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Daily-static-mcqs 16 Mar 2024
Q1:
समोद्भिद् की विशेषता के संदर्भ, में निम्नलिखित पर विचार कीजिए: 1. इनकी पत्तियाँ चौड़ी होती है 2. इनकी जड़ तन्त्र पूर्ण विकसित रूप में नहीं होते है। 3. इनके तने सामान्यतया वायवीय, ठोस और शाखित होते हैं। उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
समोद्भिद् (MESOPHYTES), भूमि की सतह पर बहुत अधिक क्षेत्र में फैले हुए हैं। ये ऐसे स्थलीय पौधे हैं जो नम आवास में उगते हैं और इन्हें वायु युक्त मृदा की आवश्यकता होती है। ये पौधे हल्की आर्द्रता की मृदा और वायु को प्राथमिकता देते हैं तथा भरे हुए जल या अधिक लवणों (salts) से बचते हैं। कुछ पहलुओं में इनका स्थान जलोद्भिद् और मरुद्भिद् के बीच होता है। चौड़ी पत्ती वाले ये वृक्ष जो नम गड्डों, झील और नदियों के किनारे उगते हैं, समोद्भिद् कहलाते हैं। इनमें सामान्यतया, जलोद्भिद् और मरुद्भिद् पौधों में पायी जाने वाली विशिष्ट संरचनात्मक और कार्यिकीय अनुकूलताएँ नहीं पायी जाती हैं। समोद्भिद् के सामान्य आकारिक-शारीरीय लक्षण अग्र प्रकार से हैं:
(1) जड़ तन्त्र पूर्ण विकसित होता है। जड़ें शाखित, मूल गोप युक्त और मूल रोम युक्त होती हैं।
(2) तने सामान्यतया वायवीय (aerial), ठोस और शाखित होते हैं।
Q2:
निम्नलिखित में से कौन-सी श्रेणी भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की विभिन्न अनुसूचियों के अंतर्गत शामिल की गई है? 1. कीट 2. पक्षी 3. मछलियां 4. सरीसृप उपर्युक्त में से कितने कथन सही है?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: केवल तीन
D: सभी चार
उत्तर: D
स्पष्टीकरण:
भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की विभिन्न अनुसूचियों में कई जंगली जानवरों और पक्षियों की प्रजातियों को सूचीबद्ध किया गया है। इसी तरह, इन प्रजातियों को भी IUCN(International Union for Conservation of Nature) रेड लिस्ट, CITES और कन्वेंशन ऑन माइग्रेटरी स्पीशीज़ (Convention on Migratory Species: CMS) के तहत वर्गीकृत किया गया है। इन कानूनी उपकरणों के तहत प्रजातियों की श्रेणियां हैं: कीट, सरीसृप, मछलियां, पक्षी और स्तनधारी है।
Q3:
वर्ष 1963 में सदस्यों की एक बैठक के दौरान सीआइटीईएस (CITES)प्रस्ताव की तैयारी में किस संगठन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई?
A: संयुक्त राष्ट्र (यूएन)
B: प्रकृति संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ (आईयूसीएन)
C: विश्व वन्यजीव कोष (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ)
D: ग्रीनपीस
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES)का मसौदा वर्ष 1963 में IUCN (प्रकृति संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ) के सदस्यों की एक बैठक में अपनाए गए एक प्रस्ताव के परिणामस्वरूप तैयार किया गया था। 3 मार्च 1973 को वाशिंगटन, डीसी, संयुक्त राज्य अमेरिका में 80 देशों के प्रतिनिधियों की एक बैठक में कन्वेंशन के पाठ पर अंततः सहमति बनी और 1 जुलाई 1975 को CITES लागू हुआ। कन्वेंशन का मूल अंग्रेजी, फ्रेंच और स्पेनिश भाषाओं में डिपॉजिटरी सरकार के पास जमा किया गया था, प्रत्येक संस्करण समान रूप से प्रामाणिक था। कन्वेंशन चीनी और रूसी भाषा में भी उपलब्ध है। अतः विकल्प (b) सही है।
Q4:
फोटोकैमिकल स्मॉग के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए: 1. फोटोकैमिकल स्मॉग के प्राथमिक घटकों में से एक समतापमंडलीय ओजोन है। 2. फोटोकैमिकल स्मॉग वायु प्रदूषण का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक शब्द है जो वातावरण में कुछ रसायनों के साथ सूर्य के प्रकाश की अभिक्रिया का परिणाम है। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
A: केवल 1
B: केवल 2
C: 1 और 2 दोनों
D: न तो 1 और न ही 2
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
स्ट्रैटोस्फेरिक ओजोन (Stretospheric Ozone), ओजोन की एक प्राकृतिक परत है जो पृथ्वी को सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से बचाती है। यह पृथ्वी की सतह से 6 से 30 मील ऊपर पाया जाता है। ग्राउंड-लेवल ओजोन, जिसे ट्रोपोस्फेरिक ओजोन (Tropospheric Ozone) भी कहा जाता है, वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों और नाइट्रोजन ऑक्साइड के मानव निर्मित और प्राकृतिक उत्सर्जन की परस्पर क्रिया से बनता है। यह जमीनी स्तर पर पाया जाता है। फोटोकैमिकल स्मॉग के प्राथमिक घटक NOX, VOCs, ओजोन (O3) और पॉलीएरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (PAHs) हैं। फोटोकैमिकल स्मॉग (प्रकाश-रासायनिक धुंध) के प्राथमिक घटकों में से एक ओजोन है। अतः कथन 1 सही नहीं है ।
फोटोकैमिकल स्मॉग वायु प्रदूषण का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक शब्द है जो वातावरण में कुछ रसायनों के साथ सूर्य के प्रकाश की अभिक्रिया का परिणाम है। जहाँ समताप मंडल में ओजोन हानिकारक यूवी (Ultraviolet)विकिरण से पृथ्वी की रक्षा करता है, वही धरातल पर ओजोन मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होती है।अतः कथन 2 सही है ।
Q5:
वायु की आर्द्रता किस पर निर्भर करती है? 1. सौर विकिरण की तीव्रता 2. तापमान 3. ऊँचाई उपर्युक्त में से कितने सही हैं?
A: केवल एक
B: केवल दो
C: सभी तीन
D: कोई भी नहीं
उत्तर: C
स्पष्टीकरण:
वायु में मौजूद जलवाष्प की मात्रा को आर्द्रता कहते हैं। आर्द्रता, वायुमंडल की सबसे परिवर्तनशील विशेषता है। यह जलवायु और मौसम में एक प्रमुख कारक है। आर्द्रता, सौर विकिरण की तीव्रता, तापमान, ऊँचाई, वायु, वनस्पति और मृदा के जल स्तर द्वारा प्रभावित होती है। उच्च तापमान, वायु में नमी ग्रहण करने की क्षमता को बढ़ाता है तथा आपेक्षिक आर्द्रता को घटाता है। कम तापमान, वायु की नमी ग्रहण करने की क्षमताको घटाकर, आपेक्षिक आर्द्रता को बढ़ाता है। आपेक्षिक आर्द्रता को psychrometer या paper strip hygrometer या thermohydrograph उपकरण द्वारा मापा जाता है। अतः विकल्प (c) सही है।