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विषय (Subject): पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी- 9 December 2023 (Environment & Ecology)
1. 'पारिस्थितिकी तंत्र उत्पादकता' के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
1. एक पारिस्थितिकी तंत्र की सकल प्राथमिक उत्पादकता प्रकाश संश्लेषण के दौरान कार्बनिक पदार्थ के उत्पादन की दर है।
2. प्राथमिक उत्पादकता किसी विशेष क्षेत्र में रहने वाले पौधों की प्रजातियों पर निर्भर करती है।
3. द्वितीयक उत्पादकता को उपभोक्ताओं द्वारा नए कार्बनिक पदार्थ के निर्माण की दर के रूप में परिभाषित किया गया है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
Answer: (C)
व्याख्या: जब आप निम्नलिखित पहलुओं पर विचार करते हैं तो पारिस्थितिक तंत्र के घटक एक इकाई के रूप में कार्य करते दिखाई देते हैं: (i) उत्पादकता; (ii) अपघटन; (iii) ऊर्जा प्रवाह; और (iv) पोषक चक्रण
किसी भी पारिस्थितिकी तंत्र के कार्य करने और उसे बनाए रखने के लिए सौर ऊर्जा का निरंतर प्रवाह प्राथमिक आवश्यकता है। प्राथमिक उत्पादन को प्रकाश संश्लेषण के दौरान पौधों द्वारा एक समय अवधि में प्रति इकाई क्षेत्र में उत्पादित बायोमास या कार्बनिक पदार्थ की मात्रा के रूप में परिभाषित किया जाता है।
एक पारिस्थितिकी तंत्र की सकल प्राथमिक उत्पादकता प्रकाश संश्लेषण के दौरान कार्बनिक पदार्थ के उत्पादन की दर होती है। श्वसन में पौधों द्वारा काफी मात्रा में GPP का उपयोग किया जाता है।
शुद्ध प्राथमिक उत्पादकता विषमपोषी (शाकाहारी और अपघटक) की खपत के लिए उपलब्ध बायोमास होता है। द्वितीयक उत्पादकता को उपभोक्ताओं द्वारा नए कार्बनिक पदार्थ के निर्माण की दर के रूप में परिभाषित किया गया है। प्राथमिक उत्पादकता किसी विशेष क्षेत्र में रहने वाले पौधों की प्रजातियों पर निर्भर करती है। यह विभिन्न पर्यावरणीय कारकों, पोषक तत्वों की उपलब्धता और पौधों की प्रकाश संश्लेषण क्षमता पर भी निर्भर करता है। इसलिए, यह विभिन्न प्रकार के पारिस्थितिक तंत्रों में भिन्न होता है। अतः सभी कथन सही है।
2. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
1. पारस्परिकता (Mutualism),प्रजातियों के बीच एक अंतःक्रिया है जिसमें दोनों को लाभ होता है।
2. सहभोजिता (Commensalism) जीवों के बीच एक प्रकार का संबंध है जिसमें एक जीव को लाभ होता है जबकि दूसरे जीव को न तो लाभ होता है और न ही हानि।
उपर्युक्त दिए गए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
Answer: (C)
व्याख्या:पारस्परिकता(Mutualism), प्रजातियों के बीच एक अंतःक्रिया है जिसमें दोनों को लाभ होता है। सहभोजिता(Commensalism) जीवों के बीच एक प्रकार का संबंध है जिसमें एक जीव को लाभ होता है जबकि दूसरे जीव को न तो लाभ होता है और न ही हानि। अतः दोनों कथन सही है।
3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. ऊर्जा का पिरामिड हमेशा उल्टा होता है, यह कभी सीधा नहीं हो सकता।
2. जब ऊर्जा एक विशेष पोषी स्तर से अगले पोषी स्तर तक प्रवाहित होती है, तो कुछ ऊर्जा हमेशा प्रत्येक चरण पर ऊष्मा के रूप में लुप्त हो जाती है।
उपर्युक्त दिए गए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
Answer: (B)
व्याख्या: ऊर्जा का पिरामिड हमेशा सीधा होता है, यह काभी उल्टा नहीं हो सकता ,क्योंकि जब ऊर्जा एक विशेष पोषी स्तर से अगले पोषी स्तर तक प्रवाहित होती है, तो प्रत्येक चरण पर कुछ ऊर्जा हमेशा ऊष्मा के रूप में लुप्त हो जाती है। ऊर्जा पिरामिड में प्रत्येक स्तर एक निश्चित समय में या सालाना प्रति इकाई क्षेत्र में मौजूद ऊर्जा की मात्रा को इंगित करता है। अतः कथन 1 सही नहीं है लेकिन कथन 2 सही है।
4. निम्न में से कौन से वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड के स्रोत हैं?
1. श्वसन और अपघटन
2. प्रकाश संश्लेषण
3. जीवाश्म ईंधन का दहन
4. भूमि उपयोग परिवर्तन
5. ज्वालामुखी विस्फ़ोट
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
(a) केवल 1, 3 और 4
(b) केवल 3, 4 और 5
(c) केवल 1 और 2
(d) 1, 3, 4 और 5
Answer: (D)
व्याख्या:भूमि उपयोग परिवर्तन विश्व स्तर पर कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन का एक बड़ा स्रोत है, जो मानव कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के 9% के लिए जिम्मेदार है। ज्वालामुखीय विस्फोटों से एक मामूली मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड का निर्माण होता है, जो प्राकृतिक उत्सर्जन का 0.03% है। इसके अलावा श्वसन और अपघटन एवं जीवाश्म ईंधन का दहन भी कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन करता है। जबकि प्रकाश संश्लेषण क्रिया मे वातावरण मे ऑक्सीजन निर्मुक्त होती है । अतः सही उत्तर d विकल्प है।
5. वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. CITES जंगली जानवरों और पौधों की प्रजातियों के वैश्विक व्यापार को विनियमित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समझौता है।
2. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के कारण जंगली प्रजातियों के अस्तित्व को खतरा उत्पन्न न हो ।
3. CITES कन्वेंशन के प्रावधान इसमे शामिल देशों पर कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं है।
उपर्युक्त दिए गए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
Answer: (B)
व्याख्या: CITES जंगली जानवरों और पौधों की प्रजातियों के वैश्विक व्यापार को विनियमित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समझौता है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार जंगली में प्रजातियों के अस्तित्व को खतरे में न डाले। अतः कथन 1 और 2 सही हैं।
प्रकृति के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ (IUCN) के सदस्यों की 1963 में हुई बैठक में अपनाए गए एक संकल्प के परिणामस्वरूप इसका मसौदा तैयार किया गया था। यह जुलाई 1975 में लागू हुआ। CITES कन्वेंशन के प्रावधान इसमे शामिल देशों पर कानूनी रूप से बाध्यकारी है। अतः कथन 3 सही नहीं है।