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Daily-mcqs 03 Jun 2022

यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में करेंट अफेयर्स MCQs क्विज़ : 04, जून 2022 03 Jun 2022

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यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में करेंट अफेयर्स MCQs क्विज़ : 04, जून 2022


यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स MCQ क्विज़

(Daily Current Affairs MCQs Quiz for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, MPPSC. BPSC, RPSC & All State PSC Exams)

तारीख (Date): 04, जून 2022


प्रश्न 1. सिंधु जल संधि के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें

1. 1947 में स्वतंत्रता के समय इस पर हस्ताक्षर किए गए थे।
2. इसकी दलाली विश्व बैंक ने की थी।
3. आईडब्ल्यूटी से संबंधित कोई भी विवाद सीधे मध्यस्थता के न्यायालय में जाता है।

ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

a) केवल 1 और 2
b) केवल 2
c) केवल 2 और 3
d) 1 2 और 3

उत्तर: (B)

व्याख्या:

  • सिंधु जल संधि 19 सितंबर 1960 को भारत और पाकिस्तान के बीच हस्ताक्षरित और विश्व बैंक द्वारा दलाली की गई।
  • सिंधु जल संधि एक तीन-चरणीय विवाद समाधान तंत्र भी प्रदान करता है जिसके तहत दोनों पक्षों के .प्रश्नों को स्थायी आयोग में हल किया जा सकता है या अंतर-सरकारी स्तर पर भी उठाया जा सकता है ।
  • जल-बंटवारे पर देशों के बीच अनसुलझे प्रश्नों या मतभेदों के मामले में जैसे तकनीकी मतभेद कोई भी पक्ष निर्णय लेने के लिए तटस्थ विशेषज्ञ )एनई( की नियुक्ति के लिए विश्व बैंक से संपर्क कर सकता है।
  • और अंततः यदि कोई भी पक्ष पूर्वोत्तर के निर्णय से संतुष्ट नहीं है या संधि की व्याख्या और सीमा में विवाद के मामले में मामलों को मध्यस्थता न्यायालय में भेजा जा सकता है।

प्रश्न 2. निम्न में से कौन सा संगठन जलवायु परिवर्तन रिपोर्ट जारी करता है ?

a) जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (आईपीसीसी)
b) प्रकृति के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ (आईयूसीएन)
c) संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी)
d) स्वास्थ्य और प्रदूषण पर वैश्विक गठबंधन (जीएएचपी)

उत्तर: (A)

व्याख्या:

  • आईपीसीसी, जलवायु परिवर्तन पर वैज्ञानिक, तकनीकी और सामाजिक-आर्थिक ज्ञान की स्थिति, इसके प्रभावों और भविष्य के जोखिमों और जलवायु परिवर्तन की दर को कम करने के विकल्पों के बारे में व्यापक मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार करता है।
  • यह अपनी सदस्य सरकारों द्वारा सहमत विषयों पर विशेष रिपोर्ट भी तैयार करता है, साथ ही कार्यप्रणाली रिपोर्ट जो ग्रीनहाउस गैस सूची तैयार करने के लिए दिशानिर्देश प्रदान करती है।

प्रश्न 3. इलेक्ट्रॉनिक कचरा प्रबंधन नियमों के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

1. उपभोक्ता सामान कंपनियों और इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों के निर्माताओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके इलेक्ट्रॉनिक कचरे का कम से कम 60% 2023 तक एकत्र और पुनर्नवीनीकरण किया जाए।
2. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) मुख्य इकाई है जो ईपीआर प्रमाणपत्रों के व्यापार का समन्वय करती है।
3. विस्तारित उत्पादक जिम्मेदारी (ईपीआर) प्रमाण पत्र किसी विशेष वर्ष में एकत्रित और पुनर्नवीनीकरण किए गए ई-कचरे की मात्रा को प्रमाणित करते हैं।

उपरोक्त में से कौन सा/से कथन सही नहीं है/हैं?

a) केवल 1
b) केवल 2
c) केवल 1 और 3
d) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर: (D)

व्याख्या:

  • उपभोक्ता सामान कंपनियों और इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों के निर्माताओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके इलेक्ट्रॉनिक कचरे का कम से कम 60% 2023 तक एकत्र और पुनर्नवीनीकरण किया जाए और उन्हें 2024 और 2025 में क्रमशः 70% और 80% तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा जाए।
  • नियम कार्बन क्रेडिट के समान प्रमाणपत्रों में व्यापार की एक प्रणाली को लागू करते हैं, जो कंपनियों को अस्थायी रूप से कमियों को दूर करने की अनुमति देगा।
  • विस्तारित उत्पादक उत्तरदायित्व (ईपीआर) प्रमाणपत्र एक कंपनी द्वारा एक विशेष वर्ष में एकत्रित और पुनर्नवीनीकरण किए गए ई-कचरे की मात्रा को प्रमाणित करते हैं और एक संगठन अपने दायित्वों को पूरा करने में मदद करने के लिए किसी अन्य कंपनी को अधिशेष मात्रा बेच सकता है।
  • कंपनियों को एक ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा और अपने वार्षिक उत्पादन और ई-कचरा संग्रह लक्ष्य निर्दिष्ट करना होगा।
  • केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) मुख्य इकाई है जो ईपीआर प्रमाणपत्रों के व्यापार का समन्वय करती है।

प्रश्न 4. निम्नलिखित में कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?

1. पृथ्वी के वायुमंडल में उष्मा का स्थानांतरण विकिरण, संवहन, अभिवहन तथा चालन की प्रक्रिया के द्वारा होता है।
2. विकिरण तथा अभिवहन की प्रक्रिया द्वारा उष्मा के संचरण के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है, अतः इन प्रक्रियाओं द्वारा उष्मा का संचरण निर्वात से भी संभव है।
3. पृथ्वी के उष्मा बजट में चालन की प्रक्रिया काफी महत्वपूर्ण है।
4. पृथ्वी के हिमाच्छादित क्षेत्रों से भी उष्मा का विकिरण निरंतर होता रहता है।

A. 1 और 4
B. 1, 2 और 3
C. 1, 3 और 4
D. 1, 2, 3 और 4

उत्तर: (A)

व्याख्या: प्रवेशी सौर विकिरण से गर्म होने के बाद पृथ्वी, सतह के निकट स्थित वायुमंडलीय परतों में दीर्घ तरंगों के रूप में ताप का संचरण करती है, जिससे पृथ्वी के संपर्क में आने वाली वायु धीरे-धीरे गर्म होती है। इसके फलस्वरूप निचली परतों के संपर्क में आने वाली वायुमंडल की ऊपरी परतें भी गर्म हो जाती हैं। इस प्रक्रिया को चालन कहा जाता है। चालन की क्रिया तभी होती है जब असमान ताप वाले दो पिंड एक-दूसरे के संपर्क में आते हैं। पृथ्वी के संपर्क में आई वायु गर्म होकर धाराओं के रूप में लंबवत् उठती है और वायुमंडल में ताप का संचरण करती है। वायुमंडल के लंबवत् तापन की यह प्रक्रिया संवहन कहलाती है, ऊर्जा के स्थानांतरण का यह प्रकार केवल क्षोभमंडल तक ही सीमित रहता हैै। वायु के क्षैतिज संचलन से होने वाला ताप का स्थानांतरण अभिवहन कहलाता है। लम्बवत् संचलन की अपेक्षा वायु का क्षैतिज संचलन सापेक्षिक रूप से अधिक महत्वपूर्ण होता है।

विकिरण में ऊष्मा के संचरण के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है तथा इसके द्वारा ऊष्मा का संचरण निर्वात् में भी होता है। वायुमंडल की ऊपरी सतह पर प्राप्त सूर्यातप की 100 इकाई में से 2 इकाई पृथ्वी के हिमाच्छादित क्षेत्रों द्वारा परावर्तित होकर लौट जाती है। हिमाच्छादित क्षेत्रों से ऊष्मा का यह विकिरण निरंतर होता रहता है।

प्रश्न 5. निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?

1. तापमान की विलोमता की स्थिति में वायुमंडल में अस्थिरता उत्पन्न होती है।
2. तापमान की विलोमता के लिए वायु में नमी की मात्रा अधिक होनी चाहिए।

A. केवल 1
B. केवल 2
C. 1 और 2 दोनों
D. इनमें से कोई नहीं

उत्तर: (D)

व्याख्या: तापमान की विलोमता के कारण ऊपर गर्म तथा हल्की वायु तथा नीचे ठंडी एवं भारी वायु के कारण वायुमंडल में स्थिरता आ जाती है, परंतु यह स्थिरता सौर्यिक तथा पार्थिव विकिरण द्वारा विलीन हो जाती है। तापीय विलोमता ध्रुवीय प्रदेशों, मध्य अक्षांशों के हिमाच्छादित भागों तथा घाटियों में अधिक होती है। गर्म तथा ठंडी जलधाराओं के संगम स्थल पर भी यह दशा उपस्थित हो जाती है। तापीय विलोमता के लिए धरातल के पास शुष्क पवन होनी चाहिए, ताकि वह पार्थिव विकिरण का अधिक अवशोषण न कर सके। जलवाष्पों से युक्त आर्द्र पवन पार्थिव विकिरण का अधिक अवशोषण कर लेती है।

प्रश्न 6. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

1. ध्रुवीय जलवायु में स्पष्ट ऋतुएँ होती है, जबकि विषुवतीय जलवायु में स्पष्ट ऋतुएँ नहीं होती हैं।
2. भू-मध्यसागरीय जलवायु आर्द्र प्रकार की जलवायु है, अतः इस प्रकार के प्रदेश में सदाबहार वनस्पतियाँ पाई जाती है।
3. स्टेपी जलवायु अर्द्ध-शुष्क प्रकार की जलवायु है।

A. 1 और 2
B. 2 और 3
C. केवल 3
D. 1 और 3

उत्तर: (C)

व्याख्या: भूमध्य सागरीय जलवायु क्षेत्र ग्रीष्म ऋतु में उपोष्ण कटिबंधीय उच्च वायुदाब तथा शीत ऋतु में पछुआ पवनों के प्रभाव में आता है। इस प्रकार उष्ण व शुष्क गर्मियाँ तथा मृदु एवं वर्षायुक्त सर्दियाँ इस जलवायु की विशेषताएँ हैं। इस जलवायु प्रदेश में रसदार फलों के वृक्ष पाए जाते हैं। स्टेपी जलवायु मध्य अक्षांशों में महाद्वीपों के आंतरिक भागों में पायी जाती है। यद्यपि स्टेपी जलवायु प्रदेश पछुआ हवाओं के पेटी में अवस्थित हैं, परंतु अपनी आंतरिक अवस्थिति के कारण पर्याप्त वर्षा नहीं प्राप्त कर पाते हैं। ध्रुवीय जलवायु प्रदेश में शीतकाल अत्यधिक लंबा एवं कठोर होता है तथा ग्रीष्म ऋतु छोटी एवं शीतल होती है। अतः यहाँ स्पष्टतः ऋतुओं का अभाव होता है, जबकि विषुवतीय जलवायु में ऋतुएँ स्पष्ट होती हैं।

प्रश्न 7. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

1. उत्तरी गोलार्द्ध में 61 प्रतिशत क्षेत्र पर जलमंडल तथा 39 प्रतिशत क्षेत्र पर स्थलमंडल का विस्तार है।
2. दक्षिणी गोलार्द्ध में 81 प्रतिशत क्षेत्र पर जलमंडल तथा मात्र 19% क्षेत्र पर स्थलमंडल का विस्तार है।
3. उत्तरी गोलार्द्ध की तुलना में दक्षिणी गोलार्द्ध में अधिक वर्षा होती है।

A. केवल 1 और 3
B. केवल 2
C. केवल 2 और 3
D. 1, 2 और 3

उत्तर: (D)

व्याख्या: भूमण्डल के 70.8% भाग पर जल और 29.2% भाग पर स्थल है। उत्तरी गोलार्द्ध में 61% क्षेत्र पर जलमण्डल तथा 39% क्षेत्र पर स्थलमंडल का विस्तार है, जबकि दक्षिणी गोलार्द्ध में 81% क्षेत्र पर जलमण्डल तथा मात्र 19% क्षेत्र पर स्थलमण्डल का विस्तार है। दक्षिणी गोलार्द्ध में उत्तरी गोलार्द्ध की अपेक्षा जलमंडल की अधिकता के कारण वाष्पीकरण की क्रिया ज्यादा होती है। अतः दक्षिणी गोलार्द्ध में अधिक वर्षा होती है।