और तराई में महीन कणों वाली जलोढ़ मृदाएँ पाई जाती हैं।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: सभी तीन

D: कोई भी नहीं

उत्तर: C

स्पष्टीकरण:

पूर्वी तटीय मैदान, विशेषकर महानदी, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी नदियों के डेल्टे जलोढ़ मृदा से बने हैं। जलोढ़ मृदा में रेत, सिल्ट और मृत्तिका के विभिन्न अनुपात पाए जाते हैं। जैसे हम नदी के मुहाने से घाटी में ऊपर की ओर जाते हैं मृदा के कणों का आकार बढ़ता चला जाता है। नदी घाटी के ऊपरी भाग में, जैसे ढाल भंग के समीप मोटे कण वाली मृदाएँ पाई जाती हैं। ऐसी मृदाएँ पर्वतों की तलहटी पर बने मैदानों जैसे द्वार, 'चो' क्षेत्र और तराई में आमतौर पर पाई जाती हैं। अतः तीनों कथन सही है।


                            

Q5:

काली मृदा के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. ये मृदा कपास की खेती के लिए उचित नहीं होती है।

2. ये मृदा दक्कन पठार क्षेत्र के उत्तर पश्चिमी भागों में पाई जाती हैं।

3. ये मृदा महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के पठार पर पाई जाती हैं।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: सभी तीन

D: कोई भी नहीं

उत्तर: C

स्पष्टीकरण:

काली मृदाओं का रंग काला है और इन्हे 'रेगर' मृदाएँ भी कहा जाता है। काली मृदा कपास की खेती के लिए उचित समझी जाती है और काली कपास मृदा के नाम से भी जाना जाता है। अतः कथन 1 सही है।


यह माना जाता है कि जलवायु और जनक शैलों ने काली मृदा के बनने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। इस प्रकार की मृदाएँ दक्कन पठार (बेसाल्ट) क्षेत्र के उत्तर पश्चिमी भागों में पाई जाती हैं और लावा जनक शैलों से बनी है। अतः कथन 2 सही है।


 ये मृदाएँ महाराष्ट्र, सौराष्ट्र, मालवा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के पठार पर पाई जाती हैं। अतः कथन 3 सही है।