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Blog / 06 Feb 2025

विश्व कैंसर दिवस 2025

संदर्भ: 4 फरवरी, 2025 को विश्व कैंसर दिवस मनाया गया, जो एक वैश्विक अभियान है, जिसका उद्देश्य कैंसर और इसके व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों पर होने वाले प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। 2025-2027 के लिए "यूनाइटेड बाय युनिक" विषय कैंसर देखभाल में एक व्यक्तिगत और मरीज केंद्रित दृष्टिकोण को महत्व देता है, जो  दुनिया भर में मरीजों की विविध जरूरतों को समझता है।

कैंसर के बारे में:
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसमें असामान्य कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि और प्रसार होता है, जो स्वस्थ ऊतकों और अंगों को नष्ट कर सकती हैं। यह दुनिया भर में मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक बना हुआ है। 2022 में 20 मिलियन नए मामलों और 9.7 मिलियन कैंसर संबंधित मौतों की रिपोर्ट की गई। विशेष रूप से निम्न और मध्य आय वाले देशों में यह बोझ अधिक है, जहां रोकथाम, निदान, उपचार और देखभाल तक पहुंच सीमित है।

कैंसर के कारण:
कैंसर आनुवंशिक बदलावों (genetic mutations) या असामान्यताओं से होता है, जो सामान्य कोशिका चक्र को बिगाड़ देती हैं। एक स्वस्थ शरीर में, कोशिकाएं नियंत्रित रूप से बढ़ती, विभाजित होती और मरती हैं। लेकिन कैंसर कोशिकाएं संपर्क निषेध (contact inhibition) की क्षमता खो देती हैं, जिससे उनका विभाजन अनियंत्रित (uncontrolled division) हो जाता है और ट्यूमर  बन जाता है।

कैंसर के लक्षण:
सामान्य लक्षणों में किसी विशेष क्षेत्र में लगातार दर्द, सूजन, लालिमा, या त्वचा का काला पड़ना शामिल हो सकते हैं। प्रारंभिक पहचान (early detection) से इलाज के परिणाम बेहतर हो सकते हैं।

उपचार विकल्प:
कैंसर का उपचार चिकित्सा अनुसंधान में निरंतर प्रगति के साथ विकसित हो रहा है। एक उभरती हुई तकनीक RNA इंटरफेरेंस (RNAi) है, जो जीन साइलेंसिंग थेरेपीज़ पर आधारित है। यह तकनीक कैंसर कोशिकाओं को अधिक प्रभावी रूप से लक्षित करने का प्रयास करती है, जिससे उपचार की सफलता दर को बढ़ाया जा सके और संभावित प्रतिरोध को कम किया जा सके।

भारत सरकार की कैंसर उपचार और रोकथाम के लिए पहलें:

1.   कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (NPCDCS):  इसका लक्ष्य प्रमुख गैर-संक्रामक रोगों, जिनमें कैंसर भी शामिल है, के लिए बुनियादी ढांचे, मानव संसाधनों, स्वास्थ्य प्रचार, प्रारंभिक निदान, प्रबंधन और रेफरल सेवाओं को सुदृढ़ करना है।

2.   आयुष्मान भारत योजना: आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान करना, ताकि कैंसर उपचार तक पहुंच सुनिश्चित हो सके।

3.   क्वाड कैंसर मूनशॉट पहल: भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान का एक सहयोगात्मक प्रयास, जिसका उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कैंसर का बोझ कम करना है।

4.   जागरूकता और प्रारंभिक पहचान:

o    राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस (7 नवम्बर): प्रत्येक वर्ष इस दिन को मनाया जाता है, ताकि प्रारंभिक पहचान के महत्व को रेखांकित किया जा सके और जीवित रहने की दरों में सुधार के लिए प्रयास किए जा सकें।

o    WHO पहलें:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कैंसर के बढ़ते बोझ से निपटने के लिए कई वैश्विक कार्यक्रम शुरू किए हैं:
कैंसर रजिस्ट्रियों के लिए वैश्विक पहल: बेहतर कैंसर नियंत्रण रणनीतियों के लिए डेटा संग्रहण और विश्लेषण को बढ़ाना।
बाल कैंसर के लिए वैश्विक पहल: दुनिया भर में बच्चों के कैंसर के जीवित रहने की दरों में सुधार करने का उद्देश्य।
गर्भाशय ग्रीवा (Cervix) कैंसर को समाप्त करने की गति को तेज करने के लिए वैश्विक रणनीति: गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के मामलों को कम करने के लिए टीकाकरण, स्क्रीनिंग और उपचार पर ध्यान केंद्रित करना।

निष्कर्ष:
विश्व कैंसर दिवस एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है, ताकि जागरूकता फैलायी जा सके, प्रारंभिक पहचान को बढ़ावा दिया जा सके और कैंसर की रोकथाम और उपचार में सहयोगात्मक प्रयासों को प्रोत्साहित किया जा सके। राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर पहलों के साथ, एक व्यक्ति-केंद्रित दृष्टिकोण कैंसर देखभाल में बेहतर परिणाम प्राप्त करने और दुनिया भर में इसके प्रभाव को कम करने के लिए आवश्यक है।Bottom of Form