चर्चा में क्यों?
- ओडिशा के बालासोर में ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना ने एक बार फिर प्रभावी आपदा राहत बल की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कई मौकों पर खुद को साबित किया है।
उत्तरदायित्व
- राज्य, स्थानीय अधिकारियों, अन्य हितधारकों और समुदायों द्वारा आपदा की रोकथाम और न्यूनीकरण सहित आपदा प्रबंधन की एक एकीकृत और समन्वित प्रणाली को बढ़ावा देना।
- क्षमता निर्माण सहित आपदाओं की रोकथाम और शमन से संबंधित गतिविधियों का समन्वय और निगरानी करना।
- आपदाओं और आपदा प्रबंधन से संबंधित सूचना भंडार के रूप में कार्य करना।
- राज्य में आपदा प्रबंधन के लिए नीतियों और योजनाओं को तैयार करना और अद्यतन करना।
- संभावित आपदाओं से निपटने के लिए समुदाय और हितधारकों की क्षमता बढ़ाने की दृष्टि से जागरूकता और तैयारी को बढ़ावा देना, समुदाय और हितधारकों को सलाह देना और प्रशिक्षित करना।
आपदा
- आपदाएं एक समाज के दैनिक कामकाज में गंभीर व्यवधान हैं, जिसका अपने स्वयं के संसाधनों का उपयोग करके सामना करना मुश्किल हो जाता है। आपदाएं प्राकृतिक, मानव निर्मित और तकनीकी खतरों के साथ-साथ विभिन्न कारकों के कारण उत्पन्न हो सकती हैं जो किसी समुदाय के जोखिम और भेद्यता को प्रभावित करते हैं।
आपदा के प्रकार
- भूकंप
- ज्वालामुखी विस्फोट
- भूस्खलन
- सुनामी
- हिमस्खलन
- बाढ़
- हीट वेव्स
- शीत लहरें
- जंगल की आग
- सूखा
- चक्रवात
- रेडियोलॉजिकल आपात स्थिति
- रासायनिक और जैविक हथियार
- विस्फोट
- दुर्घटना
प्रभावी आपदा प्रतिक्रिया की आवश्यकताएं
- मानव जीवन को बचाना।
- कष्ट निवारण।
- आपदा को नियंत्रित करना - इसके बढ़ने को सीमित करना तथा प्रभावों को नियंत्रित करना।
- जनता को चेतावनी, सलाह और जानकारी प्रदान करना।
- कर्मियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- पर्यावरण की सुरक्षा करना।
- जहां तक यथोचित साध्य हो, संपत्ति की रक्षा करना।
- महत्त्वपूर्ण गतिविधियों को बनाए रखना या बहाल करना।
- उचित स्तर पर सामान्य सेवाओं को बनाए रखना।
- प्रभावित समुदायों में स्वयं सहायता को बढ़ावा देना और सुविधा प्रदान करना।
ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स
- 1999 के अंत में सुपर साइक्लोन के बाद के पुनर्निर्माण और तैयारी के चरण में, प्राकृतिक और साथ ही मानव प्रेरित आपदाओं की स्थिति में आपदाओं के प्रभावी प्रबंधन के लिए, राहत और बचाव अभियान में प्रशासन की सहायता के लिए अत्याधुनिक आपातकालीन उपकरणों से लैस एक पेशेवर प्रशिक्षित समूह के गठन की आवश्यकता महसूस की गयी।
कौशल मैट्रिक्स का विकास
विभिन्न आपदा स्थितियों में उनके संभावित अनुप्रयोग के आधार पर आपदा प्रतिक्रिया गतिविधियों को निम्नलिखित समूहों में विभाजित किया गया हैः
- जल संरक्षण
- ढह गई संरचना का निर्माण और बचाव (सीएसएसआर)
- राहत सामग्री वितरण
- यातायात
- संचार
- हताहतों का प्रबंधन
- विविध प्रतिक्रिया