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Blog / 20 Mar 2025

विलुप्त होने के कगार पर हेलिकोनिया प्रजातियाँ

संदर्भ: हाल ही में स्मिथसोनियन नेशनल म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक शोध के अनुसार, उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले हेलिकोनिया पौधों (चमकीले फूलों के कारण प्रसिद्ध) की लगभग आधी प्रजातियाँ विलुप्ति के खतरे का सामना कर रही हैं।

अध्ययन के अनुसार, इन प्रजातियों में से कई संरक्षित क्षेत्रों और वनस्पति उद्यानों में नहीं पाई जातीं। यह स्थिति इनके संरक्षण के लिए तत्काल प्रयासों की आवश्यकता को दर्शाती है।

हेलिकोनिया प्रजाति के बारे में:

·        हेलिकोनिया एक उष्णकटिबंधीय पौधा है जिसमें 187 प्रजातियाँ शामिल हैं। इनमें से अधिकांश मध्य और दक्षिण अमेरिका के वर्षावनों में पाई जाती हैं, जबकि कुछ प्रजातियाँ प्रशांत द्वीपों की मूल निवासी हैं। ये पौधे पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि ये चमगादड़ और हमिंगबर्ड जैसे परागणकर्ताओं के लिए भोजन का मुख्य स्रोत होते हैं।

·        हेलिकोनिया पौधे मोटे, ईख जैसे तने वाले बारहमासी जड़ी-बूटियाँ हैं। इनके पत्ते केले के समान होते हैं और तांबे जैसी चमक प्रदर्शित कर सकते हैं। पत्तियों की मध्य शिरा अक्सर हाथीदांत या गुलाबी होती है।

·        पौधे बड़े, मोमी ब्रैक्ट्स उत्पन्न करते हैं, जो एक ही तल में वैकल्पिक रूप से व्यवस्थित होते हैं और कई छोटे फूलों को सहारा देते हैं। इनके पुष्पक्रम लटके हुए या सीधे हो सकते हैं, और इनमें लाल, नारंगी, पीले तथा हरे जैसे विभिन्न रंगों के फूल खिलते हैं।

Half of the world's Heliconia species are at risk of extinction - Earth.com

अध्ययन के निष्कर्ष:

·        इस अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने 45 हेलिकोनिया प्रजातियों की एक सूची तैयार की, जिन्हें अतिरिक्त संरक्षण उपायों की सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

·        शोध के निष्कर्षों के अनुसार, हेलिकोनिया की 87 प्रजातियाँ (कुल जीनस का 47%) विलुप्ति के कगार पर हैं, जो इसकी जैव विविधता के लिए एक गंभीर संकेत है।

·        विशेष रूप से चिंताजनक तथ्य यह है कि, एक अपवाद को छोड़कर, ये सभी संकटग्रस्त प्रजातियाँ केवल कुछ संरक्षित वन क्षेत्रों तक ही सीमित हैं। इसके अतिरिक्त, वनस्पति उद्यानों में उगाए जाने वाले अधिकांश हेलिकोनिया नमूने IUCN रेड लिस्ट में 'कम जोखिम' (Least Concern) श्रेणी में आते हैं।

·        अब तक, केवल कुछ हेलिकोनिया प्रजातियों का व्यवस्थित रूप से संरक्षण मूल्यांकन किया गया है। वर्तमान में, केवल 21 प्रजातियाँ अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) की संकटग्रस्त प्रजातियों की लाल सूची में शामिल हैं, जो इस जीनस की वास्तविक संरक्षण आवश्यकताओं की ओर ध्यान आकर्षित करता है।

हेलिकोनिया प्रजातियाँ प्राकृतिक आवास के क्षरण, आक्रामक प्रजातियों के प्रसार और जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर खतरों का सामना कर रही हैं। वर्तमान में, इन पौधों की जंगली आबादी पर सीमित डेटा उपलब्ध है, जिससे इनके संरक्षण प्रयासों में चुनौतियाँ उत्पन्न हो रही हैं।

निष्कर्ष:

यह शोध दर्शाता है कि हेलिकोनिया प्रजातियों के संरक्षण के लिए त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है। ये प्रजातियाँ केवल पारिस्थितिक रूप से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि जैव विविधता को बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाती हैं। वर्तमान में, IUCN रेड लिस्ट में हेलिकोनिया की केवल 21 प्रजातियाँ शामिल हैं, जबकि वास्तविक रूप से इन पौधों के संरक्षण के लिए अधिक प्रयासों की आवश्यकता है। विशेषज्ञों ने संकटग्रस्त प्रजातियों के संरक्षण हेतु एक सुसंगत और प्रभावी रणनीति विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है, विशेष रूप से उन प्रजातियों के लिए जो संरक्षित क्षेत्रों और वनस्पति उद्यानों के बाहर पाई जाती हैं।