होम > Daily-mcqs
Daily-mcqs 15 Apr 2025
Q1:
भारत-इटली संबंधों के संदर्भ में निम्नलिखित कथन पर विचार करें: ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा/कौन से सही हैं?
A: केवल 1 और 2
B: केवल 2
C: केवल 1 और 3
D: 1, 2 और 3
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
भारत और इटली ने IMEEC को बढ़ावा देने का संकल्प लिया है, जिससे कथन 2 सही है। इटली भारत में शीर्ष 10 विदेशी निवेशकों में से एक है, लेकिन शीर्ष 10 में नहीं है, इसलिए 1 गलत है। रणनीतिक साझेदारी केवल 2023 में बढ़ाई गई थी, इसलिए कथन 3 भी गलत है।
Q2:
निम्नलिखित में से कौन सा जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट (GIP) के महत्व को सबसे अच्छे तरीके से वर्णित करता है?
A: यह भविष्य की चिकित्सा अनुप्रयोगों के लिए केवल दक्षिण भारतीय जनसंख्याओं से आनुवंशिक डेटा मानचित्रित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
B: यह एक बायोबैंक बनाएगा जिसमें आनुवंशिक डेटा होगा, जिसे भारत की आनुवंशिक विविधता के लिए अनुकूलित उपचार विकसित करने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
C: यह परियोजना गैर-भारतीय जातीय समूहों के व्यक्तियों के जीनोम को अनुक्रमित करने का उद्देश्य रखती है ताकि वैश्विक आनुवंशिक लक्षणों की तुलना की जा सके।
D: यह परियोजना केवल भारतीय जनसंख्या के भीतर सामान्य आनुवंशिक लक्षणों को दस्तावेजित करने का प्रयास करती है।
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
सही उत्तर (ब) है क्योंकि जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट (GIP) का उद्देश्य भारत की जनसंख्या की आनुवंशिक विविधता को मानचित्रित करना है, जिसमें विभिन्न जातीय, भौगोलिक, और भाषाई समूहों को कवर किया जाएगा। विभिन्न पृष्ठभूमियों से व्यक्तियों के जीनोम को अनुक्रमित करके, GIP एक व्यापक बायोबैंक बनाएगा। यह डेटा दुर्लभ और सामान्य आनुवंशिक लक्षणों पर जानकारी प्रदान करेगा, जिसका उपयोग भारत की विशिष्ट आनुवंशिक प्रोफाइल के लिए अनुकूलित उपचार विकसित करने के लिए किया जा सकता है। यह दृष्टिकोण सटीक चिकित्सा (precision medicine) का समर्थन करता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि स्वास्थ्य देखभाल समाधान देश के विभिन्न समुदायों के लिए अधिक प्रभावी और व्यक्तिगत रूप से उपयुक्त होंगे, और भारत की विशिष्ट स्वास्थ्य देखभाल जरूरतों को संबोधित करेंगे।
Q3:
केरल में चरम गरीबी के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: इनमें से कौन से कथन सही हैं?
A: केवल 1 और 2
B: 1, 2, और 3 केवल
C: 1 और 4 केवल
D: 2 और 3 केवल
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
कथन 1 सही है क्योंकि 2021 के MPI के अनुसार केरल में भारत में सबसे कम गरीबी दर है।
कथन 2 भी सही है, क्योंकि केरल सरकार 2025 तक राज्य को ‘चरम गरीबी मुक्त’ बनाने का लक्ष्य रखती है।
कथन 3 गलत है क्योंकि विश्व बैंक के अनुसार चरम गरीबी को प्रति दिन $2.15 से कम पर जीने के रूप में परिभाषित किया जाता है, न कि $1.50।
कथन 4 भी गलत है, क्योंकि केरल के प्रयास ग्रामीण और शहरी दोनों जनसंख्याओं को ध्यान में रखते हुए हैं। इस प्रकार, सही उत्तर (अ) है।
Q4:
कैंसर अनुसंधान में रोगी-व्युत्पन्न मॉडलों जैसे पेशेंट ड्राइव्ड ऑर्गेनॉइड (पीडीओ) और पेशेंट ड्राइव्ड ज़ेनोग्राफ्ट्स (पीडीएक्स) का विकास क्यों महत्वपूर्ण है?
A: ये शोधकर्ताओं को ट्रांसफ्यूजन थेरेपी के लिए रक्त कोशिकाओं को तेजी से बढ़ाने में मदद करते हैं।
B: ये मानव ट्यूमर के आनुवंशिक और आणविक व्यवहार की नकल करते हैं ताकि लक्षित दवा परीक्षण किया जा सके।
C: ये सभी प्रकार के नैदानिक परीक्षणों की आवश्यकता को समाप्त कर देते हैं।
D: इनका उपयोग केवल प्रारंभिक चरण के वायरल संक्रमणों का पता लगाने के लिए किया जाता है।
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
पेशेंट ड्राइव्ड ऑर्गेनॉइड (पीडीओ) और पेशेंट ड्राइव्ड ज़ेनोग्राफ्ट्स (पीडीएक्स) ऐसे नवाचारी मॉडल हैं जो वास्तविक मानव ट्यूमर के व्यवहार की नकल करते हैं, जिससे वैज्ञानिक यह अध्ययन कर सकते हैं कि कैंसर कैसे प्रगति करता है और दवाओं पर कैसी प्रतिक्रिया देता है। SRCC (Signet Ring Cell Carcinoma) के मामले में, इन मॉडलों ने एक तीन-दवा संयोजन का परीक्षण करने में मदद की, जिससे ट्यूमर वृद्धि में उल्लेखनीय कमी देखी गई। यह पद्धति प्रयोगशाला अनुसंधान और नैदानिक अनुप्रयोगों के बीच एक सेतु का कार्य करती है, और व्यक्तिगत (पर्सनलाइज़्ड) उपचारों के रास्ते खोलती है। विकल्प (अ), (स), और (द) इस संदर्भ में असंबंधित या गलत हैं।
Q5:
भारत के फार्मास्युटिकल क्षेत्र के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
A: केवल 2
B: केवल 1 और 3
C: केवल 1 और 2
D: केवल 2 और 3
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
फार्मास्युटिकल्स विभाग, स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत नहीं बल्कि रसायन और उर्वरक मंत्रालय के अधीन कार्य करता है, अतः कथन 1 गलत है।
भारत वास्तव में यूनिसेफ को टीकों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है, इसलिए कथन 2 सही है।
कथन 3 गलत है क्योंकि प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना ब्रांडेड नहीं, बल्कि जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा देती है, और डॉक्टरों को सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में जेनेरिक दवाएं लिखने के लिए प्रोत्साहित करती है ताकि सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाओं तक सभी की पहुंच सुनिश्चित हो सके।