यूपीएससी और सभी राज्य लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के लिए हिंदी में डेली करेंट अफेयर्स MCQ क्विज़
(Daily Current Affairs MCQs Quiz for UPSC, IAS, UPPSC/UPPCS, MPPSC, BPSC, RPSC & All State PSC Exams)
तारीख (Date): 03, सितंबर 2022
प्रश्न 1. इथेनॉल के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. एथेनॉल को जलाने से कोई प्रदूषक नहीं निकलता है।
2. इथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है क्योंकि इसमें
उच्च भूमि उपयोग दक्षता है।
3. एक हेक्टेयर भूमि में सौर ऊर्जा से उत्पन्न विद्युत ऊर्जा 187 हेक्टेयर मक्का से
उत्पन्न इथेनॉल के बराबर है।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?
a) केवल 1
b) केवल 1 और 2
c) केवल 1 और 3
d) केवल 2 और 3
उत्तर: (B)
व्याख्या:
- एथेनॉल को जलाने से नाइट्रस ऑक्साइड का उत्सर्जन कम नहीं होता है जो एक प्रमुख प्रदूषक है।
- इथेनॉल उत्पादन में भूमि उपयोग अत्यधिक अक्षम है।
- ईवी बैटरी के लिए अक्षय ऊर्जा पैदा करके भूमि का अधिक कुशलता से उपयोग किया जा सकता है।
- उदाहरण के लिए, सौर ऊर्जा से एक हेक्टेयर को रिचार्ज करने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों की वार्षिक यात्रा दूरी मक्का से प्राप्त इथेनॉल के 187 हेक्टेयर के बराबर है।
प्रश्न 2. निम्नलिखित में से कौन COP26 में भारत के जलवायु लक्ष्यों की 'पंचामृत रणनीति' के तहत हिस्सा नहीं है?
a) 2030 तक 450 GW गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता तक पहुंचें।
b) 2030 तक अक्षय ऊर्जा से अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं का 50 प्रतिशत पूरा करना।
c) कुल अनुमानित कार्बन उत्सर्जन में अब से 2030 तक एक अरब टन की कमी।
d) 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करना।
उत्तर: (A)
व्याख्या:
- भारत 2030 तक 500 GW की अपनी गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता तक पहुंच जाएगा।
- भारत 2030 तक अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं का 50 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा से पूरा करेगा।
- भारत अब से 2030 तक कुल अनुमानित कार्बन उत्सर्जन में एक अरब टन की कमी करेगा।
- 2030 तक भारत अपनी अर्थव्यवस्था की कार्बन तीव्रता को 45 प्रतिशत से भी कम कर देगा।
- वर्ष 2070 तक भारत नेट जीरो का लक्ष्य हासिल कर लेगा।
प्रश्न 3. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. परियोजना मौसम
2. परियोजना मेघराज
3. प्रोजेक्ट ASMAN
उपरोक्त में से किसमें क्लाउड कंप्यूटिंग के माध्यम से ई-गवर्नेंस शामिल है?
a) 1 और 2
b) 1 और 3
c) केवल 2
d) 1, 2 और 3
उत्तर: (C)
व्याख्या:
- परियोजना 'मेघराज': यह सरकार के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) खर्च का अनुकूलन करते हुए देश में ई-सेवाओं के फास्ट-ट्रैक डिलीवरी के लिए जीआई क्लाउड (मेघराज) पहल के उद्देश्य से भारत सरकार की एक पहल है।
- परियोजना ASMAN: भारत में शिशु, नवजात और मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, एमएसडी इंडिया, रिलायंस फाउंडेशन, टाटा ट्रस्ट्स और यूएसएआईडी द्वारा शुरू की गई एक पहल।
- परियोजना मौसम: भारत के "संस्कृति मंत्रालय" द्वारा शुरू किए गए एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम का उद्देश्य क्षेत्र में गणराज्यों के साथ अपने प्राचीन समुद्री मार्गों और सांस्कृतिक संबंधों को बहाल करना है। यह प्राकृतिक हवा की घटना पर जोर देता है, विशेष रूप से भारतीय नाविकों द्वारा प्राचीन काल में समुद्री व्यापार के लिए उपयोग की जाने वाली मानसूनी हवाएं, जिसने हिंद महासागर से जुड़े राष्ट्रों और समूहों के बीच संबंध बनाए हैं। इसका उद्देश्य बहुमुखी हिंद महासागर "दुनिया" का निर्धारण करना है - पूर्वी अफ्रीका, अरब प्रायद्वीप, भारतीय उपमहाद्वीप और श्रीलंका से दक्षिण पूर्व एशियाई द्वीपसमूह तक विस्तार करना।
प्रश्न 4. भारतीय राजनीति के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें।
1. भारतीय राजनीति शक्तियों के पृथक्करण के सिद्धांत पर आधारित
है।
2. 73वें और 74वें संवैधानिक संशोधनों ने भारत के लोकतांत्रिक चरित्र को कमजोर कर
दिया है।
3. पहल एक ऐसा उपकरण है जिसका इस्तेमाल आमतौर पर भारतीय लोकतंत्र में किया जाता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
a) केवल 1
b) केवल 1 और 3
c) केवल 2 और 3
d) 1, 2, और 3 केवल
उत्तर: (A)
व्याख्या: भारतीय राजनीति राज्य के तीन अंगों के बीच शक्तियों के पृथक्करण पर आधारित है। 73वें और 74वें संशोधनों ने भारतीय राजनीति के लोकतांत्रिक चरित्र को मजबूत किया है। पहल प्रत्यक्ष लोकतंत्र का एक साधन है जबकि भारतीय लोकतंत्र अप्रत्यक्ष लोकतंत्र है।
प्रश्न 5. स्वापक औषधि और मनः प्रभावी पदार्थ अधिनियम, 1985 के बारे में निम्नलिखित में कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. यह कानून संविधान के अनुच्छेद 45 के उद्देश्यों को पूरा करने
के लिए लाया गया है।
2. इसी के तहत नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का गठन किया गया है।
A. केवल 1
B. केवल 2
C. 1 और 2 दोनों
D. इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (B)
व्याख्या: भारतीय संविधान के अनुच्छेद 47 में स्वास्थ्य के लिये नुकसानदायक नशीली दवाओं, मदिरा, ड्रग के औषधीय उपयोग से इतर उपयोग पर प्रतिबंध की बात कही गई है। इसी के आधार पर, संसद ने ड्रग्स पर लगाम लगाने के मकसद से स्वापक औषधि और मनः प्रभावी पदार्थ अधिनियम, 1985 नाम का एक कानून बनाया है। इसी कानून के तहत नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो नाम का एक संगठन भी बनाया गया है। इसका मकसद मादक पदार्थों की स्मगलिंग या उसके गैर कानूनी उपयोग पर रोक लगाना है। इसी कानून की धारा 71 के तहत सरकार को नशीली दवा के आदी लोगों की पहचान, इलाज और पुनर्वास केंद्र की स्थापना करने का अधिकार प्राप्त है। दरअसल बीजेपी नेत्री और टिक टॉक स्टार सोनाली फोगाट की मौत के बाद से ड्रग का मुद्दा एक बार फिर से चर्चा में है।
प्रश्न 6. मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार) से सम्मानित होने वाले सबसे पहले खिलाड़ी कौन थे?
A. कपिल देव
B. मेजर ध्यानचंद
C. विश्वनाथन आनंद
D. सचिन तेंदुलकर
उत्तर: (C)
व्याख्या: बीते 29 अगस्त को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी की 117वीं जयंती मनाई गई। इनकी जयन्ती को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद की शानदार खेल की बदौलत भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 1928, 1932 और 1936 ओलंपिक में तीन स्वर्ण जीते थे। ग़ौरतलब है कि पिछले साल केंद्र सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद के नाम पर रख दिया था। राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार (जो कि अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार बन चुका है) भारत का खेल जगत् में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। यह सम्मान 1991-92 में शुरू किया गया और इसमें पिछले चार वर्षों की अवधि में खिलाड़ी द्वारा खेल के क्षेत्र में शानदार और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया जाता है। इसमें एक पदक, सम्मान सहित एक प्रमाण पत्र और नक़द इनाम मिलता है। इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले सबसे पहले खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद थे।
प्रश्न 7. निम्नलिखित में से किस वर्ष को संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा ‘अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष’ घोषित किया गया है?
A. साल 2021
B. साल 2022
C. साल 2023
D. साल 2024
उत्तर: (C)
व्याख्या: हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय विदेश सेवा के वर्ष 2021 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से किसानों के हित में मोटे अनाज को लोकप्रिय बनाने का आह्वान किया है। बता दें कि इस सम्बन्ध में मार्च 2021 में भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव पेश किया गया था। इस प्रस्ताव के मुताबिक़ साल 2023 को ‘अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष’ (International Year of Millets) घोषित किया गया है। इसका उद्देश्य बदलती जलवायु परिस्थितियों में मोटे अनाज के पोषण और स्वास्थ्य लाभ और इसकी खेती के लिए उपयुक्तता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। मोटे अनाज या कदन्न (millet) में ज्वार, बाजरा, रागी, कंगनी, कुटकी, कोदो और सावां आदि शामिल हैं।