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Daily-mcqs 15 Jan 2025
Q1:
वन अधिकार अधिनियम (FRA) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: 1. 2006 का वन अधिकार अधिनियम (FRA) आदिवासी समुदायों और वनवासियों को अधिकारों के ऐतिहासिक हनन को संबोधित करने के लिए पेश किया गया था। 2. NTA की सिफारिश पर FRA के तहत बाघ अभयारण्यों से आदिवासी समुदायों को जबरन बेदखल करने की अनुमति है। 3. FRA आदिवासी समुदायों के लिए तीन प्रकार के अधिकारों को मान्यता देता है: व्यक्तिगत अधिकार, सामुदायिक अधिकार और सामुदायिक वन संसाधन (CFR) अधिकार। 4. ग्राम सभाएँ FRA के तहत आदिवासी समुदायों के अधिकारों की पहचान, मान्यता और सिफारिश करने के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन अंतिम स्वीकृति केवल वन विभाग द्वारा दी जाती है। ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा सही है/हैं?
A: केवल 1, 3 और 4
B: केवल 1 और 3
C: केवल 2 और 4
D: ये सभी
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
• कथन 1 सही है: वन अधिकार अधिनियम (FRA) को 2006 में आदिवासी समुदायों और वनवासियों द्वारा भूमि और वन संसाधनों पर उनके अधिकारों को मान्यता देकर उनके द्वारा सामना किए जाने वाले ऐतिहासिक अन्याय को ठीक करने के लिए अधिनियमित किया गया था।
• कथन 2 गलत है: FRA आदिवासी समुदायों को उनके अधिकारों की मान्यता के बिना गैरकानूनी तरीके से बेदखल करने पर रोक लगाता है। FRA के अनुपालन को सुनिश्चित किए बिना बाघ अभयारण्यों या अन्य संरक्षित क्षेत्रों में जबरन बेदखली की अनुमति नहीं है।
• कथन 3 सही है: FRA तीन प्रकार के अधिकारों को मान्यता देता है: व्यक्तिगत अधिकार (भूमि पर कब्जे और खेती से संबंधित), सामुदायिक अधिकार (जैसे चराई और गैर-लकड़ी वन उपज संग्रह), और सामुदायिक वन संसाधन (CFR) अधिकार (वन क्षेत्रों के संरक्षण और प्रबंधन से संबंधित)।
• कथन 4 गलत है: जबकि ग्राम सभाएं आदिवासी समुदायों के अधिकारों को पहचानने और सिफारिश करने में केंद्रीय भूमिका निभाती हैं, इन अधिकारों का अंतिम अनुमोदन जिला-स्तरीय समितियों (डीएलसी) द्वारा किया जाता है, न कि वन विभाग द्वारा।
Q2:
डेक्कन ट्रैप के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: 1. डेक्कन ट्रैप पश्चिम-मध्य भारत में स्थित हैं और 500,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैले हुए हैं। 2. डेक्कन ट्रैप बनाने वाली ज्वालामुखी गतिविधि लगभग 100 मिलियन वर्ष पहले जुरासिक काल के दौरान हुई थी। 3. डेक्कन ट्रैप का निर्माण भारतीय प्लेट के रीयूनियन द्वीप के नीचे एक हॉटस्पॉट पर बढ़ने के कारण हुए ज्वालामुखी विस्फोटों से हुआ था। 4. डेक्कन ट्रैप के परिदृश्य की विशेषता स्तरित बेसाल्टिक चट्टान संरचनाएं हैं, जो इस क्षेत्र की चरणबद्ध उपस्थिति के लिए जिम्मेदार हैं। ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा सही है/हैं?
A: केवल 1 और 3
B: केवल 1, 3 और 4
C: केवल 2 और 4
D: ये सभी
उत्तर: B
स्पष्टीकरण:
• कथन 1 सही है: डेक्कन ट्रैप पश्चिम-मध्य भारत में 500,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैले हुए हैं, जो उन्हें दुनिया के सबसे बड़े ज्वालामुखी प्रांतों में से एक बनाता है।
• कथन 2 गलत है: डेक्कन ट्रैप का निर्माण लगभग 66 मिलियन वर्ष पहले क्रेटेशियस-पेलोजेन (K-Pg) विलुप्ति घटना के दौरान हुआ था, न कि जुरासिक काल के दौरान।
• कथन 3 सही है: डेक्कन ट्रैप बनाने वाले ज्वालामुखी विस्फोट भारतीय प्लेट के रीयूनियन द्वीप के नीचे एक हॉटस्पॉट पर बढ़ने के कारण हुए थे, जिससे तीव्र ज्वालामुखी गतिविधि शुरू हो गई थी।
• कथन 4 सही है: डेक्कन ट्रैप की विशेषता स्तरित बेसाल्टिक चट्टान संरचनाएं हैं जो इस क्षेत्र को इसका विशिष्ट चरणबद्ध परिदृश्य प्रदान करती हैं।
Q3:
अभिकथन (A): त्वचा विशेषज्ञ फंगल रोगज़नक़ ट्राइकोफाइटन इंडोटिनी का नाम बदलने की मांग कर रहे हैं। कारण (R): रोगज़नक़ का नाम मूल रूप से भारत के नाम पर रखा गया था क्योंकि इसे पहली बार इस क्षेत्र में पहचाना गया था, लेकिन इसका वैश्विक प्रसार इस विचार को चुनौती देता है कि भारत इसका वास्तविक उद्गम स्थल है। निम्नलिखित में से कौन सा सही उत्तर है?
A: अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं, और कारण (R) अभिकथन (A) को सही ढंग से समझाता है।
B: अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं, लेकिन कारण (R) अभिकथन (A) को सही ढंग से नहीं समझाता है।
C: अभिकथन (A) सही है, लेकिन कारण (R) गलत है।
D: अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों गलत हैं।
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
• अभिकथन (A) सही है: त्वचा विशेषज्ञ 40 से अधिक देशों में इसके वैश्विक वितरण के कारण ट्राइकोफाइटन इंडोटिनी नाम की उपयुक्तता पर सवाल उठा रहे हैं, जो भारत के साथ इसके जुड़ाव की वैधता पर संदेह पैदा करता है।
• कारण (R) सही है: रोगज़नक़ का नाम शुरू में भारत के नाम पर रखा गया था क्योंकि इसे सबसे पहले यहीं अलग किया गया था। हालाँकि, चूँकि यह कवक कई देशों में पाया गया है, इसलिए भारत में इसकी प्रारंभिक खोज के आधार पर नाम का औचित्य अब बहस में है।
इस प्रकार अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं, और कारण (R) अभिकथन (A) को सही ढंग से समझाता है।
Q4:
अभिकथन (A): जेड-मोड़ सुरंग से सोनमर्ग क्षेत्र में पर्यटन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। कारण (R): सुरंग, जो हिमस्खलन-प्रवण क्षेत्रों को बायपास करती है, रक्षा रसद और नागरिक परिवहन दोनों के लिए निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करेगी। निम्नलिखित में से कौन सा सही उत्तर है?
A: अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं, और कारण (R) अभिकथन (A) को सही ढंग से समझाता है।
B: अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं, लेकिन कारण (R) अभिकथन (A) को सही ढंग से नहीं समझाता है।
C: अभिकथन (A) सही है, लेकिन कारण (R) गलत है।
D: अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों गलत हैं।
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
• अभिकथन (A) सही है: Z-मोड़ सुरंग से वर्ष भर संपर्क सक्षम करके आर्थिक विकास में योगदान मिलने की उम्मीद है, जिससे सोनमर्ग में पर्यटन और स्थानीय व्यावसायिक गतिविधियों में वृद्धि होगी।
• कारण (R) सही है: सुरंग हिमस्खलन-प्रवण क्षेत्रों को बायपास करती है, जिससे सभी मौसम में पहुँच सुनिश्चित होती है, जिससे रक्षा रसद और नागरिक परिवहन दोनों को लाभ होता है, जिससे व्यापार और पर्यटन को सुविधा मिलती है। यह सीधे तौर पर अभिकथन (A) में उल्लिखित अपेक्षित आर्थिक विकास और पर्यटन को बढ़ावा देता है।
• इस प्रकार अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं, और कारण (R) अभिकथन (A) को सही ढंग से व्याख्या करता है।
Q5:
तिरुवल्लुवर के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें: 1. तिरुवल्लुवर ने "तिरुक्कुरल" की रचना की, जो 1,330 दोहों का संग्रह है, जिसे तीन मुख्य खंडों में विभाजित किया गया है। 2. तिरुवल्लुवर की रचनाये मुख्य रूप से धार्मिक शिक्षाओं और प्रथाओं पर केंद्रित है। 3. "तिरुक्कुरल" का न केवल तमिल साहित्य में बल्कि विभिन्न वैश्विक संस्कृतियों और दार्शनिक परंपराओं पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा सही है/हैं?
A: केवल 1 और 3
B: केवल 2 और 3
C: इनमें से सभी
D: इनमें से कोई नहीं
उत्तर: A
स्पष्टीकरण:
• कथन 1 सही है: "तिरुक्कुरल" वास्तव में 1,330 दोहों का संग्रह है, जिसे तीन खंडों में विभाजित किया गया है: आराम (पुण्य), पोरुल (धन), और इनबाम (प्रेम)।
• कथन 2 गलत है: "तिरुक्कुरल" नैतिकता, राजनीति, अर्थशास्त्र और प्रेम पर केंद्रित है, जिसमें विशुद्ध रूप से धार्मिक होने के बजाय सामाजिक मूल्यों, अहिंसा और करुणा पर महत्वपूर्ण जोर दिया गया है।
• कथन 3 सही है: तिरुवल्लुवर के काम ने न केवल तमिल साहित्य को बल्कि वैश्विक स्तर पर विभिन्न संस्कृतियों और दार्शनिक परंपराओं को भी प्रभावित किया है, नैतिक जीवन, अहिंसा और करुणा को बढ़ावा दिया है।