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Daily-mcqs 09 Feb 2022

यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में करेंट अफेयर्स MCQs क्विज़ : 10, फरवरी 2022 09 Feb 2022

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में करेंट अफेयर्स MCQs क्विज़ : 10, फरवरी 2022


यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स MCQ क्विज़

(Daily Current Affairs MCQs Quiz for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, MPPSC. BPSC, RPSC & All State PSC Exams)

तारीख (Date): 10, फरवरी 2022


प्रश्न 1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :

1. ईपीएफओ में शुद्ध नामांकन में पिछले तीन वर्षों में कोविड के कारण निरंतर कमी देखने को मिली है।
2. केंद्र सरकार के कुल खर्च में सामाजिक सेवाओं का हिस्सा बढ़ रहा है।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

a. केवल 1
b. केवल 2
c. दोनों 1 और 2
d. न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (B)

व्याख्या: 2020-21 में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) में 77.1 लाख शुद्ध नामांकन दर्ज किये गये। अर्थात कथन 1 असत्य है।

केंद्रीय बजट दस्तावेजों के अनुसार, केंद्र सरकार के कुल व्यय में सामाजिक सेवाओं का हिस्सा 2014-15 के 3.7 प्रतिशत से बढ़कर 2015-16 में 5.0 प्रतिशत हो गया और उसके बाद 2019-20 में बढ़कर 5.7 प्रतिशत हो गया। बजट 2021-22 ने सामाजिक क्षेत्र की हिस्सेदारी को 6.3 प्रतिशत के उच्चतम स्तर तक बढ़ा दिया।

प्रश्न 2. कृषि अभिविन्यास सूचकांक (ए.ओ.आई) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें :

1- ए.ओ.आई को एक सूचकांक के रूप में एसडीजी लक्ष्य 2 (जीरो हंगर) के एक भाग के रूप में विकसित किया गया था।
2- ए.ओ.आई कृषि क्षेत्र में सार्वजनिक व्यय तथा जीडीपी में कृषि क्षेत्र के योगदान के अनुपात का मापन करता है।

उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सत्य है/हैं ? नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही विकल्प का चयन करें

a) केवल 1
b) केवल 2
c) दोनों 1 और 2
d) न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (C)

व्याख्या:

  • कृषि अभिविन्यास सूचकांक (ए.ओ.आई) को 2015 में सतत विकास लक्ष्य के एसडीजी 2 (जीरो हंगर) के गणना के लिए विकसित किया गया था।
  • ए.ओ.आई की गणना सरकारी व्यय के कृषि हिस्से को जीडीपी के कृषि मूल्य वर्धित हिस्से से विभाजित करके की जाती है।
  • दूसरे शब्दों में, यह कृषि क्षेत्र के सरकारी व्यय तथा जीडीपी में कृषि क्षेत्र के योगदान के अनुपात का मापन करता है।

प्रश्न 3. 'नियामक प्रभाव आकलन' के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें :

1. यह एक प्रस्तावित नीति के केवल नकारात्मक पक्षों के आलोचनात्मक मूल्यांकन करने के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण है।
2. ओईसीडी इसे नियामक सुधार के लिए एक उपकरण के रूप में मानता है।
3. यह भारत में एक अनिवार्य अभ्यास है।

उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?कूट का प्रयोग कर सही विकल्प का चयन करें ?

a) केवल 1
b) केवल 2
c) केवल 1 और 3
d) केवल 2 और 3

उत्तर: (B)

व्याख्या:

  • ओईसीडी के अनुसार, नियामक प्रभाव मूल्यांकन (आर.आई.ए) प्रस्तावित और मौजूदा नियमों और गैर-नियामक विकल्पों के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों का गंभीर मूल्यांकन करने के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण है।
  • ओईसीडी द्वारा परिकल्पित नियामक सुधार के सात साधनों में से, आर.आई.ए को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।
  • भारत में, समयोपरि, कुछ विशेषज्ञ निकायों ने आर.आई.ए की सिफारिश की है, लेकिन यह अब तक नीति निर्माण का अंग नहीं है।

प्रश्न 4. निम्न में से कौन सा संगठन स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 सूचकांक जारी करता है?

a) जल शक्ति मंत्रालय
b) आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय
c) पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय
d) नीति आयोग

उत्तर: (B)

व्याख्या: 73 शहरों में स्वच्छता मानकों पर शहरों को रैंक करने के लिए 2016 में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) द्वारा पेश किया गया, स्वच्छ सर्वेक्षण सूचकांक आज दुनिया का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण बन गया है, जिसमें 4,000 से अधिक यूएलबी शामिल हैं।

प्रश्न 5. हाल ही में चर्चा में रहे ‘नई रोशनी योजना’ के संबंध में निम्नलिखित में कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?

1. ये राजस्थान सरकार द्वारा कोरोना के चलते अनाथ हुए बच्चों के कल्याण के लिए चलाई गई एक योजना है।
2. 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चे इस योजना के लाभार्थी होंगे।

A. केवल 1
B. केवल 2
C. 1 और 2 दोनों
D. इनमें से कोई नहीं

उत्तर: (D)

व्याख्या: हाल ही में राज्यसभा में एक प्रश्न के जवाब में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने जानकारी दी है पिछले तीन वर्षों में नई रोशनी योजना के तहत 26 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। बता दें कि अल्पसंख्यक समुदाय की 18 से 65 वर्ष आयु की महिलाओं के लिए नई रोशनी योजना एक केन्द्रीय योजना है, जो कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही है। इसका उद्देश्य विद्या, औजार और तकनीक उपलब्ध कराकर महिलाओं को सशक्त और आत्म निर्भर बनाना है। इससे उनमें नेतृत्व संभालने की भावना का भी विकास होगा। इसका क्रियान्वयन तमाम एनजीओ, सिविल सोसाइटी और सरकारी संस्थाओं द्वारा किया जा रहा है।

प्रश्न 6. प्रसिद्ध समाजसेवी बाबा आमटे के संबंध में निम्नलिखित में कौन सा कथन असत्य है?

A. इन्होंने अपना पूरा जीवन कुष्ठ रोगियों की सेवा में समर्पित कर दिया।
B. यह सविनय अवज्ञा आंदोलन से भी जुड़े थे।
C. गांधीजी ने इन्हें ‘अभय साधक’ की उपाधि दी थी।
D. इन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था।

उत्तर: (B)

व्याख्या: बाबा आमटे एक स्वतंत्रता सेनानी एवं समाजसेवी थे। इनका जन्म 26 दिसम्बर 1914 को महाराष्ट्र में हुआ था। वकालत की पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्होंने कुछ दिन वकालत की और उसके बाद यह आजादी की लड़ाई में शामिल हो गए। उन्होंने साल 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था। गांधीवादी विचारों से प्रभावित होकर यह गांधी जी के अनुयाई बन गए। इनके आचरण से प्रभावित होकर गांधी जी ने इन्हें ‘अभय साधक’ की उपाधि दी थी। वे शुरुआत से ही दीन दुखियों की मदद करने में रुचि रखते थे और बाद में इसी को अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। बाबा आमटे ने जीवन पर्यंत कुष्ठ रोगियों की सेवा की। उन्हें पद्मश्री, पद्म विभूषण और गांधी शांति पुरस्कार जैसे कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। कुष्ठ रोगियों की सेवा के अलावा वे वन्य जीव संरक्षण समेत अन्य सामाजिक कार्यों में भी शामिल थे। 9 फ़रवरी 2008 को इनका देहांत हो गया। आज यानी 9 फरवरी को इनकी पुण्यतिथि है इसीलिए इस प्रश्न को शामिल किया गया।

प्रश्न 7. हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन/आर्मी के संबंध में निम्नलिखित में कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?

1. इस संस्था का गठन असहयोग आंदोलन वापस लिए जाने का एक परिणाम था।
2. शचींद्र नाथ सान्याल इसके सह-संस्थापक थे।

A. केवल 1
B. केवल 2
C. 1 और 2 दोनों
D. इनमें से कोई नहीं

उत्तर: (C)

व्याख्या: चौरी चौरा की घटना के बाद जब गांधी जी ने असहयोग आंदोलन के अचानक से वापसी की घोषणा की तो एक राजनीतिक शून्यता की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस शून्यता को भरने के लिए शचींद्रनाथ सान्याल जैसे क्रांतिकारी एक बार पुनः सक्रिय हो गए थे। वे क्रांतिकारी हिंसक वारदातों के माध्यम से अंग्रेजी राज को उखाड़ फेंकना चाहते थे। इसीलिए 3 अक्टूबर 1924 को शचींद्रनाथ सान्याल, योगेश चन्द्र चटर्जी और राम प्रसाद बिस्मिल जैसे कई प्रमुख क्रांतिकारियों के प्रयास से हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन/आर्मी का गठन किया गया। साल 1924 से लेकर 1931 तक इस संगठन का पूरे भारतवर्ष में दबदबा रहा। बीते 7 फरवरी को शचींद्रनाथ सान्याल की पुण्यतिथि थी, इसीलिए इस प्रश्न को शामिल किया गया।