चर्चा में क्यों?
- केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 5 जनवरी, 2023 को राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन (NSDM) की संचालन समिति की तीसरी बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में कौशल विकास योजनाओं, स्किल गैप एनालिसिस और स्किल मैपिंग पर चर्चा हुई। विचार-विमर्श का एक महत्त्वपूर्ण बिंदु यह था कि उभरती प्रवृत्तियों को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम कैसे विकसित किया जाए ताकि भारतीय युवा वैश्विक अवसरों से जुड़ सकें।
अप्रेंटिसशिप
- 21 अप्रैल 2022 को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय प्रशिक्षुता मेला का शुभारंभ किया गया।
- अप्रेंटिसशिप को कौशल विकास का सबसे टिकाऊ मॉडल माना जाता है और स्किल इंडिया मिशन के तहत इसे काफी बढ़ावा मिल रहा है।
- सरकार का लक्ष्य प्रशिक्षुता प्रशिक्षण के माध्यम से प्रति वर्ष दस लाख युवाओं को प्रशिक्षित करना है।
भारत के कुशल युवाओं को विकसित करने का रोडमैप
- NSDM को कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) द्वारा 15 जुलाई 2015 को लॉन्च किया गया था।
- कौशल प्रशिक्षण से संबंधित गतिविधियों के संदर्भ में विभिन्न क्षेत्रों और विभिन्न राज्यों में अभिसरण बनाने के लिए मिशन शुरू किया गया था।
मिशन के उद्देश्य
- राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचे (NSQF) को लागू करना जो दीर्घकालिक और साथ ही अल्पकालिक प्रशिक्षण के अवसरों की अनुमति देगा, जिससे उत्पादक रोजगार और कैरियर में सुधार होगा।
- उद्योग-नियोक्ता मांग के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए NSQF मॉड्यूल का उपयोग करना।
- उद्योग के असंगठित क्षेत्रों के कार्यबल को री-स्किलिंग और अप-स्किलिंग की सुविधा प्रदान करना।
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण और बेंचमार्क संस्थानों के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण मानकों को सुनिश्चित करना।
- केंद्रित आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के कमजोर और वंचित वर्गों का समर्थन करना।
- एक क्रेडिट हस्तांतरण प्रणाली के माध्यम से व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रणाली और औपचारिक शिक्षा प्रणाली के बीच संक्रमण के लिए मार्ग को सक्षम बनाना।
- श्रम बाजार सूचना प्रणाली (एलएमआईएस) के रूप में जाना जाने वाला एक राष्ट्रीय डेटाबेस बनाए रखना, जो देश में कुशल कार्यबल की मांग और आपूर्ति के मिलान के लिए एक पोर्टल के रूप में कार्य करेगा।
कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकारी पहल
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई): इसका उद्देश्य भारत के युवाओं को मुफ्त कौशल प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करना है। पिछले एक वर्ष में पीएमकेवीवाई के तहत 7.36 लाख से अधिक उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया।
- स्किल साथी परामर्श कार्यक्रमः MSDE ने स्किल साथी कार्यक्रम भी शुरू किया, जिसका उद्देश्य कौशल भारत मिशन के विभिन्न पहलुओं पर युवाओं को संवेदनशील बनाना है।
- स्किल केंद्रः MSDE ने सूचित किया कि इस वर्ष 1,957 कौशल केंद्रों में 2,28,000 छात्रों का नामांकन हुआ। स्किल हब पहल का उद्देश्य शिक्षा को और अधिक प्रासंगिक बनाना और उद्योग के अनुकूल कुशल कार्यबल तैयार करना है।
- प्रधानमंत्री कौशल केंद्र (पीएमकेके): ये अत्याधुनिक मॉडल प्रशिक्षण केंद्र हैं, जिनकी परिकल्पना बेंचमार्क संस्थानों को बनाने के लिए की गई है जो योग्यता-आधारित कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए आकांक्षात्मक मूल्य प्रदर्शित करते हैं।
- स्ट्राइवः औद्योगिक मूल्य संवर्धन (स्ट्राइव) योजना के लिए कौशल सुदृढ़ीकरण का मुख्य फोकस औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के प्रदर्शन में सुधार करना है।
- संकल्पः आजीविका के लिए कौशल अधिग्रहण और ज्ञान जागरूकता एक केंद्र प्रायोजित योजना है जो विश्व बैंक के साथ सहयोग करती है और अभिसरण और समन्वय के माध्यम से जिला-स्तरीय कौशल पारिस्थितिकी तंत्र पर ध्यान केंद्रित करती है।
- औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र (आईटीआई): इन केंद्रों का उद्देश्य मौजूदा प्रशिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार और आधुनिकीकरण करना है। हाल ही में 116 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को ड्रोन कोर्स चलाने की मंजूरी दी गई थी। दोहरी प्रणाली प्रशिक्षण डीएसटी चलाने के लिए कुल 274 सरकारी आईटीआई को मंजूरी दी गई थी। लगभग 10,000 कामकाजी महिलाओं और आईटीआई की छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया।