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विषय (Topic): प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना (PM Atmanirbhar Swasth Bharat Yojana)
चर्चा का कारण
- केन्द्रीय बजट 2021-22 में आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना आरंभ करने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के अंतर्गत देश के स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत बनाया जाएगा।
मुख्य बिंदु
- इस योजना को हेल्थ सेक्टर के तीन क्षेत्रों पर ध्यान देने के लिए आरंभ किया गया है। यह तीन क्षेत्र बचाव, इलाज तथा रिसर्च हैं।
- इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा अगले 6 साल के लिए 64180 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है। इसकी फंडिंग पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा की जाएगी, इस बजट के माध्यम से देश के अस्पताल, प्रयोगशालाओं आदि को विकसित किया जाएगा।
- यह योजना नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत संचालित की जाएगी।
- गौरतलब है कि स्वास्थ्य और वैलबिइंग के लिए 21-22 का बजट 2,23,846 करोड़ होगा जो कि 94,452 करोड़ के बजट अनुमान से 137% ज्यादा है।
योजना का क्रियान्वयन
- प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के तहत, 17,000 से अधिक ग्रामीण और 11,000 शहरी स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का समर्थन किया जाएगा।
- 602 जिलों में हॉस्पिटल ब्लॉक भी इस योजना के अंतर्गत स्थापित किए जाएंगे।
- इसके अतिरिक्त, सभी जिलों में एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाएँ स्थापित की जाएंगी और 11 राज्यों में 3,382 ब्लॉक सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों की स्थापना की जाएगी।
- नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल को भी समर्थन प्रदान किया जाएगा।
- आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना-2021 के अंतर्गत एक इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन पोर्टल की भी स्थापना की जाएगी तथा 17 नई सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयाँ खोली जाएंगी।
- इस योजना के अंतर्गत कोविड-19 वैक्सीन के लिए 35,000 करोड़ रुपए भी आवंटित किए गए हैं। साथ ही 15 स्वास्थ्य आपात ऑपरेशन केंद्र, 2 मोबाईल अस्पताल और एक राष्ट्रीय संस्थान फ्वन हेल्थय् स्थापित किया जायेगा।
योजना का लाभ
- आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना-2021 के अंतर्गत मौजूदा हेल्थ इंफ्रॉस्ट्रक्चर मजबूत होंगे तथा आने वाले समय की चुनौतियों को देखते हुए नए संस्थानों का भी विकास होगा इससे आने वाले समय में भी हमारा देश स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा।
आगे की राह
- इस योजना के तहत प्राइमरी, सेकेंडरी, टर्शियरी केयर हेल्थ सिस्टम और मौजूदा राष्ट्रीय संस्थाओं को सुदृढ़ किया जाना चाहिए।
- इसके अतिरिक्त ये नई और सामने आने वाली बीमारियों की पहचान करने और उनका इलाज करने के लिए नई संस्थाएँ भी स्थापित होने चाहिए।
- स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार इस योजना के तहत जो पहल प्रस्तावित हैं, वे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं।