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Daily-static-mcqs 23 Feb 2024

यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 23 Feb 2024

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली स्टेटिक MCQ क्विज: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

Q1:

स्पेक्स 2030 पहल किसके द्वारा शुरू की गई है?

A: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)

B: विश्व बैंक

C: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)

D: संयुक्त राष्ट्र (UN)

उत्तर: (a)

स्पष्टीकरण:

विश्व में लाखों लोग दृष्टि या नेत्रदोष की समस्याओं से पीड़ित हैं, इनमें से एक बड़े हिस्से को चश्मे की आवश्यकता है। निम्न और मध्यम आय वाले देशों में नेत्र देखभाल की सुविधाओं तक पहुँच एक बड़ी चुनौती है। इस संकट को देखते हुए वर्ष 2021 में आयोजित 74वीं विश्व स्वास्थ्य सभा में एकीकृत और जन-केंद्रित नेत्र देखभाल प्रदान करने के लिये "स्पेक्स 2030" नामक एक पहल शुरू करने पर सहमति जताई गई। स्पेक्स 2030 पहल की शुरुआत विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा की जाएगी। इस पहल का लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण नेत्र देखभाल सुनिश्चित करते हुए चश्मे से संबंधित समस्या का समाधान करने में सदस्य देशों की सहायता करना है।


Q2:

हरित हाइड्रोजन ईंधन सेल आधारित पहली बस सेवा के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. इसकी शुरुआत केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री द्वारा नई दिल्ली में की गई।

2. यह हाइड्रोजन को पानी में परिवर्तित करके बिजली उत्पन्न करता है।

 

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A: केवल 1

B: केवल 2

C: 1 और 2 दोनों

D: न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (c)

स्पष्टीकरण:

हाल ही में केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री ने नई दिल्ली में देश की हरित हाइड्रोजन ईंधन सेल आधारित पहली बस को हरी झंडी दिखाई, जो स्वच्छ ऊर्जा में परिवर्तन की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। अतः कथन 1 सही है।


हरित हाइड्रोजन एक प्रकार का हाइड्रोजन है जिसे पवन या सौर ऊर्जा जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करके इलेक्ट्रोलिसिस नामक प्रक्रिया के माध्यम से उत्पादित किया जाता है। इसमें शून्य ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के साथ जल (H2O) को उसके घटक तत्त्वों, हाइड्रोजन (H2) और ऑक्सीजन (O2) में विभाजित करना शामिल है। ईंधन सेल एक विद्युत रासायनिक उपकरण है जो रासायनिक ऊर्जा (इस मामले में हाइड्रोजन) को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है। इसमें एक इलेक्ट्रोलाइट द्वारा अलग किये गए दो इलेक्ट्रोड (एनोड और कैथोड) होते हैं। अतः कथन 2 सही नहीं है।


Q3:

आदित्य-एल1 मिशन के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. यह सूर्य का अध्ययन करने वाला भारत का पहला सौर मिशन है।

2. 6 जनवरी, 2023 को यह लैग्रेंजियन बिंदु 1 (एल1) पर पहुंचा।

3. इसका उद्देश्य सौर कोरोना, प्रकाशमंडल, क्रोमोस्फीयर और सौर पवन के बारे में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करना है।

 

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: सभी तीन

D: कोई भी नहीं

उत्तर: B

स्पष्टीकरण:

हाल ही में, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation- ISRO) ने अपने पहले सौर मिशन, आदित्य-एल1 का प्रक्षेपण किया। इसका प्रक्षेपण PSLV-C57 रॉकेट का उपयोग करके किया गया था। आदित्य-एल1, सूर्य का अध्ययन करने वाला भारत का पहला सौर मिशन है। इसरो के इतिहास में यह पहली बार था जब PSLV के चौथे चरण को दो बार प्रक्षेपित किया गया, ताकि अंतरिक्ष यान को उसकी अंडाकार कक्षा में सटीक रूप से स्थापित किया जा सके। अतः कथन 1 सही है।


यह अंतरिक्ष आधारित वेधशाला श्रेणी का मिशन है। इसे 2 सितंबर, 2023 को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था। 6 जनवरी, 2024 को यह लैग्रेंजियन बिंदु 1 (एल1) पर पहुंचा । एल1, पृथ्वी से करीब 15 लाख किलोमीटर दूर है। अतः कथन 2 सही नहीं है।


इस मिशन का उद्देश्य सौर कोरोना (Solar Corona), प्रकाशमंडल (Photosphere), क्रोमोस्फीयर (Chromosphere) और सौर पवन (Solar Wind) के बारे में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करना है। आदित्य-एल1 का प्राथमिक उद्देश्य सूर्य के विकिरण, ऊष्मा, कण प्रवाह तथा चुंबकीय क्षेत्र सहित सूर्य के व्यवहार और वे पृथ्वी को कैसे प्रभावित करते हैं, के संबंध में गहरी समझ हासिल करना है। अतः कथन 3 सही है।


Q4:

अंतरिक्ष में लैग्रेंज बिंदु क्या है?

A: एक बिंदु जहां दो खगोलीय पिंडों का गुरुत्वाकर्षण बल एक दूसरे को संतुलित करते हैं

B: एक बिंदु जहां एक अंतरिक्ष यान आसानी से उतर सकता है

C: एक बिंदु जहां अंतरिक्ष-समय घटता है

D: एक बिंदु जहां आकाशगंगाएं टकराती हैं

उत्तर: (a)

स्पष्टीकरण:

लैग्रेंज पॉइंट, अंतरिक्ष में मौजूद वे स्थान हैं जहां दो पिंडों की गुरुत्वाकर्षण बल आकर्षण और प्रतिकर्षण के उन्नत क्षेत्र बनाते हैं। लैग्रेंज पॉइंट को एल बिंदु या लैग्रेंजियन बिंदु के नाम से भी जाना जाता है। खगोल विज्ञान में, लैग्रेंज पॉइंट को अंतरिक्ष में मौजूद एक बिंदु माना जाता है। इस बिंदु पर एक छोटा पिंड, दो बड़े पिंडों के गुरुत्वाकर्षण प्रभाव के तहत, उनके सापेक्ष लगभग आराम की स्थिति में रहेगा।  पृथ्वी-सूर्य प्रणाली में पाँच लैग्रेंज बिंदु हैं। लैग्रेंज पॉइंट का इस्तेमाल अंतरिक्ष यान द्वारा न्यूनतम ईंधन खपत के साथ एक निश्चित स्थिति में रहने के लिए किया जा सकता है।  लैग्रेंज पॉइंट पर, दो बड़े द्रव्यमानों का गुरुत्वाकर्षण खिंचाव एक छोटी वस्तु को उनके साथ चलने के लिए आवश्यक सेंट्रिपेटल बल के बराबर होता है। अतः विकल्प (a) सही है।


Q5:

चंद्रयान-3 के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1. इस मिशन को 14 जुलाई, 2023 को लॉन्च किया गया था।

2. इसमें लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान पर पेलोड हैं।

 

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A: केवल 1

B: केवल 2

C: 1 और 2 दोनों

D: न तो 1 और न ही 2

उत्तर: C

स्पष्टीकरण:

चंद्रयान-3, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा भेजा गया तीसरा चंद्र मिशन है। इसका मकसद भारत की तकनीकी क्षमताओं का प्रदर्शन करना और चंद्रमा पर सफल सॉफ़्ट लैंडिंग करना है । चंद्रयान-3 में एक लैंडर मॉड्यूल, एक प्रोपल्शन मॉड्यूल, और एक रोवर शामिल है। यह मिशन 14 जुलाई, 2023 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च हुआ था। अतः कथन 1 सही है।


5 अगस्त, 2023 को यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा । 23 अगस्त, 2023 को इसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक लैंडिंग की। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ़्ट लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का इकलौता देश बन गया है। इसमें चंद्रयान-2 की तरह एक लैंडर और एक रोवर है।  इसमें कक्षित्र (ऑर्बिटर) नहीं है । इसमें रहने योग्य ग्रह पृथ्वी (SHAPE) का स्पेक्ट्रो-पोलरिमेट्री है। इसमें लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान पर पेलोड हैं ।इसका मकसद अंतर ग्रहीय मिशनों के लिए ज़रूरी नई तकनीकों को विकसित करना और दिखाना है। अतः कथन 2 सही है।


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