सन्दर्भ:
हाल ही में व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD) की प्रौद्योगिकी और नवाचार रिपोर्ट 2025 के अनुसार भारत ने 2023 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में पर्याप्त निजी निवेश के लिए विश्व स्तर पर 10वां स्थान हासिल किया।
प्रौद्योगिकी और नवाचार रिपोर्ट 2025 के बारे में-
• प्रौद्योगिकी और नवाचार रिपोर्ट 2025 संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (UNCTAD) द्वारा प्रकाशित की गई एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट है।
• यह रिपोर्ट वैश्विक स्तर पर तकनीकी विकास, नवाचार की प्रवृत्तियों और विभिन्न देशों द्वारा उभरती तकनीकों को अपनाने और एकीकृत करने की प्रक्रियाओं का विश्लेषण करती है।
• यह रिपोर्ट कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), स्वचालन, डिजिटल अवसंरचना और सीमांत (frontier) प्रौद्योगिकियों जैसे क्षेत्रों में हो रहे नवाचारों तथा उनके सामाजिक और आर्थिक प्रभावों पर गहन दृष्टिकोण प्रदान करती है।
भारत में AI के विकास में योगदान देने वाले प्रमुख कारण-
• सरकारी पहलें: भारत सरकार ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहित करने के लिए कई पहलें शुरू की हैं, जिसमें "इंडिया AI मिशन" जैसी योजनाएं विशेष रूप से AI-आधारित अनुप्रयोगों के विकास, स्टार्टअप्स और शोधकर्ताओं को समर्थन देने पर केंद्रित हैं।
• निजी क्षेत्र की साझेदारियाँ: निजी कंपनियों और सरकारी संस्थाओं के बीच सहयोग ने भी AI विकास को गति दी है। उदाहरण के लिए, Meta और India AI के बीच साझेदारी का उद्देश्य अनुसंधान को बढ़ावा देना और भारतीय संदर्भ में उपयोग के लिए ओपन-सोर्स AI मॉडल उपलब्ध कराना है।
• उभरती प्रौद्योगिकियों में निवेश: भारत ने AI सहित विभिन्न उभरती तकनीकों में बड़े पैमाने पर निवेश किया है। ऐसा अनुमान है कि AI वर्ष 2035 तक भारतीय अर्थव्यवस्था में लगभग 950 अरब डॉलर का योगदान दे सकता है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) क्या है?
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का अर्थ है “ मशीनों को इस प्रकार विकसित करना कि वे मानवीय बुद्धि की तरह सोच सकें, सीख सकें और निर्णय ले सकें। इन्हें इस तरह प्रोग्राम किया जाता है कि वे ऐसे कार्य कर सकें, जो सामान्यतः इंसान का मस्तिष्क करता है” जैसे समस्या सुलझाना, भाषा समझना, निर्णय लेना आदि।
AI की दो मुख्य श्रेणियाँ होती हैं:
1. संकीर्ण AI (Narrow AI या कमजोर AI): इस प्रकार की AI किसी एक विशेष कार्य या सीमित कार्यों के लिए बनाई जाती है। यह AI का सबसे सामान्य रूप है और इसका उपयोग वॉयस असिस्टेंट, सिफारिश प्रणाली, और इमेज रिकग्निशन सॉफ्टवेयर जैसे अनुप्रयोगों में होता है।
2. सामान्य AI (General AI या मजबूत AI): यह AI अभी विकसित नहीं हुई है, लेकिन इसका लक्ष्य ऐसी मशीन बनाना है जो इंसानों की तरह सोच सके, हर तरह का बौद्धिक कार्य कर सके और अलग-अलग क्षेत्रों में ज्ञान अर्जित कर उसका उपयोग कर सके। यानी एक ऐसी AI जो इंसान जैसी बहु-क्षमताओं से युक्त हो।
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (UNCTAD) के बारे में:
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (UNCTAD) एक स्थायी अंतर-सरकारी निकाय है, जिसकी स्थापना 1964 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी। इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है।
UNCTAD का मुख्य उद्देश्य विकासशील देशों को वैश्विक अर्थव्यवस्था में समावेशी, न्यायसंगत और प्रभावी भागीदारी में सहयोग देना है, ताकि वे अंतरराष्ट्रीय व्यापार, निवेश और तकनीकी अवसरों से अधिकतम लाभ उठा सकें।
निष्कर्ष-
प्रौद्योगिकी और नवाचार रिपोर्ट 2025 वैश्विक नवाचार की स्थिति पर गहन दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है और इस बात पर ज़ोर देती है कि ऐसी नीतियों की तत्काल आवश्यकता है जो न केवल तकनीकी प्रगति को बढ़ावा दें, बल्कि यह भी सुनिश्चित करें कि इन प्रगतियों के लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुँचें। यह रिपोर्ट एक अधिक समावेशी, टिकाऊ और लचीली वैश्विक अर्थव्यवस्था के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक बन सकती है।