यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स MCQ क्विज़
(Daily Current Affairs MCQs Quiz for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, MPPSC, BPSC, RPSC & All State PSC Exams)
तारीख (Date): 07, अप्रैल 2023
प्रश्न 1. बायोमास सह- प्रज्वलन ( को-फायरिंग ) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :
1. बायोमास को-फायरिंग बिजली संयंत्रों में कोयले के साथ
बायोमास ईंधन को जलाया जाता है।
2. समर्थ थर्मल पावर प्लांट में बायोमास को-फायरिंग को बढ़ावा देने पर केंद्रित एक
राष्ट्रीय मिशन है।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
a) केवल 1
b) केवल 2
c) 1 और 2 दोनों
d) न तो 1 और न ही 2
उत्तर: (C)
व्याख्या:
- बायोमास सह-अग्नि कोयला थर्मल संयंत्रों में बायोमास के साथ ईंधन के एक हिस्से को प्रतिस्थापित करने का अभ्यास है। इस प्रकार, कथन 1 सही है।
- विद्युत मंत्रालय ने थर्मल पावर प्लांट्स में बायोमास के उपयोग पर राष्ट्रीय मिशन (समर्थ मिशन) लॉन्च किया है, जो थर्मल पावर प्लांट्स में बायोमास कचरे के सह-प्रज्वलन का प्रावधान करता है। इस प्रकार, कथन 2 सही है।
प्रश्न 2. बच्चों में कुपोषण के संदर्भ में स्टंटिंग और वेस्टिंग में क्या अंतर है?
A. स्टंटिंग और वेस्टिंग एक ही स्थिति हैं
B. स्टंटिंग तीव्र कुपोषण का परिणाम है, जबकि वेस्टिंग क्रोनिक कुपोषण का परिणाम है
C. स्टंटिंग चिरकालिक कुपोषण का परिणाम है, जबकि वेस्टिंग तीव्र कुपोषण का परिणाम
है
D. स्टंटिंग और वेस्टिंग आनुवंशिक कारकों के कारण होते हैं, और इन्हें रोका या इलाज
नहीं किया जा सकता है।
उत्तर: (C)
व्याख्या:
- स्टंटिंग और वेस्टिंग कुपोषण के दो अलग-अलग रूप हैं जो बच्चों को प्रभावित करते हैं। स्टंटिंग चिरकालिक कुपोषण का परिणाम है , जहां एक बच्चे को लंबे समय तक पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिलते हैं , जिससे वृद्धि और विकास बाधित होता है।
- दूसरी ओर, वेस्टिंग तीव्र कुपोषण का परिणाम है, जहां अपर्याप्त पोषक तत्वों के सेवन या किसी बीमारी के कारण बच्चे का वजन तेजी से घटता है। इसलिए, विकल्प C सही है ।
- विकल्प A गलत है क्योंकि स्टंटिंग और वेस्टिंग एक ही स्थिति नहीं हैं।
- विकल्प B गलत है क्योंकि स्टंटिंग क्रोनिक कुपोषण का परिणाम है, तीव्र कुपोषण का नहीं।
- विकल्प D गलत है क्योंकि स्टंटिंग और वेस्टिंग दोनों को उचित पोषण और स्वास्थ्य देखभाल के माध्यम से नियंत्रित कर, इसका उपचार किया जा सकता है।
प्रश्न 3. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये।
1. इसे फसल बीमा के लिए एक प्रमुख योजना के रूप में फरवरी 2016
में लॉन्च किया गया था।
2. खरीफ (गर्मी) के मौसम में उगाई जाने वाली सभी खाद्य और तिलहन फसलों के लिए किसानों
द्वारा देय अधिकतम प्रीमियम 2 प्रतिशत , रबी (सर्दियों) के मौसम में उगाई जाने वाली
समान फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत और वाणिज्यिक और बागवानी फसलों के लिए 5 प्रतिशत है।
3. कृषि ऋण प्राप्त करने के लिए फसल बीमा अनिवार्य है।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा/से सही नहीं है/हैं?
A. 1 और 2 केवल
B. 2 और 3 केवल
C. केवल 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर: (C)
व्याख्या:
- पीएमएफबीवाई फरवरी 2016 में शुरू की गई थी ।
- इस प्रकार कथन 1 सही है।
- इस योजना के तहत, किसानों द्वारा देय अधिकतम प्रीमियम खरीफ ( गर्मी) मौसम में उगाई जाने वाली सभी खाद्य और तिलहन फसलों के लिए 2 प्रतिशत , रबी (सर्दियों) मौसम में उगाई जाने वाली समान फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत और वाणिज्यिक और बागवानी फसलों के लिए 5 प्रतिशत है।
- अतः कथन 2 भी सही है।
- फसल बीमा को वैकल्पिक बनाया गया है।
- इस प्रकार कथन 3 सही नहीं है।
प्रश्न 4. भारतीय इतिहास में, भगवान बसवेश्वर के सन्दर्भ में निम्नलिखित में कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. बसवेश्वर जी 12वीं सदी के एक कवि और दार्शनिक संत थे।
2. इन्हें लिंगायतवाद का संस्थापक माना जाता है।
3. इन्होंने कल्याणी चालुक्य शासन के दौरान प्रशासन में अपनी सेवाएं देने से मना कर
दिया था।
A. केवल 2 और 3
B. केवल 1 और 2
C. केवल 1 और 3
D. 1, 2 और 3
उत्तर: (B)
व्याख्या: केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने बीते 26 मार्च को बेंगलुरू, कर्नाटक में भगवान बसवेश्वर जी एवं नादप्रभु केम्पेगौड़ा जी की मूर्तियों का अनावरण किया। बसवेश्वर जी (बासवन्ना) 12वीं सदी के एक कवि और दार्शनिक संत थे। इन्हें लिंगायतवाद का संस्थापक माना जाता है। इन्होंने कल्याणी चालुक्य अथवा कलचुरी चालुक्य शासन के दौरान प्रशासन में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। राजा विज्जल तृतीय के शासन के दौरान इन्होंने कलचुरियों को अपनी सेवाएं दीं थी। नादप्रभु केंपेगोड़ा के बारे में आपको बताएं तो 1537 में इन्होंने बेंगलुरु की स्थापना की थी। वे विजयनगर साम्राज्य में सामंत थे।
प्रश्न 5. निम्नलिखित में से किन खिलाड़ियों ने आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2023 में स्वर्ण पदक नहीं जीता है?
1. नीतू घनघस
2. निखत ज़रीन
3. जैसमीन लम्बोरिया
4. मंजू बम्बोरिया
5. लवलीना बोरगोहेन
A. केवल 3 और 4
B. केवल 2 और 3
C. केवल 1, 2 और 5
D. केवल 5
उत्तर: (A)
व्याख्या: मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने महिला विश्व चैंपियनशिप में 70-75 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। बता दें कि भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने इस साल दिल्ली में आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की मेजबानी की। इस बार ये चैंपियनशिप 15 मार्च से 26 मार्च तक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी खेल परिसर में आयोजित की गई। भारत ने इस प्रतियोगिता में 17 साल बाद चार स्वर्ण पदक जीते हैं। सबसे पहले नीतू ने 45 से 48 किलोग्राम भारवर्ग में मंगोलियाई पहलवान को हराकर स्वर्ण पदक जीता। दूसरे नंबर पर स्वीटी बूरा ने 75-81 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। निकहत जरीन ने इस चैंपियनशिप में भारत को तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया।
प्रश्न 6. अभियन्ता दिवस यानी इंजीनियर्स डे कब मनाया जाता है?
A. 18 सितंबर
B. 26 मार्च
C. 15 सितंबर
D. 27 मार्च
उत्तर: (C)
व्याख्या: भारत में हर साल 15 सितंबर को अभियन्ता दिवस यानी इंजीनियर्स डे के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन भारत के इस महान अभियन्ता और भारतरत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म हुआ था। एम् विश्वेश्वरैया भारत के महान इंजिनियरों और प्रमुख राष्ट्र निर्माताओं में से एक थे। इनका जन्म 15 सितम्बर, 1860 को तत्कालीन मैसूर रियासत में चिकबल्लापुर के नज़दीक मुड्डेनहल्ली में हुआ था। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कर्नाटक के दौरे पर थे .... जहाँ उन्होंने चिक्काबल्लापुर में सर एम विश्वेश्वरैया को पुष्पांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने यहाँ पर श्री मधुसूदन साई आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान का भी उद्घाटन किया।
प्रश्न 7. एबेल पुरस्कार निम्नलिखित में से किस क्षेत्र से सम्बंधित है?
A. भौतिकी
B. अंतरिक्ष विज्ञान
C. पत्रकारिता
D. गणित
उत्तर: (D)
व्याख्या: 74 साल लुईस कैफरेली को 2023 का एबेल पुरस्कार दिया गया है। उन्हें यह पुरस्कार गणित में नॉनलीनियर पार्शियल इक्वेशंंस और फ्री-बाउंड्री प्रॉब्लम को लेकर दिए गए योगदान के लिए दिया गया है। नॉर्वेजियन गणितज्ञ नील्स हेनरिक एबेल के नाम पर दिए जाने वाले इस एबेल पुरस्कार को गणित के सर्वोच्च सम्मानों में से एक माना जाता है। यह पुरस्कार हर साल नॉर्वे के राजा द्वारा प्रदान किया जाता है और यह एक या एक से अधिक उत्कृष्ट गणितज्ञों को प्रदान किया जाता है।