यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स MCQ क्विज़
(Daily Current Affairs MCQs Quiz for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, MPPSC, BPSC, RPSC & All State PSC Exams)
तारीख (Date): 13, अप्रैल 2023
प्रश्न 1. ‘संयुक्त राष्ट्र जल सम्मेलन’ के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
1. वैश्विक जल मुद्दों और प्रगति पर चर्चा करने के लिए हर पांच
साल में संयुक्त राष्ट्र जल सम्मेलन आयोजित किया जाता है।
2. संयुक्त राष्ट्र 2023 जल सम्मेलन की ताजिकिस्तान और नीदरलैंड द्वारा सह-मेजबानी
की गई थी।
3. इसका उद्देश्य एसडीजी 6 की उपलब्धि को बढ़ावा देना और सुगम बनाना है।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
a) 1 और 2 केवल
b) 2 और 3 केवल
c) केवल 1 और 3
d) 1, 2 और 3
उत्तर: (B)
व्याख्या:
- 22 से 24 मार्च को न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र 2023 जल सम्मेलन 46 साल बाद पानी पर इस तरह की पहली बैठक थी। इस प्रकार, कथन 1 असत्य है।
- संयुक्त राष्ट्र 2023 जल सम्मेलन की सह-मेजबानी ताजिकिस्तान और नीदरलैंड द्वारा की गई थी। इस प्रकार, कथन 2 सही है।
- इसका उद्देश्य एसडीजी 6 के तहत निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करना है जो सभी के लिए पानी और स्वच्छता की उपलब्धता और सतत प्रबंधन सुनिश्चित करना है । इस प्रकार, कथन 3 सही है।
प्रश्न 2. भारत की संसद के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः [यूपीएससी सीएसई प्रारंभिक 2017]
1. एक निजी विधेयक, संसद के सदस्य द्वारा प्रस्तुत एक विधेयक है
जो निर्वाचित नहीं है बल्कि केवल भारत के राष्ट्रपति द्वारा नामित किया गया है।
2. हाल ही में, भारत के इतिहास में पहली बार एक निजी सदस्य का विधेयक भारत की संसद
में पारित किया गया है।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A. केवल 1
B. केवल 2
C. 1 और 2 दोनों
D. न तो 1 और न ही 2
उत्तर: (D)
व्याख्या:
- निजी सदस्य बिल एक मंत्री के अलावा संसद के किसी अन्य सदस्यों द्वारा पेश किए गए बिल है।
- इसलिए मनोनीत और निर्वाचित दोनों सदस्य भी विधेयक पेश कर सकते हैं जब तक कि सदस्य मंत्री न हो।
- इसलिए, कथन 1 सही नहीं है।
- 1952 में पेश किए गए मुस्लिम वक्फ बिल पर पहला निजी सदस्य विधेयक पारित किया गया था ।
- संसद द्वारा पारित अंतिम निजी सदस्य विधेयक 1970 में सर्वोच्च न्यायालय (आपराधिक अपीलीय क्षेत्राधिकार का विस्तार) विधेयक था।
- आजादी के बाद से अब तक संसद में 14 निजी सदस्य विधेयक पारित किए जा चुके हैं।
- अतः कथन 2 भी सही नहीं है।
प्रश्न 3. 'राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार नीति' के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. यह दोहा विकास एजेंडा और ट्रिप्स समझौते के प्रति भारत की
प्रतिबद्धता को दोहराता है।
2. औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग को भारत में बौद्धिक संपदा अधिकारों को विनियमित
करने के लिए नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया है।
उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
a) केवल 1
b) केवल 2
c) 1 और 2 दोनों
d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर: (C)
व्याख्या:
- राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार नीति को दोहा विकास एजेंडा और ट्रिप्स समझौते के प्रति भारत की प्रतिबद्धता के रूप में पेश किया गया था। यह सभी आईपीआर को शामिल करता है और एक ही मंच पर लाता है। इसलिए, कथन 1 सही है।
- औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) को नोडल विभाग के रूप में नामित किया गया है। इस प्रकार कथन 2 भी सही है।
प्रश्न 4. भारत के संदर्भ में, निम्नलिखित पर विचार करें: [यूपीएससी प्रीलिम्स 2010]
1. बैंकों का राष्ट्रीयकरण
2. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का गठन
3. बैंक शाखाओं द्वारा गांवों को गोद लेना
उपरोक्त में से किसे भारत में "वित्तीय समावेशन" प्राप्त करने के लिए उठाए गए कदमों के रूप में माना जा सकता है?
a) केवल 1 और 2
b) केवल 2 और 3
c) केवल 3
d) 1, 2 और 3
उत्तर: (D)
व्याख्या:
बैंकों का राष्ट्रीयकरण
- बैंकों का राष्ट्रीयकरण 1969 और 1980 में किया गया था जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय नीति के उद्देश्यों के अनुरूप अर्थव्यवस्था के विकास की जरूरतों को बेहतर ढंग से पूरा करना था।
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का गठन
- क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) की स्थापना 1976 के आरआरबी अधिनियम के प्रावधानों के तहत कृषि और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बैंकिंग और ऋण सेवाएं प्रदान करने के लिए की गई थी।
बैंक शाखाओं द्वारा गांवों को गोद लेना
- यह 1960 में देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
प्रश्न 5. लिंगायत पंथ के संबंध में निम्नलिखित में कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. लिंगायत धर्म के प्रणेता वीर बसवेश्वरा (बासवन्ना) थे,
जिन्होंने कल्चुरी शासन के दौरान अपनी सेवा दी थी।
2. लिंगायत धर्म जन्म के स्थान पर कर्म को वरीयता देता है।
3. लिंगायत लोगों में शव को दफनाने की प्रथा है।
A. केवल 1 और 2
B. केवल 2 और 3
C. केवल 1 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर: (D)
व्याख्या: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यानी 1 अप्रैल को आध्यात्मिक संत श्री शिवकुमार स्वामी को उनकी जयंती पर सादर स्मरण किया है। बता दें कि शिवकुमार स्वामी तुमकुर में सिद्धगंगा मठ के लिंगायत-वीरशैव आस्था के एक श्रद्धेय द्रष्टा तथा श्री सिद्धगंगा मठ के लिंगायत धार्मिक प्रमुख थे। लिंगायत पंथ के बारे में आपको बताएं तो यह कर्नाटक में शिव की आराधना करने वाले लोगों का एक पंथ है। इसके प्रणेता वीर बासवन्ना थे। इन्हें वीर बासेश्वरा नाम से भी जाना जाता है। इन्होंने ही 12वींशताब्दी में इस पंथ की नींव रखी थी। इस पंथ ने समाज में हर स्तर पर समानता, लैंगिक न्याय, महिला अधिकार, मूर्ति पूजा और धार्मिक कर्मकांडों/आडंबरों का पुरजोर विरोध किया। राजा विज्जल तृतीय के शासन के दौरान इन्होंने कलचुरियों को अपनी सेवाएं दीं थी।
प्रश्न 6. सलाइनेक्स 2023 का दसवां संस्करण नामक सैन्याभ्यास किन दो देशों के बीच आयोजित किया जाएगा?
A. भारत तथा फ़्रांस के मध्य
B. भारत तथा श्रीलंका के मध्य
C. भारत तथा न्यूज़ीलैण्ड के मध्य
D. भारत तथा बांग्लादेश के मध्य
उत्तर: (B)
व्याख्या: श्रीलंका के साथ भारत का द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास - सलाइनेक्स 2023 का दसवां संस्करण कोलंबो में 3 अप्रैल को निर्धारित है। इसका उद्देश्य दोनों नौसेनाओं के बीच बहुआयामी समुद्री संचालन के लिये परस्पर सहयोग को बढ़ाना, आपसी समझ में सुधार करना और बेहतरीन प्रथाओं एवं प्रक्रियाओं को एक दूसरे के साथ साझा करना है। यह भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ की नीति और दोनों देशों के बीच तालमेल को दिखाता है जो भारत के दृष्टिकोण 'सागर’ (क्षेत्र में सभी के लिये सुरक्षा और विकास- Security and Growth for all in the Region) के मुताबिक है।
प्रश्न 7. वायकोम सत्याग्रह के सम्बन्ध में निम्नलिखित में कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. वायकोम सत्याग्रह भारत में सामाजिक लोकतंत्र और समता स्थापित
करने के लिए एक अहिंसक आंदोलन था।
2. तमिलनाडु में हुए इस आंदोलन की अगुवाई टी.के. माधवन, के. केलप्पन और के. पी.
केशव मेनन जैसे नेताओं ने की थी।
A. केवल 1
B. 1 और 2 दोनों
C. केवल 2
D. इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (A)
व्याख्या: वायकोम सत्याग्रह (30 मार्च 1924 से लेकर 23 नवंबर 1925) भारत में सामाजिक लोकतंत्र और समता स्थापित करने के लिए एक अहिंसक आंदोलन था। इस आंदोलन की अगुवाई टी.के. माधवन, के. केलप्पन और के. पी. केशव मेनन जैसे नेताओं ने की थी। तत्कालीन त्रावणकोर रियासत यानी वर्तमान केरल राज्य के कोट्टायम शहर के वायकोम शिव मंदिर के पास से गुजरने वाली सड़कों पर उस दौर में पिछड़ी और अनुसूचित जातियों के लोगों को गुजरने की इजाजत नहीं थी। इस पाबंदी को धार्मिक आधार बनाकर लागू किया गया था। ये सत्याग्रह दो साल तक चला और आखिरकार सड़क सभी जातियों के लिए खोल दी गईं।