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Daily-mcqs 09 Feb 2024

Current Affairs MCQs for UPSC & State PSC Exams 09 Feb 2024

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Current Affairs MCQs for UPSC & State PSC Exams

Q1:

भारत में चुनाव आयुक्तों के चयन के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

  1. अब तक संसदीय कार्य मंत्रालय उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट/चुनाव करता था और प्रधान मंत्री नियुक्ति को अंतिम रूप देते थे, जिसे राष्ट्रपति द्वारा औपचारिक रूप से मंजूरी दी जाती थी।
  2. सुप्रीम कोर्ट ने भारत के चुनाव आयुक्तों के चयन के लिए एक परामर्शी प्रक्रिया का आह्वान किया है।
  3. भारत का चुनाव आयोग आजादी के बाद से हमेशा 3 सदस्यीय निकाय रहा है।

 

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: सभी तीन

D: कोई नहीं

उत्तर: (a)

स्पष्टीकरण:

सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले, केंद्र सरकार के नेतृत्व वाली कार्यपालिका के पास चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति का अधिकार था। कानून मंत्रालय ने सक्रिय और सेवानिवृत्त अधिकारियों के एक समूह से एक उम्मीदवार की शॉर्टलिस्ट तैयार की, जिसका अंतिम चयन प्रधान मंत्री ने किया एवं राष्ट्रपति ने मंजूरी दी। अतः कथन 1 सही नहीं है।


हालाँकि, 2 मार्च, 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने नियुक्तियों के लिए एक परामर्श प्रक्रिया को अनिवार्य कर दिया। इस प्रक्रिया में प्रधान मंत्री, विपक्ष के नेता (या सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता) एवं भारत के मुख्य न्यायाधीश शामिल होते हैं। अतः कथन 2 सही है।


मूल रूप से वर्ष 1950 में एक मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ स्थापित, आयोग 1989 में तीन सदस्यीय निकाय में परिवर्तित हो गया, केवल 1993 में तीन सदस्यीय संरचना को बहाल करने से पहले अस्थायी रूप से एक ही आयुक्त में वापस गया। अतः कथन 3 सही नहीं है।


अतः विकल्प (a) सही है।


                            

Q2:

अल्टरमैग्नेट्स के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

  1. अल्टरमैग्नेट्स पारंपरिक लौहचुंबकीय पदार्थ नहीं हैं, अद्वितीय स्पिन व्यवहार के साथ एंटीफेरोमैग्नेट्स और फेरोमैग्नेट्स की विशेषताओं का सम्मिश्रण करते हैं।
  2. इनका उपयोग स्पिन कैलोरिट्रोनिक्स का अध्ययन करने के लिए किया जा सकता है।
  3. अल्टरमैग्नेट में पाया जाने वाला क्रिस्टल नर्नस्ट प्रभाव (सीएनई) उनके अद्वितीय चुंबकीय गुणों से उत्पन्न होता है।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: सभी तीन

D: कोई नहीं

उत्तर: (c)

स्पष्टीकरण:

अल्टरमैग्नेट्स, जो अपने अद्वितीय चुंबकीय गुणों से प्रतिष्ठित हैं, एंटीफेरोमैग्नेट्स और फेरोमैग्नेट्स दोनों के लक्षण प्रदर्शित करके पारंपरिक पारंपरिक लौहचुंबकीय पदार्थ को चुनौती देते हैं। अतः कथन 1 सही है।


उनके क्रिस्टल संरचना के भीतर जटिल परमाणु अंतःक्रियाओं से उत्पन्न होने वाला यह द्वंद्व स्पिन कैलोरिट्रोनिक्स में महत्वपूर्ण है जो विशिष्ट चुंबकीय सामग्रियों के साथ अप्राप्य स्पिन-हीट इंटरप्ले की खोज करने वाला क्षेत्र है। अतः कथन 2 सही है।


सूचना प्रौद्योगिकियों के लिए आशाजनक अल्टरमैग्नेट, रुबिडियम डाइऑक्साइड (RuO2) द्वारा उदाहरणित, क्रिस्टल नर्नस्ट और क्रिस्टल थर्मल हॉल प्रभाव जैसी घटनाएँ प्रकट करते हैं। ये अवलोकन उनके चुंबकीय व्यवहार, विशेष रूप से क्रिस्टल नर्नस्ट प्रभाव (सीएनई) पर प्रकाश डालते हैं, जो स्पिन-आधारित अनुप्रयोगों को आगे बढ़ाने में अल्टरमैग्नेट की क्षमता को रेखांकित करते हैं। अतः कथन 3 सही है।


अतः विकल्प (c) सही है।


                            

Q3:

आदि महोत्सव के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

  1. आदि महोत्सव, एक वार्षिक राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव जिसे वर्ष 2017 से मनाया जा रहा है।
  2. यह जनजातीय मामलों के मंत्रालय और सहकारिता मंत्रालय के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास है।

 

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A: केवल 1

B: केवल 2

C: 1 और 2 दोनों

D: न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (a)

स्पष्टीकरण:

वर्ष 2017 में शुरू हुआ आदि महोत्सव एक वार्षिक राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव है, जो भारत की जनजातीय संस्कृति, विरासत और कारीगर उत्पादों को प्रदर्शित करता है। अतः कथन 1 सही है।


जनजातीय मामलों के मंत्रालय और भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास महासंघ (TRIFED) के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास, यह जनजातीय कारीगरों के लिए अपनी प्रतिभा और शिल्प कौशल प्रदर्शित करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। अतः कथन 2 सही नहीं है।


10 से 18 फरवरी, 2024 के लिए निर्धारित यह कार्यक्रम आदिवासी समुदायों के आपसी मिलाप, कौशल और सशक्तिकरण को बढ़ावा देता है।


अतः विकल्प (a) सही है।


                            

Q4:

निम्नलिखित पर विचार कीजिए:

  1. स्थिरांक, गुरुत्वाकर्षण बल और क्षेत्रों का सटीक माप।
  2. चुंबकीय और विद्युत क्षेत्रों की उच्च-रिज़ॉल्यूशन इमेजिंग और संवेदन।
  3. टोपोलॉजिकल इंसुलेटर की मॉडलिंग और उत्पादन।
  4. क्रिप्टोग्राफी और नेटवर्किंग जैसे प्रसंस्करण कार्यों का कार्यान्वयन।

 

उपर्युक्त में से कितने अल्ट्राकोल्ड परमाणुओं के अनुप्रयोग हैं?

A: केवल एक

B: केवल दो

C: केवल तीन

D: सभी चार

उत्तर: (d)

स्पष्टीकरण:

अल्ट्राकोल्ड परमाणुओं के विविध अनुप्रयोग हैं:



  • क्वांटम कंप्यूटिंग: क्रिप्टोग्राफी और नेटवर्किंग जैसे कार्यों का समर्थन करता है।

  • सटीक माप: स्थिरांक और फ़ील्ड को मापने में सटीकता बढ़ाता है।

  • जैविक सिमुलेशन: जैव-आणविक अंतःक्रियाओं को समझने में सहायता करता है।

  • सेंसिंग और इमेजिंग: फ़ील्ड की उच्च-रिज़ॉल्यूशन इमेजिंग सक्षम करता है।

  • ब्रह्माण्ड संबंधी सिमुलेशन: जटिल ब्रह्माण्ड संबंधी घटनाओं का अनुकरण करने में मदद करता है।

  • सामग्री अनुसंधान: सुपरकंडक्टर्स की तरह क्वांटम सामग्री के मॉडल।

  • रसायन विज्ञान और गतिशीलता: रासायनिक प्रतिक्रियाओं और गतिशीलता का अध्ययन करता है।


अतः विकल्प (d) सही है।


                            

Q5:

निम्नलिखित विवरण पर विचार कीजिए:

विश्व स्तर पर सबसे छोटे और सबसे प्रचुर समुद्री कछुए मुख्य रूप से प्रशांत और हिंद महासागरों में उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जल के निवासी हैं। विशेष रूप से, भारत, मैक्सिको और कोस्टा रिका जैसे देश इन प्राणियों के लिए महत्वपूर्ण घोंसले के शिकार स्थलों की मेजबानी करते हैं। इन कछुओं द्वारा प्रदर्शित एक विशिष्ट व्यवहार "अरिबाडा" है, जो आमतौर पर रात में होता है। प्रकृति में सर्वाहारी, उनके आहार में मुख्य रूप से जेलीफ़िश, क्रस्टेशियंस और छोटी मछलियाँ शामिल होती हैं।

 

उपर्युक्त पैराग्राफ निम्नलिखित में से किसके बारे में व्याख्या करता है?

A: एशियाई बॉक्स कछुए

B: यूरोपीय तालाब कछुआ

C: भारतीय तम्बू कछुआ

D: ओलिव रिडले कछुआ

उत्तर: (d)

स्पष्टीकरण:

ऑलिव रिडले कछुए, सबसे छोटे और सबसे प्रचुर समुद्री कछुए, अपने जैतून के रंग के खोल के लिए जाने जाते हैं।


वे बड़े पैमाने पर घोंसले बनाया करते हैं, जिसे अरिबाडा कहा जाता है, जहां एक ही समुद्र तट पर हजारों लोग एक साथ अंडे देते हैं।


पर्यावास: ये प्रशांत, अटलांटिक और भारतीय महासागरों में पाये जाते है; o ओडिशा में गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य दुनिया के सबसे बड़े समुद्री कछुए के झुंड के रूप में प्रसिद्ध है।


संरक्षण स्थिति: IUCN लाल सूची में और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची 1 के तहत असुरक्षित रूप में सूचीबद्ध है।


संरक्षण पहल:



  • ऑपरेशन ओलिविया: भारतीय तटरक्षक का वार्षिक ऑपरेशन प्रजनन और घोंसले के दौरान कछुओं की रक्षा करता है।

  • अनिवार्य टीईडी: ओडिशा ने आकस्मिक कछुओं की मौत को रोकने के लिए ट्रॉल्स  टर्टल एक्सक्लूडर डिवाइस का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया है।

  • टैगिंग: कछुओं की गतिविधियों पर नज़र रखने और उनके आवासों की सुरक्षा के लिए उन्हें टैग किया जाता है।


अतः विकल्प (d) सही है।