यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स MCQ क्विज़
(Daily Current Affairs MCQs Quiz for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, MPPSC. BPSC, RPSC & All State PSC Exams)
तारीख (Date): 19, जनवरी 2022
प्रश्न 1. महाकाली नदी से जुड़े प्रोजेक्ट के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये।
1. भारत-नेपाल के बीच महाकाली नदी पर 12 हजार करोड़ की लागत से ब्रिज बनाया जाएगा।
2. इस प्रस्तावित पुल का काम तीन साल के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
उपरोक्त में से कौन से कथन सत्य है/ हैं ?
A. केवल 1
B. केवल 2
C. 1 और 2 दोनों
D. न तो 1 न ही 2
उत्तर: (C)
व्याख्या : हाल ही में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद ब्रीफिंग के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत-नेपाल के बीच महाकाली नदी पर 12 हजार करोड़ की लागत से ब्रिज बनाया जाएगा। इस प्रस्तावित पुल का काम तीन साल के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
इस पुल पर करार हो जाने से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध और बेहतर हो सकेंगे। भारत-नेपाल के बीच महाकाली नदी के ऊपर धारचूला में एक पुल बनाने का निर्णय भी कैबिनेट की बैठक में लिया गया है। इससे संबंधित MoU जल्द साइन किया जाएगा। इससे उत्तराखंड में रहने वाले लोगों को लाभ होगा और नेपाल की तरफ रहने वाले लोगों को भी लाभ होगा।
काली नदी उत्तराखंड में भारत और नेपाल की सीमा निर्धारित करती है। उत्तराखंड के कुछ हिस्सों और उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में पहुंचने पर इसे शारदा नदी के नाम से जाना जाता है। काली नदी सरयू की सबसे बड़ी सहायक नदी है, जो कि पंचेश्वर नामक जगह पर मिलकर सरयू बन जाती है।
काली नदी धारचूला नगर से होकर गुजरती है और जौलजीबी नामक स्थान पर गोरी नदी से मिलती है, जहां से यह महाकाली के नाम से जानी जाती है. काली गोरी नदी के संगम पर हर वर्ष मेले का आयोजन किया जाता है, जो कि तीन देशों भारत, नेपाल और चीन के बीच व्यापारिक महत्व को दर्शाता है।
इससे पहले, भारत और नेपाल के बीच सिंचाई और बिजली उत्पादन के मकसद से 1995 में महाकाली नदी पर ही पंचेश्वर बांध परियोजना का काम पर बात चली थी लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं हो सका।
प्रश्न 2. निम्नलिखित कथनों में से असत्य कथन कौन सा है ?
A. रोडेनड्रोन या बुरांश नेपाल का राष्ट्रीय पुष्प है ।
B. नेपाल में बुरांश से कोविड के उपचार के अनुसंधान में सफलता मिली है।
C. यह पर्वतीय नम शीतोष्ण वन ( Montane Wet Temperate Forests) और साथ ही पर्वतीय
उपोष्ण वनों के उदाहरण हैं ।
D. वरसे ( Barse) रोडोडेंड्रोन अभयारण्य भारत के सिक्किम राज्य में स्थित है।
उत्तर: (B)
व्याख्या: हिमालयी पौधे बुरांश ( Rhododendron) के अर्क से कोरोना वायरस दूर किया जा सकता है। एक अध्ययन में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी और नई दिल्ली के इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। वैज्ञानिकों ने बुरांश की पंखुड़ियों में ऐसे फाइटोकैमिकल्स ( phytochemicals) की पहचान की है, जो शरीर में कोविड 19 के वायरस को राकेने में सक्षम होगा। शोध टीम के निष्कर्ष को बायोमोलिक्यूलर स्ट्रक्चर एंड डायनेमिक्स नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
बता दें कि हिमालयी बुरांश का वैज्ञानिक नाम रोडोडेंड्रोन अरबोरियम है। इसकी पंखुड़ियों का सेवन स्थानीय आबादी स्वास्थ्य संबंधी कई लाभों के लिए विभिन्न रूपों में करती है। हिमाचल और उत्तराखंड में बुरांश का पौधा काफी पाया जाता है। बुरांश (Buransh) का पौधा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कश्मीर , सिक्किम सहित उत्तर पूर्व में पाया जाता है।
बायोमॉलिकुलर स्ट्रक्चर एंड डायनामिक्स जर्नल में पब्लिश रिसर्च के मुताबिक, लैब में Vero E6 कोशिकाओं पर प्रयोग किया गया। ये कोशिकाएं अफ्रीकन ग्रीन मंकी( African green monkey) की मदद से विकसित की गई थीं। इनका ज्यादातर इस्तेमाल बैक्टीरिया और वायरस के संक्रमण की गंभीरता को समझने के लिए किया जाता है। प्रयोग के दौरान इन संक्रमित कोशिकाओं पर फूलों का अर्क इस्तेमाल किया गया। रिसर्च में सामने आया कि ये कोविड के संक्रमण को रोकने में मदद करता है।
बुरांश के फूलों से तैयार अर्क का इस्तेमाल कई रोगों में किया जाता है, जैसे- हृदय रोग, जुकाम, सिरदर्द, बुखार और मांसपेशियों का दर्द। इसके अलावा इसकी पत्तियों से चटनी भी बनाई जाती है जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। अब कोविड में भी इसका इस्तेमाल हो सकेगा।
प्रश्न 3. कृत्रिम सूर्य के बाद अब कृत्रिम चंद्रमा निम्नलिखित में से किस देश ने बना दिया है ?
A. उत्तर कोरिया
B. जॉर्डन
C. ईरान
D. चीन
उत्तर: (D)
व्याख्या : चीन ने धरती पर ही एक कृत्रिम सूर्य बनाने के बाद अब एक कृत्रिम चंद्रमा का निर्माण किया है। इस कृत्रिम चंद्रमा के माध्यम से वैज्ञानिक वहां के वातावरण की स्थितियों और पर्यावरण के हिसाब से नए उपकरणों की जांच और भविष्य के अभियानों की तैयारी कर सकेंगे।
गियांगसू प्रांत के पूर्वी शहर शुझोउ में स्थित कृत्रिम चंद्रमा ( Artificial Moon) का 'अपनी तरह का पहला' केंद्र गुरुत्वाकर्षण बल ( Gravaity Force) को समाप्त कर देगा। यह केंद्र इच्छानुसार अवधि तक कम गुरुत्वाकर्षण का वातावरण बनाए रख सकता है। इससे चीन की अंतरिक्षयात्रियों के शून्य गुरुत्वाकर्षण प्रशिक्षण पर अन्य देशों पर निर्भरता भी कम होगी। इसके साथ ही वह नए रोवर और प्रौद्योगिकियों का परीक्षण करने में भी अधिक सक्षम होगा।
जानकारी के अनुसार इस कृत्रिम चंद्रमा या 'मिनी मून' (Mini Moon) का व्यास लगभग दो फीट है। इसकी कृत्रिम सतह वैसी चट्टानों और धूल से बनाई गई है जो उतनी ही हल्की हैं जितनी चंद्रमा पर होती हैं। बता दें कि चंद्रमा पर गुरुत्वाकर्षण बल शूल्य नहीं है। यहां गुरुत्वाकर्षण बल धरती के मुकाबले 1/6 है। चंद्रमा धरती का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है और गुरुत्वाकर्षण बल में अंतर चुंबकीय क्षेत्र की वजह से होता है।
चीन अपने चंद्रमा अन्वेषण कार्यक्रम के चौथे चरण का पूरा करने वाला है। इस कार्यक्रम के तहत भविष्य के चेंज-6, चेंज-7 और चेंज-8 अभियानों के जरिए चंद्रमा पर शोध केंद्र स्थापित करने की संभावनाएं तलाश की जाएंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस महात्वाकांक्षी कार्यक्रम में चीन की यह नई उपलब्धि महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। चीन की योजना चेंज-7 अंतरिक्ष यान को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के लिए लॉन्च करने की है।
प्रश्न 4. भारतीय नौ सेना ने निम्नलिखित में से किस देश की नौसेना के साथ हाल ही में पैसेज अभ्यास (पासेक्स) संपन्न किया है ?
A. फ्रांस
B. रूस
C. जर्मनी
D. ऑस्ट्रेलिया
उत्तर: (B)
व्याख्या: भारतीय नौसेना के स्वदेश में डिजाइन और निर्मित की गई गाइडेड (दिशानिर्देशित) मिसाइल विध्वंसक आईएनएस कोच्चि ने रूस की नौसेना के आरएफएस एडमिरल ट्रिब्यूट्स के साथ 14 जनवरी 2022 को अरब सागर में पैसेज अभ्यास (पासेक्स) किया है।
इस अभ्यास ने दोनों नौसेनाओं के बीच सामंजस्य और आपसी क्रियाशीलता का प्रदर्शन किया। इसमें सामरिक कार्य-नीति, क्रॉस-डेक हेलीकॉप्टर परिचालन ( operation) और पोत कौशल से संबंधित गतिविधियां शामिल थीं।
इसके अलावा पिछले वर्ष भारत और रूस की सेनाओं ने 1-13 अगस्त तक सामरिक द्विपक्षीय ‘इंद्र-2021’ अभ्यास संपन्न किया था।
प्रश्न 5. निम्नलिखित में से किस राज्य में वर्षा वनों को बचाने के लिए वहां से भी साइलेंट वैली मूवमेंट चलाया गया था ?
A. आंध्र प्रदेश
B. तमिलनाडु
C. केरल
D. उड़ीसा
उत्तर: (C)
व्याख्या: हाल ही में साइलेंट वैली आंदोलन ( Silent valley movement) को आकार देने वाले प्रसिद्ध पर्यावरणविद MK Prasad का निधन हो गया ।
यह आंदोलन केरल के वर्षा वनों के लिए साइलेंट वैली को बचाने के लिए छेड़ा गया था। दरअसल, 1970 में केरल राज्य विद्युत बोर्ड ने यहां पर एक हाइड्रो इलेक्ट्रिक डैम बनाने का प्रस्ताव रखा था जिसके तहत जैसे ही बांध बनने की घोषणा हुई वहां के लोग उग्र हो गए। साथ ही अपना विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसी क्रम में 1973 में Save the silent valley movement चलाया गया था।
यह पश्चिमी घाट के biodiversity hotspot का एक हिस्सा है और यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है। साइलेंट वैली अपने हरियाली, पेड़ पौधों व वन्यजीवों के लिए विश्व भर में जानी जाती है।
1970 के दशक में रोमुलस वीटेकर ने साइलेंट वैली क्षेत्र में बांध निर्माण के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद किया था फिर क्या था लोगों ने सेव साइलेंट वैली के नारे के साथ आंदोलन शुरू किया । फ़िलहाल यह घाटी नीलगिरी जैव विविधता पार्क के अंतर्गत संरक्षित है।